पुनःभेंट करने के द्वारा दिखाइए कि आप परवाह करते हैं
दर-दर जाकर दिलचस्पी रखनेवालों को ढूँढना, दूसरों को राज्य संदेश सुनने का अवसर देने की आपकी इच्छा को प्रदर्शित करता है। इसलिए जनवरी के महीने के दौरान, अपने साहित्य वितरणों पर पुनःभेंट करने का निश्चय कीजिए, क्योंकि यह एक उत्तम तरीक़ा है यह दिखाने के लिए कि आप दूसरों की परवाह करते हैं।
२ “आप के लिए आनन्द का सुसमाचार” पुस्तक के आपके वितरण पर पुनःभेंट करने के लिए यहाँ एक सुझाव है:
▪“हम सब अच्छी ख़बरें सुनना पसन्द करते हैं। अनेक लोग महसूस करते हैं कि वास्तविक अच्छी ख़बरें इस संसार में नहीं मिलती। आप इस बारे में कैसा महसूस करते हैं? [प्रतिक्रिया के लिए रुकिए।] हम सब जानते हैं कि अच्छी ख़बरें हमें ख़ुश और प्रफुल्ल कर सकती हैं। सर्वोत्तम ख़बर बाइबल में पायी जाती है, जो भविष्य के बारे में जानकारी का एकमात्र भरोसेमंद स्रोत है। [पृष्ठ ७-९ पर उद्धृत किए गए शास्त्रवचनों को दिखाइए।] हम एक अवसर चाहते हैं, आपको इसका सबूत दिखाने के लिए कि ऐसी परिस्थितियाँ जल्द आनेवाली हैं।” समझाइए कि इस पुस्तक की मदद से बाइबल का अध्ययन गृहस्वामी को इन प्रतिज्ञाओं पर विश्वास का आधार पाने में समर्थ कर सकता है।
३ यदि आपने “तेरा राज्य आए” पुस्तक छोड़ी थी, तो आप अपने वार्तालाप को इस तरह से दुबारा शुरू करने की कोशिश कर सकते हैं:
▪“पिछली बार हमने परमेश्वर के राज्य और वह हमारे लिए क्या करेगा के बारे में बातें की थीं। वह राज्य जल्द ही इस पृथ्वी को एक परादीस बनाएगा। चूँकि हमने कभी परादीस नहीं देखा है, तो उसकी कल्पना करना शायद कठिन हो सकता है। वह परादीस कुछ इस प्रकार का दिख सकता है। [पृष्ठ ४ और ५ पर दिया गया चित्र दिखाइए।] बाइबल में इस प्रकार के परादीस की प्रतिज्ञा की गयी है।” भजन ७२:७ पढ़िए। यदि दिलचस्पी है, तो पृष्ठ १७६, अनुच्छेद ३ और ४ खोलिए, और बताइए कि यदि हम आनेवाले उस परादीस में जीना चाहते हैं तो हमें क्या करना है।
४ जहाँ आपने “सच्ची शान्ति और सुरक्षा—किस स्रोत से?” (अंग्रेज़ी) पुस्तक दी है, वहाँ कुछ इस प्रकार की संक्षिप्त प्रस्तुति को इस्तेमाल करते हुए आप शायद पुनःभेंट कर सकते हैं:
▪“आज संसार के नेता शान्ति और सुरक्षा लाने में असमर्थ रहे हैं। यहोवा परमेश्वर ही एकमात्र व्यक्ति है जो ऐसा कर सकता है। बाइबल हमें दिखाती है कि हमें क्या करने की ज़रूरत है। [अध्याय ९ खोलिए और दिखाइए कि हमें बाइबल की प्रतिज्ञाओं पर विश्वास रखने का एक ठोस आधार है।] मैं आपको दिखाना चाहूँगा कि यह पुस्तक कैसे आपकी मदद कर सकती है।”
५ जहाँ आपने “क्या यही जीवन सब कुछ है?” पुस्तक दी है, वहाँ इस सुझाव को इस्तेमाल करते हुए आप शायद पुनःभेंट कर सकते हैं:
▪“पिछली बार मैंने इस पुस्तक की एक प्रति आपके पास छोड़ी थी, जो पृथ्वी पर अनन्त जीवन की आशा देती है। इस पुस्तक को पढ़ने के बाद, आप किस नतीजे पर पहुँचे? [प्रतिक्रिया के लिए रुकिए।] संभवतः आप उन भागों को पढ़ने पर प्रोत्साहित हुए होंगे जो एक परादीसीय नए संसार की प्रतिज्ञा करते हैं, जहाँ हम मृत्यु के डर के बिना जी सकते हैं। [पुस्तक के अध्याय १६ खोलिए और पृष्ठ १४७ पर दिए गए उपशीर्षक को दिखाइए। यशायाह २५:८ पढ़िए।] मुझे विश्वास है कि आप और आपके प्रिय जन एक ऐसे संसार में जीना पसन्द करेंगे। ध्यान दीजिए कि पृष्ठ १५२ का अन्तिम अनुच्छेद इसके बारे में क्या कहता है।” अनुच्छेद पढ़िए, और बताइए कि यहोवा को ढूँढने का अर्थ है उसके वचन, बाइबल का अध्ययन करने के द्वारा उसके और उसके उद्देश्यों के बारे में और ज़्यादा सीखना।
६ अपनी भेड़ की परवाह करनेवाले एक प्रेममय चरवाहे के रूप में यहोवा ने एक परिपूर्ण उदाहरण रखा है। (यहे. ३४:११-१४) उसकी प्रेममय परवाह की नक़ल करने का हमारा निष्कपट प्रयास उसे प्रसन्न करता है, हमारा प्रेम प्रदर्शित करता है, और दूसरों को आशिष लाता है।