सृष्टि के परमेश्वर की स्तुति करें
खूबसूरत प्राकृतिक दृश्य, रंगीन सूर्यास्त, रातों के तारों-भरे आसमान, परिन्दों के मधुर गीत—इन मनोहर बातों के लिए आप किस को श्रेय देते हैं? जी हाँ, हम सृष्टि के परमेश्वर की स्तुति करने के लिए प्रेरित होते हैं। हम प्रकाशितवाक्य ४:११ में दी घोषणा से जी-जान से सहमत हैं। चूँकि उसने सारी चीज़ों की सृष्टि की है, यहोवा परमेश्वर हमारी स्तुति के योग्य है।
२ परमेश्वर के सृजनात्मक कार्यों के सबूत के बावजूद, इंसानों ने इस धारणा को प्रवर्तित किया है कि जीवन आकस्मिक रीति से उत्पन्न हुआ या निरुद्देश्य क्रमविकास के ज़रिए। इस बहुत बड़े झूठ ने इंसानों को भ्रष्ट किया और नैतिक पतन में डाला है, और यह हमारे महान् सृष्टिकर्ता के नाम पर एक निन्दात्मक कलंक है।—सभो. १२:१; रोमि. १:२०, २५.
३ अक्तूबर में, यहोवा के वफ़ादार सेवकों के तौर से, हमें हमारे सृष्टिकर्ता और उसके अद्भुत कार्यों की सच्चाई पेश करने का मौक़ा है। लाइफ़—हाउ डिड् इट् गेट् हियर? बाय एवोल्यूशन ऑर बाय क्रिएशन? किताब उन सभी लोगों को पेश किया जाएगा जो जीवन के स्रोत और उद्देश्य से संबंधित तथ्यों के बारे में सीखने में असली दिलचस्पी दर्शाते हैं। यह प्रकाशन हमें जीवन के स्रोत के विषय में निडर बचाव करने में मदद करता है।
४ विशेष क्षेत्र: घर-घर प्रचार करने के अलावा, हम ऐसे लोगों से बात करने की ख़ास कोशिश कर सकते हैं, जिन्हें क्रमविकास या सृष्टि के विषय में विशेष दिलचस्पी है। हम उनसे उनके कार्य-स्थल या स्कूल में संपर्क कर सकते हैं। मिसाल के तौर पर, जवान गवाहों ने क्रिएशन किताब देने में सफलता पायी है जब उन्होंने इसे अपने शिक्षकों को दिखायी है। एक गवाह युवक ने अपने शिक्षक को एक क्रिएशन किताब दी, और उसे यह ग़ौर करके ताज्जुब हुआ कि शिक्षक ने न सिर्फ़ इस में अच्छी तरह अभ्यास किया था लेकिन कक्षा को सिखाने के लिए एक आधार-पुस्तक के तौर से भी इस्तेमाल करना शुरू किया। (w90 9/1 पृष्ठ ३२; w86 10/1 पृष्ठ ३२) क्यों ने आप अपने उन शिक्षक-शिक्षिकाओं तथा सह-पाठियों के पास जाकर यह किताब दिखाएँ जिन्हें, आपके ख़याल में, यह बढ़िया प्रकाशन पढ़ना पसन्द होगा।
५ आपके क्षेत्र में रहनेवाले या काम करनेवाले कालेज विद्यार्थियों और शिक्षकों से मिलने की ख़ास कोशिश की जा सकती है। वकील और चिकित्सक जैसे पेशावर लोगों ने क्रिएशन किताब में पायी गयी अत्याधिक गवेषणा और प्रलेख-पोषण का मूल्यांकन किया है। (yb87 पृष्ठ ५४) आप जिन लोगों के पास जाएँगे, वे शायद इस खूबसूरत सचित्रित प्रकाशन को एक हवाले के तौर से रख लेना चाहेंगे।
६ अक़्लमन्दी दिखाकर, हम क्रिएशन किताब सिर्फ़ इसलिए हर व्यक्ति को नहीं दिखाएँगे, क्योंकि अनेक लोगों को इस विषय में बिलकुल ही कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्हें ऐसी पत्रिकाएँ या अन्य कोई साहित्य दिया जा सकता है, जो आपकी राय में उन्हें आकर्षित करेगा। लेकिन जैसे-जैसे आप इस किताब में पाए जानेवाले किसी एक या उस से ज़्यादा मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे जिस से कुछ सीखा जा सकता है और जो एक सृष्टिकर्ता में विश्वास पैदा करते हैं, आप सही रीति से प्रवण लोग पाएँगे जो शायद ज़्यादा सीखना चाहेंगे। हम ऐसे लोगों को ही क्रिएशन किताब पेश करना चाहते हैं।
७ यह बढ़िया साधन न सिर्फ़ कई और लोगों को क्रमविकास के बेतुकेपन को देखने में मदद करें, पर उन्हें जीवन की देन के लिए क़दर विकसित करने की भी मदद करें। यह किताब उन में जीवन-दाता तथा ‘आकाश और पृथ्वी के कर्त्ता’ की महिमा के लिए सर्वदा जीवित रहने की इच्छा प्रेरित करेगी।—भजन. १४६:६.