वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • my कहानी 85
  • अस्तबल में यीशु का जन्म

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

  • अस्तबल में यीशु का जन्म
  • बाइबल कहानियों की मेरी मनपसंद किताब
  • मिलते-जुलते लेख
  • ‘यह मेरा बेटा है’
    महान शिक्षक से सीखिए
  • यीशु का जन्म​—कहाँ और कब?
    यीशु—राह, सच्चाई, जीवन
  • स्वर्गदूतों ने यीशु के जन्म की खबर सुनायी
    बाइबल से सीखें अनमोल सबक
  • यीशु का जन्म—कहाँ और कब?
    वह सर्वश्रेष्ठ मनुष्य जो कभी जीवित रहा
और देखिए
बाइबल कहानियों की मेरी मनपसंद किताब
my कहानी 85
यूसुफ, मरियम और नन्हा यीशु अस्तबल में

कहानी 85

अस्तबल में यीशु का जन्म

क्या आप इस नन्हे-से बच्चे को पहचानते हैं? यह यीशु है। यह अभी-अभी अस्तबल में पैदा हुआ। अस्तबल का मतलब है, वह जगह जहाँ गधे और गाय जैसे जानवरों को बाँधा जाता है। देखिए, मरियम यीशु को चरनी में रखने जा रही है। चरनी उसे कहते हैं, जिसमें जानवरों को चारा दिया जाता है। लेकिन मरियम और यूसुफ यहाँ अस्तबल में क्यों हैं? क्या उनके पास रहने की कोई जगह नहीं थी?

ऐसी बात नहीं है। उनके यहाँ आने की वजह कुछ दूसरी है। दरअसल उस वक्‍त रोम के राजा कैसर अगस्तुस ने आदेश दिया कि सब लोगों को उस शहर में जाकर अपना नाम लिखवाना पड़ेगा, जिस शहर में वे पैदा हुए थे। यूसुफ तो बेतलेहेम में पैदा हुआ था। इसलिए वह मरियम के साथ यहाँ आया। लेकिन यहाँ पहुँचने पर उन्हें ठहरने के लिए कहीं जगह नहीं मिली। इसलिए उन्हें अस्तबल में ठहरना पड़ा। और उसी दिन मरियम ने यीशु को जन्म दिया! और जैसा कि आप देख सकते हैं, यीशु बिलकुल ठीक-ठाक है।

यीशु से मिलने, चरवाहे बेतलेहेम आते हैं

क्या आप यहाँ यीशु से मिलने के लिए चरवाहों को आते देख सकते हैं? वे रात को मैदान में अपनी भेड़ों की रखवाली कर रहे थे कि अचानक उनके चारों तरफ बहुत उजाला हो गया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उनके सामने एक स्वर्गदूत आ गया। उसे देखकर चरवाहे बुरी तरह डर गए। पर स्वर्गदूत ने उनसे कहा: ‘डरो नहीं! मैं तुम्हें एक खुशखबरी देने के लिए आया हूँ। आज बेतलेहेम में मसीहा पैदा हुआ है। वह लोगों को बचाएगा! तुम उसे कपड़े में लिपटा हुआ चरनी में पाओगे।’ उसके बाद अचानक ही कई स्वर्गदूत आ गए और परमेश्‍वर की जयजयकार करने लगे। इसलिए वे चरवाहे जल्द ही यीशु को ढूँढ़ने निकल पड़े और ढूँढ़ते-ढूँढ़ते अस्तबल में पहुँचे।

यीशु में ऐसी क्या खास बात है, जिसकी वजह से वह सबसे अलग है? पता है वह असल में कौन है? याद कीजिए, इस किताब की पहली कहानी में हमने आपको परमेश्‍वर के पहले बेटे के बारे में बताया था। इस बेटे ने यहोवा के साथ मिलकर आकाश, धरती और बाकी सब चीज़ें बनायी थीं। वही बेटा यीशु है!

यहोवा ने स्वर्ग में रहनेवाले अपने बेटे की जान को लेकर मरियम के अंदर डाल दिया था। उसी पल से वह धीरे-धीरे बढ़ने लगा, ठीक जैसे एक बच्चा अपनी माँ के अंदर बढ़ता है। पर यह बच्चा सबसे अलग था, क्योंकि यह परमेश्‍वर का बेटा था। आखिरकार यीशु यहाँ बेतलेहेम में एक अस्तबल में पैदा हुआ। अब आप समझे, क्यों स्वर्गदूत इतनी खुशी-खुशी यीशु के पैदा होने के बारे में लोगों को बता रहे थे?

लूका 2:1-20.

अध्ययन के लिए सवाल

    हिंदी साहित्य (1972-2025)
    लॉग-आउट
    लॉग-इन
    • हिंदी
    • दूसरों को भेजें
    • पसंदीदा सेटिंग्स
    • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
    • इस्तेमाल की शर्तें
    • गोपनीयता नीति
    • गोपनीयता सेटिंग्स
    • JW.ORG
    • लॉग-इन
    दूसरों को भेजें