अतिरिक्त लेख
मसीही माता-पिताओं के लिए संदेश:
माता-पिता होने के नाते, आप चाहते हैं कि आपके बच्चे यहोवा से प्यार करें, उसे अपना समर्पण करें और बपतिस्मा लें। आप उन्हें बपतिस्मा लेने के लिए कैसे तैयार कर सकते हैं? बपतिस्मा लेने से पहले उन्हें क्या करना होगा?
यीशु ने अपने शिष्यों को आज्ञा दी थी, ‘सब राष्ट्रों के लोगों को मेरा चेला बनना सिखाओ और उन्हें बपतिस्मा दो।’ (मत्ती 28:19) इस आयत के मुताबिक, बपतिस्मा लेने के लिए सबसे ज़रूरी माँग है कि एक व्यक्ति यीशु का चेला बने। चेला वह होता है जो न सिर्फ मसीह की शिक्षाएँ समझता है और उन पर विश्वास करता है, बल्कि उन पर चलता भी है। ऐसा छोटे बच्चे भी कर सकते हैं।
अपने बच्चों के लिए एक अच्छी मिसाल रखिए और उन्हें यहोवा की शिक्षाएँ मानना सिखाइए। (व्यव. 6:6-9) ऐसा करने के लिए आप खुशी से जीएँ हमेशा के लिए! किताब से उन्हें बाइबल की बुनियादी सच्चाइयाँ और बाइबल के सिद्धांतों के आधार पर तर्क करना और उनके मुताबिक जीना सिखा सकते हैं। उन्हें सिखाइए कि कैसे वे दूसरों को अपने शब्दों में अपने विश्वास के बारे में बता सकते हैं। (1 पत. 3:15) वे आपसे बहुत कुछ सीख सकते हैं। इसके अलावा, निजी अध्ययन और पारिवारिक उपासना करने, सभाओं में जाने और भाई-बहनों की संगति करने से भी वे बहुत कुछ सीखेंगे। नतीजा, उन्हें बढ़ावा मिलेगा कि वे तरक्की करके बपतिस्मा लें और परमेश्वर की सेवा में आगे बढ़ते जाएँ। उन्हें परमेश्वर की सेवा से जुड़े लक्ष्य रखने का बढ़ावा भी दीजिए।
नीतिवचन 20:11 कहता है, “बच्चा भी अपने कामों से दिखा देता है कि वह सीधी और सही चाल चल रहा है या नहीं।” किन कामों से पता चलेगा कि एक बच्चा, फिर चाहे वह लड़का हो या लड़की, यीशु मसीह का चेला बन गया है और बपतिस्मा लेने के लिए तैयार है?
जो बच्चा तरक्की कर रहा है और बपतिस्मा लेना चाहता है, उसे अपने माता-पिता की आज्ञा माननी चाहिए। (प्रेषि. 5:29; कुलु. 3:20) इस मामले में यीशु की मिसाल पर गौर कीजिए। बाइबल बताती है कि जब वह 12 साल का था, तब वह “लगातार [अपने माता-पिता के] अधीन रहा।” (लूका 2:51) बेशक, आप यह उम्मीद नहीं कर सकते कि आपका बच्चा कभी कोई गलती नहीं करेगा। लेकिन जो बच्चा बपतिस्मा लेना चाहता है, वह यीशु की तरह बनने की पूरी कोशिश करेगा और ज़ाहिर करेगा कि वह अपने माता-पिता के अधीन रहता है।
वह यह भी दिखाएगा कि उसे बाइबल में दर्ज़ सच्चाइयाँ सीखने में दिलचस्पी है। (लूका 2:46) क्या आपका बच्चा सभाओं में हाज़िर होना और उनमें हिस्सा लेना चाहता है? (भज. 122:1) क्या उसे नियमित तौर पर बाइबल पढ़ना और निजी अध्ययन करना अच्छा लगता है?—मत्ती 4:4.
जो बच्चा बपतिस्मे के योग्य बनने के लिए मेहनत कर रहा है, वह राज से जुड़े कामों को पहली जगह देता है। (मत्ती 6:33) वह यह बात अच्छी तरह समझता है कि दूसरों को अपने विश्वास के बारे में बताना उसकी ज़िम्मेदारी है। वह प्रचार के अलग-अलग पहलुओं में हिस्सा लेता है और अपने टीचरों और साथ पढ़नेवालों को यह बताने में शर्म महसूस नहीं करता कि वह यहोवा का साक्षी है। उसे ‘मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा’ में जो भाग दिया जाता है, वह उसे गंभीरता से लेता है।
वह बुरी संगति से दूर रहकर अपना चालचलन शुद्ध बनाए रखने की पूरी कोशिश करता है। (नीति. 13:20; 1 कुरिं. 15:33) यह बात संगीत, फिल्मों, टीवी कार्यक्रम, वीडियो गेम और इंटरनेट के मामले में उसके फैसलों से साफ ज़ाहिर होगी।
कई माता-पिताओं की कड़ी मेहनत का अच्छा नतीजा निकला है। उनके बच्चों ने सच्चाई अपनायी है और वे छोटी उम्र में ही बपतिस्मा लेने के योग्य बने हैं। हमारी दुआ है कि आपके बच्चे भी परमेश्वर के साथ अच्छा रिश्ता कायम करें और बपतिस्मा लें। यकीन मानिए, इस काम में यहोवा आपकी मदद ज़रूर करेगा।
बपतिस्मा-रहित प्रचारक के लिए संदेश:
बपतिस्मा-रहित प्रचारक के नाते मंडली के साथ मिलकर सेवा करना सम्मान की बात है। आपने अब तक जो तरक्की की है, वह काबिले-तारीफ है। बाइबल का अध्ययन करके आप परमेश्वर को जान पाए हैं और आपने उसके वादों पर विश्वास किया है।—यूह. 17:3; इब्रा. 11:6.
यहोवा के साक्षियों के साथ अध्ययन शुरू करने से पहले, हो सकता है आप किसी और धार्मिक संगठन से जुड़े हुए थे या शायद आप किसी भी धर्म को नहीं मानते थे। हो सकता है आप कोई ऐसा काम करते थे, जो बाइबल सिद्धांतों के खिलाफ है। मगर अब आपने पश्चाताप करके अपना विश्वास ज़ाहिर किया है। पश्चाताप का मतलब है, आपने पहले जो गलत काम किए थे, उनके लिए आपको गहरा अफसोस है। आपने अपना विश्वास मन-फिराव के ज़रिए भी दिखाया है जिसका मतलब है, गलत रास्ता छोड़ देना और परमेश्वर की नज़र में जो सही है, उसे करने की ठान लेना।—प्रेषि. 3:19.
वहीं दूसरी तरफ, हो सकता है कि ‘जब आप एक शिशु थे तभी से आप पवित्र शास्त्र के लेख जानते थे।’ इस वजह से आप गलत चालचलन और गंभीर पाप में नहीं उलझे। (2 तीमु. 3:15) आपने सीखा है कि जब आपके साथी आप पर कुछ ऐसा करने का दबाव डालते हैं, जो यहोवा की नज़र में बुरा है या किसी और तरीके से आपको गलत काम करने के लिए लुभाया जाता है, तो आप उनका कैसे विरोध कर सकते हैं। आपने सच्ची उपासना का साथ देकर और दूसरों को अपने विश्वास के बारे में बताकर दिखाया है कि आपको यहोवा पर विश्वास है। आपको सिखाया गया है कि आप किस तरह प्रचार कर सकते हैं। अब आपने खुद यह फैसला किया है कि आप एक बपतिस्मा-रहित प्रचारक के नाते यहोवा की सेवा करेंगे।
चाहे आपने बचपन से ही यहोवा के मार्ग पर चलना सीखा हो या बड़े होने के बाद यहोवा को जाना हो, अब आप यहोवा के और करीब आने के लिए शायद दो और कदम उठाने की सोच रहे हों। वे हैं, समर्पण और बपतिस्मा। समर्पण का मतलब है, प्रार्थना में यहोवा को बताना कि आपने अब से लेकर हमेशा-हमेशा तक सिर्फ उसकी उपासना करने का फैसला किया है। (मत्ती 16:24) इस समर्पण को सबके सामने ज़ाहिर करने के लिए आप पानी में बपतिस्मा लेंगे। (मत्ती 28:19, 20) समर्पण करके और बपतिस्मा लेकर आप यहोवा परमेश्वर के ठहराए हुए सेवक बनेंगे। यह क्या ही सम्मान की बात है!
लेकिन जैसे आपने बाइबल के अध्ययन से सीखा है, यह कदम उठाने की वजह से आपके सामने कई मुश्किलें आ सकती हैं। याद कीजिए कि यीशु के बपतिस्मे के कुछ ही समय बाद, “परमेश्वर की पवित्र शक्ति यीशु को वीराने में ले गयी। वहाँ शैतान ने उसे फुसलाने की कोशिश की।” (मत्ती 4:1) जब आप बपतिस्मा लेकर मसीह के एक चेले बनेंगे, तो हो सकता है आप पर और भी आज़माइशें आएँ। (यूह. 15:20) ये आज़माइशें कई तरीकों से आएँगी। हो सकता है आपके परिवारवाले आपका विरोध करें। (मत्ती 10:36) शायद आपके स्कूल के साथी, साथ काम करनेवाले या जिनके साथ आप पहले संगति करते थे, आपकी खिल्ली उड़ाएँ। मगर यीशु के उन शब्दों को हमेशा याद रखिए जो मरकुस 10:29, 30 में दर्ज़ हैं: “मैं तुमसे सच कहता हूँ, ऐसा कोई नहीं जिसने मेरी और खुशखबरी की खातिर घर या भाइयों या बहनों या पिता या माँ या बच्चों या खेतों को छोड़ा हो और इस ज़माने में घरों, भाइयों, बहनों, माँओं, बच्चों और खेतों का 100 गुना न पाए पर ज़ुल्मों के साथ और आनेवाले ज़माने में हमेशा की ज़िंदगी न पाए।” इस बात को ध्यान में रखते हुए हमेशा यहोवा के करीब रहिए और उसके नेक स्तरों पर चलने के लिए कड़ी मेहनत कीजिए।
जब आप बपतिस्मा लेना चाहेंगे, तो प्राचीनों के निकाय के संयोजक को इस बारे में बताइए। इस संदेश के बाद जो सवाल दिए गए हैं, उन्हीं की मदद से प्राचीन आपके साथ चर्चा करेंगे, ताकि वे तय कर सकें कि आप बपतिस्मे के योग्य हैं या नहीं। आप चाहें तो अभी से निजी अध्ययन करते वक्त इन सवालों पर गौर कर सकते हैं।
प्राचीनों के साथ आपकी जो चर्चाएँ होंगी, उनकी तैयारी करते वक्त दी गयी आयतें पढ़ने और उन पर मनन करने के लिए समय निकालिए। आप चाहें तो इस किताब में या किसी और जगह पर अपने नोट्स लिख सकते हैं। फिर जब प्राचीनों के साथ चर्चा होगी, तो आप अपने नोट्स का इस्तेमाल कर सकते हैं और इस किताब को खुला रख सकते हैं। अगर आपको कोई सवाल समझने में मुश्किल हो रही है, तो आप बेझिझक अपने बाइबल शिक्षक से मदद माँग सकते हैं या फिर प्राचीनों से पूछ सकते हैं।
जब प्राचीन आपके साथ चर्चा करेंगे, तो यह मत सोचिए कि आपको लंबे-चौड़े जवाब देने हैं। अपने शब्दों में, आसान और सीधा जवाब देना काफी है। ज़्यादातर सवालों के जवाब में, अच्छा होगा अगर आप एक-दो आयतों का भी ज़िक्र करें। इससे ज़ाहिर होगा कि आपके जवाब बाइबल के मुताबिक हैं।
अगर आपके साथ चर्चा करने के बाद प्राचीनों को लगेगा कि आपने अभी तक बाइबल की बुनियादी शिक्षाओं को ठीक-ठीक नहीं समझा है, तो वे आपकी मदद करने का इंतज़ाम करेंगे। फिर आप बाइबल की सही समझ पाकर उसे अपने शब्दों में बता सकेंगे और भविष्य में बपतिस्मा लेने के काबिल बन पाएँगे।
[मंडली के प्राचीनों के लिए: बपतिस्मा लेनेवालों के साथ चर्चा कैसे की जानी चाहिए, इस बारे में पेज 208-211 पर हिदायतें दी गयी हैं।]