प्रश्न पेटी
▪ कैसे सेवा अध्यक्ष साहित्य और पत्रिका विभागों को सँभालने वाले सेवकाई सेवकों के कार्य का निरीक्षण कर सकता है?
सेवा अध्यक्ष की रुचि का क्षेत्र सिर्फ़ हर महीने पुस्तक अध्ययन दलों का भेंट करने और नियमित क्षेत्र सेवा के सभाओं का इंतज़ाम करने तक ही सीमित नहीं है। यह जोशीला प्राचीन कलीसिया के नियत क्षेत्र में प्रचार कार्य की उन्नति पर प्रभाव डालनेवाले हर किसी चीज़ पर उत्सुकता से रुचि रखता है।
वह निश्चित कर लेगा कि हर महीने अभियान साहित्य और पत्रिकाएँ की प्रचूर सप्लाई उपलब्ध है और कि ये बहुत ही अच्छे हाल में है। इसकी ख़ातिर वह उन सेवकाई सेवकों की ज़िम्मेदारियों का निरीक्षण करता है जो साहित्य और पत्रिका विभाग सँभालने के लिए नियत किए गए हैं।
सेवा अध्यक्ष आनेवाले साहित्य अभियान की घोषणाओं पर ख़ास ध्यान देता है जब ये हमारी राज्य सेवा में आती हैं। वह और साहित्य कार्य की देखरेख करनेवाला भाई यह निश्चित कर लेने के वास्ते एक साथ काम करते हैं कि पर्याप्त मात्रा में साहित्य उपयोग के लिए रहें, पर ज़्यादा न मंगाएँ इस बात पर सावधानी बरतनी चाहिए। अगर एक प्रकाशन पहली बार क्षेत्र में उपयोग किया जाएगा या इसे जल्द ही कलीसिया में अध्ययन किया जाएगा, तो संस्था के पास माँग करते समय इन सब कारणों पर ग़ौर किया जाना चाहिए। अगर साहित्य को पहले पेश किया गया है, तो कलीसिया का पिछले अभियान की क्षेत्र सेवा रिपोर्ट यह सूचित करेगा कि क्या उपलब्ध सप्लाई पर्याप्त होगा या नहीं। प्रचारकों की संख्या जो महीने में सहायक पायनियर कार्य में सेवा करेंगे साथ ही इस साहित्य को पिछले बार पेश करने के बाद प्रचारकों और नियमित पायनियरों की संख्या में वृद्धि जैसे कारकों पर बेशक ध्यान दिया जाना चाहिए। साहित्य दोनों कलीसिया की सभाओं से पहले और बाद उपलब्ध होना चाहिए। किसी भी हानि को रोखने के वास्ते एक साफ, सूखे जगह में साहित्य को सही तरह से रखा जाना चाहिए।
सेवा अध्यक्ष पत्रिका विभाग को सँभालनेवाले भाई को भी अपना सहयोग देगा। समय-समय पर, सेवा अध्यक्ष और पत्रिकाओं को सँभालनेवाले भाई ने हर महीने मँगाए गए पत्रिकाओं की संख्या को असल में सेवकाई में दिए गए पत्रिकाओं की संख्या से तुलना करनी चाहिए। यह हो सकता है कि कुछ प्रचारकों को अपना मँगाया गया पत्रिकाओं की मात्रा कम करनी चाहिए अगर ये नियमित तौर पर उनके घरों में जमा होती हैं। पत्रिकाओं को बरबाद नहीं करना चाहिए।
यही सिद्धांतों को मन में रखकर, सेवा अध्यक्ष ने वयैक्तिक होकर लिटरेचर ऑडर फार्म (S-14) पर कलीसिया द्वारा मंगाए गए अभियान साहित्य की मात्रा को जाँचना चाहिए। फिर वह फार्म को कलीसिया सचिव को देगा, जो सूचीबद्ध किए गए नियंत्रित स्टॉक वस्तुओं की संख्या पर ख़ास ध्यान देकर सावधानी से फार्म के बाकी मुद्दों को जाँचेगा।
बेशक, साहित्य और पत्रिका विभाग को सही तरह से सँभालने में कुछ मात्रा में काग़ज़ाती काम ज़रूरी है। अगर नियत भाइयों को फार्म और रिकॉर्ड रखने के उपयोग के संबंध में कई सवाल हैं, सचिव उनके कार्य के इस पहलू में उन्हें मदद देने में ख़ुश होगा