ईश्वरशासित समाचार
बोलिविया: अक्तूबर के लिए शाखा ने ९,५८८ प्रकाशकों का एक नया शिखर रिपोर्ट किया। उन्होंने गृह बाइबल अध्ययनों, पुनःभेंट, कलीसिया प्रकाशकों, और नियमित पायनियरों में भी नए शिखर हासिल किए। कलीसिया प्रकाशकों ने क्षेत्र सेवकाई में औसतन १४ घंटे बिताए।
एस्टोनिया: सितम्बर में १,७५३ प्रकाशक सेवा की रिपोर्ट कर रहे थे। यह पिछले साल के मासिक औसत से २४-प्रतिशत की वृद्धि थी।
भारत: दिसम्बर १९९३ के अंत में, इस देश का सबसे बड़ा अधिवेशन कोट्टयम में आयोजित किया गया, जिसकी शिखर उपस्थिति ६,९६७ थी और ३१४ ने बपतिस्मा लिया। भारत में एक अवसर पर हुए पिछले सबसे बड़े बपतिस्मे से यह बपतिस्मा संख्या ६६-प्रतिशत अधिक थी।
कुल मिलाकार २१,३२० व्यक्ति १९९३ में आयोजित १६ “ईश्वरीय शिक्षा” ज़िला अधिवेशनों में उपस्थित हुए, और इन में ८२५ व्यक्तियों ने बपतिस्मा लिया। भारत में १९९२ के “ज्योति वाहक” ज़िला अधिवेशनों में उपस्थित लोगों की संख्या से यह उपस्थिति तीन प्रतिशत की वृद्धि चित्रित करती है। लेकिन पिछले साल अधिवेशनों में बपतिस्मा लेनेवालों की कुल संख्या से यह बपतिस्मा संख्या १५-प्रतिशत की प्रोत्साहक वृद्धि दिखाती है।
लिथुएनिया: अक्तूबर की रिपोर्ट ८७१ प्रकाशकों का एक नया शिखर दिखाती है, जो अक्तूबर १९९२ से ३९-प्रतिशत की वृद्धि है।
टर्की: “ईश्वरीय शिक्षा” ज़िला अधिवेशन में १,५१० उपस्थित थे, और ४४ जनों ने अपने समर्पण का प्रतीक दिया। अधिवेशन के बारे में स्थानीय टेलिविज़न पर एक बढ़िया रिपोर्ट दिखायी गयी।