क्षेत्र सेवा के लिए तैयारी करने की एक व्यावहारिक पद्धति
क्या आप कभी-कभी क्षेत्र सेवा के किसी पहलू में हिस्सा लेने से झिझकते हैं, इसीलिए कि आप नहीं जानते क्या कहना है? अगर ऐसा है, तो हमें यक़ीन है कि आप हमारी राज्य सेवा में बतायी जानेवाली इस नयी पद्धति के लिए एहसानमन्द होंगे।
२ इस अंक से लेकर, हमारी राज्य सेवा में राज्य के संदेश को प्रस्तुत करने में और भी विभिन्न सुझाव दिए जाएँगे, चाहे यह घर-घर की सेवा में हो, एक पुनःभेंट में हो, या किसी बाइबल अध्ययन में हो। इन्हें आपकी सोचने की शक्ति को प्रेरित करना चाहिए, कि आप सेवकाई में कौनसी अभिव्यक्तियाँ इस्तेमाल करना चाहेंगे। सेवकाई के लिए तैयारी करते समय, एक ऐसे प्रस्तुतीकरण को चुन लीजिए, जो आपके इलाके के लिए सबसे बेहतर रूप से उपयुक्त हो। फिर, यह तै कीजिए कि क्या आप लेख में सुझाए गए शब्द इस्तेमाल करेंगे या क्या आप ऐसे शब्द इस्तेमाल करेंगे जो स्थानीय परिस्थितियों या खुद आपके व्यक्तित्व के अनुकूल हैं। शायद आपका प्रस्तुतीकरण ज़्यादा बातचीत की तरह लगे अगर आप इसे स्वाभाविक रूप से अपने शब्दों में व्यक्त करेंगे। क्या आप अपनी सेवकाई को किसी रीति से बढ़ाना चाहेंगे, शायद उसके किसी एक पहलू में पहली बार हिस्सा लेने के द्वारा? दिए गए ब्योरेवार सुझाव शायद वही होंगे, जो आपको शुरुआत करने के लिए ज़रूरी हों।
३ अगर आप क्षेत्र सेवा के लिए मण्डली की कोई सभा संचालित करते हैं, तो आपको हमारी राज्य सेवा में दिए गए विषय से अच्छी तरह वाक़िफ़ होना चाहिए। अपनी प्रति में अच्छी तरह से अभ्यास करें, और उन सुझावों की ओर ध्यान आकर्षित करें जो संभवतः स्थानीय रूप से सबसे प्रभावकारी होंगे।
४ हम सब उन बातों का मज़ा लेते हैं जो हम अच्छी तरह से करते हैं। यह हमारी आशा है कि इस व्यावहारिक पद्धति से दोनों, नए और अधिक अनुभवी प्रचारकों को अपनी राज्य सेवकाई में प्रभावकारी और आनन्दित होने की मदद होगी।