पत्रिकाएँ पेश करने के लिए क्या कहना चाहिए
सजग होइए! अक्टू.-दिसं.
“क्या आपकी यह तमन्ना है कि आप और आपका परिवार सेहतमंद रहे? [जवाब के लिए रुकिए और पेज 11 का लेख दिखाइए।] सजग होइए! के इस अंक में, अपनी सेहत की देखभाल करने के छः आसान तरीके बताए गए हैं। हमारे सिरजनहार ने वादा किया है कि वह वक्त जल्द आनेवाला है जब कोई न कहेगा कि ‘मैं रोगी हूँ।’” यशायाह 33:24 पढ़िए।
प्रहरीदुर्ग दिसं. 15
“साल के इस वक्त में, बहुत-से लोग यीशु के जन्म के बारे में सोचते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि वह किस किस्म के परिवार में पला-बढ़ा? [जवाब के लिए रुकिए। फिर लूका 2:51, 52 पढ़िए।] प्रहरीदुर्ग का यह अंक बताता है कि यीशु की परवरिश के बारे में बाइबल में दर्ज़ रिकॉर्ड से हम क्या सीख सकते हैं।”
सजग होइए! अक्टू.-दिसं.
“आप अलग-अलग जातियों के बारे में क्या सोचते हैं? क्या परमेश्वर सभी जातियों के लोगों को कबूल करता है? [जवाब के लिए रुकिए। फिर प्रेरितों 10:34, 35 पढ़िए।] सजग होइए! का यह अंक इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा करता है और हमें बताता है कि मानवजाति के बारे में परमेश्वर का नज़रिया जानने से हम सबको कैसे फायदा होगा।”
प्रहरीदुर्ग जन. 1
“बहुत-से लोग धरती पर शांति देखने के लिए तरसते हैं। क्या आपको लगता है कि हम कभी ये शब्द सच होते देखेंगे? [भजन 46:9 पढ़िए। फिर जवाब के लिए रुकिए।] प्रहरीदुर्ग का यह अंक बताता है कि यह कैसे होगा और हम क्यों यकीन रख सकते हैं कि युद्ध से मुक्त एक संसार लाने का परमेश्वर का वादा ज़रूर पूरा होगा।”