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इज़ेबेल के सेवक उसे खिड़की से बाहर फेंक रहे हैं

पाठ 49

एक बुरी रानी को सज़ा मिली

राजा अहाब का महल यिजरेल में था। उसे अपने महल की खिड़की से अंगूरों का एक बाग दिखायी देता था। वह बाग नाबोत नाम के आदमी का था। अहाब को वह बाग बहुत पसंद था, इसलिए उसने नाबोत से उसे खरीदने की कोशिश की। मगर नाबोत ने उसे बेचने से इनकार कर दिया क्योंकि यहोवा का कानून था कि कोई भी अपनी विरासत की ज़मीन नहीं बेच सकता। क्या अहाब ने नाबोत का आदर किया कि वह सही काम कर रहा है? नहीं। अहाब बहुत गुस्सा हो गया, इतना कि वह अपने सोने के कमरे से बाहर नहीं आता था और उसने खाना तक खाने से इनकार कर दिया।

अहाब की पत्नी इज़ेबेल एक बुरी रानी थी। उसने अहाब से कहा, ‘तू इसराएल का राजा है। तू जो चाहे ले सकता है। मैं तुझे वह ज़मीन दिलाऊँगी।’ उसने शहर के मुखियाओं को चिट्ठियाँ लिखीं और उनसे कहा कि वे नाबोत पर इलज़ाम लगाएँ कि उसने परमेश्‍वर के बारे में बुरी बातें कही हैं और उसे पत्थरों से मार डालें। मुखियाओं ने ऐसा ही किया। फिर इज़ेबेल ने अहाब से कहा, ‘नाबोत मर गया है। अब उसका बाग तेरा है।’

इज़ेबेल ने नाबोत जैसे कई मासूम लोगों को मरवा डाला जो यहोवा से प्यार करते थे। इज़ेबेल मूर्तियों की पूजा करती थी और इस तरह के बहुत-से बुरे काम करती थी। यहोवा ने उसके सभी बुरे काम देखे। इसलिए यहोवा ने उसके साथ क्या किया?

अहाब की मौत के बाद उसका बेटा यहोराम राजा बना। यहोवा ने येहू नाम के आदमी को इज़ेबेल के पास भेजा ताकि वह उसे और उसके परिवार को सज़ा दे।

येहू अपने रथ पर सवार होकर यिजरेल गया जहाँ इज़ेबेल रहती थी। यहोराम अपने रथ पर सवार होकर येहू से मिलने आया और उससे पूछा, ‘सब ठीक तो है?’ येहू ने कहा, ‘जब तक तेरी माँ इज़ेबेल बुरे-बुरे काम करती रहेगी तब तक सब ठीक कैसे हो सकता है?’ यहोराम ने अपना रथ घुमाकर भागने की कोशिश की, मगर येहू ने उस पर तीर चलाया और वह मर गया।

येहू चिल्लाकर कहता है कि इज़ेबेल को नीचे फेंक दिया जाए

फिर येहू इज़ेबेल के महल गया। जब इज़ेबेल ने सुना कि येहू आ रहा है तो वह खूब सजी। उसने अपने बाल बनाए और ऊपर खिड़की के पास उसका इंतज़ार करने लगी। जब येहू महल पहुँचा तो इज़ेबेल ने उसे बुरा-भला सुनाया। येहू ने इज़ेबेल के पास खड़े उसके सेवकों से चिल्लाकर कहा, ‘उसे नीचे फेंक दो!’ उन्होंने इज़ेबेल को खिड़की के बाहर धकेल दिया और वह ज़मीन पर गिरकर मर गयी।

इसके बाद येहू ने अहाब के 70 बेटों को मार डाला और देश से बाल की पूजा का नामो-निशान मिटा दिया। इस कहानी से आपने क्या सीखा? यहोवा सबकुछ देखता है और बुरे काम करनेवालों को सही समय पर सज़ा देता है।

“चाहे एक इंसान लालच करके जायदाद पा भी ले, फिर भी अंत में उसे कोई आशीष नहीं मिलेगी।”—नीतिवचन 20:21

सवाल: इज़ेबेल ने नाबोत का अंगूरों का बाग लेने के लिए क्या किया? यहोवा ने कैसे इज़ेबेल को सज़ा दी?

1 राजा 21:1-29; 2 राजा 9:1–10:30

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