प्रश्न पेटी
● चूँकि हम अपने साहित्य का उपयोग सबसे अनुकूल रीति से करना चाहते हैं, सड़क पर किए गए प्रचार कार्य में साहित्य पेश करते समय कौनसा तरीक़ा सबसे सहायक होगा?
सड़क पर प्रचार कार्य करते समय, हाथ में पत्रिकाओं या अन्य प्रकाशन लिए, हमारा लोगों के समीप आना उचित है। हमारा लक्ष्य लोगों के साथ बातचीत करने की कोशिश करना है। उस रीति से हम तै कर सकते हैं कि क्या यह व्यक्ति जिससे हम ने सम्पर्क किया है, दिलचस्पी रखता है और हमारी पत्रिकाएँ पढ़ने के लिए राज़ी होगा या नहीं। अगर पत्रिका में दिए गए किसी एक लेख पर संक्षिप्त रूप से विचार-विमर्श करना संभव होगा, तो यह उत्तम है। शायद यह समझाना भी संभव होगा कि हमारा कार्य स्वयंसेवकों द्वारा किया जाता है और यह कोई व्यापारिक कारोबार नहीं। कभी-कभी, प्रचारक को पत्रिका की विषय-सूची और उसके फ़ायदों के बारे में बातचीत करते हुए उस व्यक्ति के साथ चलते रहना पड़ेगा।
परन्तु, हमें विवेकशील होना और लिहाज़ दिखाना चाहिए। हम सड़कों पर जिन लोगों से मिलते हैं, उन में से अनेक लोग शायद ऐसी जल्दी में होंगे कि हमें उनकी दिलचस्पी को पहचान लेने में कठिनाई होगी। ऐसे में, सिर्फ़ एक ट्रैक्ट पेश करना ही बेहतर होगा ताकि जब वे हम से फिर मिलेंगे और हमारे साथ बातचीत करने के लिए रुक सकेंगे, तब हमारा और अधिक साहित्य लेने के लिए उनकी भूख बढ़ी जा चुकी होगी।
निश्चित समय और स्थानों पर सड़क का प्रचार कार्य करने में डटे रहने के द्वारा, लोग हम से परिचित होंगे और जब उन्हें मौक़ा मिलेगा, तब हमारे साथ बातचीत करने के लिए प्रसन्न होंगे, और इस प्रकार हमें उनकी दिलचस्पी का अन्दाज़ा लगाने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा।
हम अपना साहित्य अक्लमन्दी से इस्तेमाल करना चाहते हैं। इसलिए, हमें साहित्य पेश करने के लिए एक उचित समय चुनने की कोशिश करनी चाहिए। हमारा ऐसा करने से हम उस दिलचस्पी को बढ़ाने के लिए प्रबंध कर सकेंगे और हमारा कार्य किस प्रकार है, इस बारे में अधिक जानकारी देने के लिए हमें समय मिलेगा।