‘प्रभु के काम में अत्यधिक रूप से व्यस्त रहना’
निश्चित ही, अप्रैल और मई के दौरान हमारे पास ईश्वरशासित गतिविधियों की एक व्यस्त तालिका है जिसका हम इंतज़ार करते हैं! अप्रैल १४ को हम मसीह की मृत्यु का स्मारक मनाएँगे। इस महत्त्वपूर्ण अवसर पर उपस्थित होने के लिए जितना सम्भव हो सके उतने लोगों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए: व्यापार के द्वारा परिचित लोग, अविश्वासी रिश्तेदार, सहपाठी, नयी दिलचस्पी दिखानेवाले व्यक्ति, और बाइबल विद्यार्थी। जिन लोगों को निमंत्रण देने की आपने योजना बनाई है, उनकी एक सूची बनाइए ताकि आप किसी को न भूलें।
२ उसके अगले सप्ताह हम स्मारक के लिए उपस्थित हुए सभी लोगों को अप्रैल २३ का जन भाषण सुनने के लिए प्रोत्साहित करेंगे, जिसका विषय होगा “झूठे धर्म का अन्त निकट है।” यह आशा की जाती है कि अनेक दिलचस्पी दिखानेवाले लोग, जो इस सीधे संदेश को सुनते हैं, कलीसिया के साथ सिर्फ़ ख़ास अवसरों पर ही नहीं, लेकिन नियमित रूप से संगति करने की ज़रूरत को समझेंगे।
३ ख़ास राज्य समाचार रिलीज़ किया जाना है: एक समयोचित चार-पृष्ठवाले राज्य समाचार नं. ३४ का रिलीज़, अप्रैल २३ की सभा की एक विशेषता होगी, जिसे मई १४ तक विस्तृत रूप से वितरित किया जाएगा। क्या आप सहमत नहीं हैं कि इस स्मारक समय में ‘प्रभु के काम में अत्यधिक रूप से व्यस्त रहने’ के लिए बहुत कुछ होगा?—१ कुरि. १५:५८, NW.
४ राज्य समाचार की सप्लाई प्रत्येक कलीसिया को भेज दी जाएगी। राज्य समाचार के बक्सों को एक सुरक्षित स्थान पर रखा जाना चाहिए और उन्हें अप्रैल २३ के कार्यक्रम की समाप्ति तक नहीं खोला जाना चाहिए। उस समय राज्य समाचार भाइयों को और जनता को वितरण करने के लिए उपलब्ध हो जाएगा। अप्रैल २३ की कलीसिया सभाओं, सर्किट सम्मेलनों, या ख़ास सम्मेलन दिन कार्यक्रमों की समाप्ति पर, वहाँ उपस्थित प्रत्येक व्यक्ति एक प्रति प्राप्त करेगा ताकि वह इसके अंतर्विषय से परिचित हो सके और उसके वितरण के लिए सज्जित रहे।
५ प्राचीनों के पास व्यस्त रहने के लिए अत्यधिक काम होगा: इस महीने के आरंभ में प्रचीनों के निकाय को इस ख़ास अभियान के विवरणों की चर्चा करने के लिए मिलना चाहिए। कलीसियाओं को उन्हें नियुक्त सारे क्षेत्र को पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए। अभियान समाप्त होने से पहले, उन क्षेत्रों में काम करने का ख़ास प्रयास कीजिए जिन्हें पिछले छः महीनों में पूरा नहीं किया गया है। इस काम के महत्त्व को समझते हुए, हम जितना हो सके उतना समय सेवकाई के लिए अलग रखना चाहेंगे। इसमें कोई शक नहीं कि सामान्य तौर पर जितने प्रकाशक सहयोगी पायनियर कार्य करते हैं, उनसे ज़्यादा प्रकाशक इस समय शामिल होंगे। अति संभव है कि अनेक बाइबल विद्यार्थी भी हमारे साथ हाल ही में स्वीकृति प्राप्त बपतिस्मा-रहित प्रकाशकों के रूप में शामिल होंगे। जब हम प्रभु के काम में एक साथ मेहनत करेंगे, वह हमारे लिए क्या ही आनन्ददायी समय होगा!
६ कलीसिया पुस्तक अध्ययन संचालकों को हर शनिवार और रविवार को समूह गवाही कार्य करने के लिए निश्चित प्रबंध करने चाहिए। हरेक व्यक्ति को सक्रिय हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। सप्ताहांत की गतिविधि के अतिरिक्त, अभियान के दौरान कम-से-कम सप्ताह में एक बार संध्या गवाही कार्य निर्धारित किया जाना चाहिए। शायद कुछ लोग स्कूल के बाद सेवा के लिए मिलना चाहें ताकि ऐसे विद्यार्थी शामिल हों जो अतिरिक्त हिस्सा लेना चाहते हैं।
७ क्षेत्र सेवा के लिए सभाओं की तालिका बनाई जानी चाहिए ताकि प्रकाशक और पायनियर हर दिन सेवकाई जल्दी शुरू कर सकें। इन सभाओं को संक्षिप्त होना चाहिए। प्रत्येक सभा में राज्य समाचार की एक सरल प्रस्तुति को पेश किया जाना चाहिए। दोपहर की सेवा के लिए सभाओं में, जिन्होंने राज्य समाचार स्वीकार किया है उनके साथ पुनःभेंट करने के लिए शायद एक या दो सुझाव शामिल किए जा सकते हैं। बहरहाल, कुछ प्रकाशक शायद सुबह और दोपहर, दोनों समय वितरण में भाग लेना पसंद करेंगे। इस उद्देश्य के लिए सेवा ओवरसियर यह निश्चित करना चाहेगा कि पर्याप्त क्षेत्र उपलब्ध है। दिलचस्पी दिखानेवाले प्रत्येक व्यक्ति का नाम और पता घर-घर के रिकार्ड में नोट किया जाना चाहिए। संक्षिप्त चर्चा के मुख्य मुद्दों को शायद टिप्पणी के स्तंभ में शामिल किया जा सकता है। यह अगले सप्ताह या महीने में पुनःभेंट के लिए एक रास्ता तैयार करेगा।
८ अगर एक कलीसिया दूसरी कलीसिया को उसके क्षेत्र को पूरा करने के लिए मदद करती है, तो दिलचस्पी रखनेवाले लोगों के नाम और पते उस क्षेत्र की देखभाल करने के लिए ज़िम्मेदार कलीसिया को लौटा दिए जाने चाहिए।
९ माता-पिताओं, क्या आपके बच्चे बपतिस्मा-रहित प्रकाशक बनने की ओर प्रगति करने का प्रयास कर रहे हैं? यह देखा गया है कि कुछ कलीसियाओं में सुशील बच्चे अपने समर्पित माता-पिता के साथ सेवकाई में काफ़ी वर्षों तक साथ गए हैं, और वे बच्चे प्रभावकारी भी साबित हुए हैं, हालाँकि वे अब तक सुसमाचार के प्रकाशक नहीं हैं। माता-पिताओं को इस बात पर ग़ौर करना चाहिए कि क्या उनके बच्चे इस विशेषाधिकार के लिए सचमुच योग्य हैं। दो प्राचीन परिवार के सिर के साथ सभी तत्वों की चर्चा करके यह निर्धारित कर सकते हैं कि क्या वह बच्चा एक बपतिस्मा-रहित प्रकाशक माना जा सकता है या नहीं।—om, (अंग्रेज़ी) पृष्ठ ९९-१००.
१० क्या आपकी कलीसिया के क्षेत्र का कोई प्रकाशक, यहोवा को स्तुतिरूपी बलिदान चढ़ाने में अब सक्रिय नहीं हैं? (इब्रा. १३:१५) कुछ लोग जो निष्क्रिय हैं, उन पर शायद निरुत्साह या जीवन की चिन्ताएँ हावी हो गयी हैं, हालाँकि वे बाइबल के नैतिक स्तरों का पालन करना जारी रखते हैं। एक प्राचीन द्वारा एक मैत्रीपूर्ण भेंट शायद उन्हें कलीसिया के साथ नियमित संगति करने के लिए लौटने और उपयुक्त समय पर, सेवकाई में नए सिरे से कार्य करने के लिए प्रेरित कर सकती है।
११ इस आनन्दप्रद काम में योग्य सभी व्यक्ति भाग ले सकते हैं: बच्चों या किशोरों, क्या आप में से कुछ लोग घर-घर की सेवकाई में भाग लेना मुश्किल पाते हैं? आप नए लोगों के बारे में क्या जिनका प्रचार कार्य में अनुभव काफ़ी कम है? आप इस ख़ास राज्य समाचार के साथ कार्य करना बहुत ही आनन्दप्रद पाएँगे! सिर्फ़ एक सरल प्रस्तुति की ज़रूरत है।
आप शायद कुछ इस तरह कह सकते हैं:
▪“इस महीने हम संसार-भर के २३२ देशों में एक महत्त्वपूर्ण संदेश वितरित कर रहे हैं। यह संदेश महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें विश्वास करने के लिए ठोस कारण देता है कि आज हम जिन समस्याओं का सामना करते हैं, उनका एक हल है। हम चाहेंगे कि आप अपनी एक व्यक्तिगत प्रति लें।”
या आप शायद यह इस्तेमाल कर सकते हैं:
▪“इस महीने लगभग पचास लाख स्वयंसेवक दर्जनों भाषाओं में एक महत्त्वपूर्ण संदेश वितरित कर रहे हैं। यह उन लोगों के लिए तैयार किया गया है जो ऐसी समस्याओं का अन्त देखना चाहेंगे जिनका हम सभी आज सामना करते हैं। यह रही आपकी एक व्यक्तिगत प्रति।”
शायद यह सरल प्रस्तुति आपको सुविधाजनक लगे:
▪“हम सभी लोगों को इस महत्त्वपूर्ण संदेश को पढ़ने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं जिसका शीर्षक है [राज्य समाचार का शीर्षक पढ़िए]। ध्यान दीजिए कि यहाँ पृष्ठ २ पर . . . से संबंधित बढ़ती समस्याओं के बारे में क्या कहा गया है [राज्य समाचार से चुने हुए वाक्य को पढ़िए]। हमें विश्वास है की इस समयोचित संदेश के बाक़ी भाग को पढ़ने का आप आनन्द उठाएँगे। यह रही आपकी प्रति।”
१२ राज्य संदेश को स्वीकार करनेवाले प्रत्येक व्यक्ति में व्यक्तिगत दिलचस्पी लीजिए। धीरे-धीरे और स्पष्ट रूप से बोलिए; अपनी प्रस्तुति में जल्दबाज़ी करने की कोई ज़रूरत नहीं है। हम अपने क्षेत्र को ठीक तरह से पूरा करना चाहते हैं और यह निश्चित करना चाहते हैं कि राज्य समाचार पढ़ने में दिलचस्पी व्यक्त करनेवाले सभी लोगों को एक व्यक्तिगत प्रति दी जाए। जब घर पर कोई नहीं है, तब अपने घर-घर के रिकार्ड को ध्यानपूर्वक लिखिए ताकि आप गृहस्वामी को राज्य समाचार पेश करने के लिए उपयुक्त समय पर लौट सकें। सड़क गवाही कार्य में जब एक व्यक्ति इसके विषय को पढ़ने में दिलचस्पी दिखाता है तब इस राज्य समाचार को इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रतियों को अंधाधुंध नहीं दिया जाना चाहिए, मानो वे परचे हों। इसके बजाय, राहगीर के पास जाइए, और दिए जा रहे संदेश के महत्त्व को समझाइए। राज्य समाचार को अनौपचारिक गवाही कार्य में इस्तेमाल कीजिए, जैसे कि सफ़र करते समय, या खाने की छुट्टी के दौरान संगी कर्मचारियों को गवाही देते समय। जो घर से बाहर निकलने में असमर्थ हैं या अन्य प्रकार से अस्वस्थ हैं, वे इन्हें भेंटकर्ताओं, डॉक्टरों और नर्सों, विक्रेताओं, और उनके घर में आनेवाले अन्य लोगों को पेश कर सकते हैं।
१३ अभियान के दौरान आप कितनी पुनःभेंट करेंगे? बेशक आप काफ़ी करेंगे, क्योंकि राज्य समाचार में दिलचस्पी दिखानेवाले सभी लोगों पर पुनःभेंट की जानी चाहिए। प्रारंभिक भेंट में, केवल राज्य समाचार को ही दिखाना सबसे बेहतर है। बाद में, जब आप लौटते हैं तब राज्य समाचार के संदेश की समयोचितता के बारे में कुछ टिप्पणियाँ कीजिए। ध्यानपूर्वक सुनिए जब गृहस्वामी ने जो पढ़ा है उस पर वह अपनी राय व्यक्त करता है। उसकी टिप्पणियाँ आपको यह जानने में मदद देंगी कि नवीनतम पत्रिकाओं में से कौन-सी उसे पेश करें और शायद यह भी कि अतिरिक्त चर्चाओं के लिए कैसे तैयारी करें। अगर पुनःभेंट के समय अनुकूल प्रतिक्रिया दिखाई जाती है, तो एक बाइबल अध्ययन आरंभ करने की कोशिश कीजिए।—१ कुरि. ३:६, ७.
१४ ‘तुम्हारा परिश्रम व्यर्थ नहीं है’: क्या यह सभी काम लाभप्रद होगा? पौलुस ने कुरिन्थियों को आश्वस्त किया: “तुम्हारा परिश्रम प्रभु में व्यर्थ नहीं है।” (१ कुरि. १५:५८) सालों के दौरान, राज्य समाचार वितरित करने के हमारे प्रयासों पर बहुत आशिष मिली है। एक दम्पति ने, जो एक खाली मकान में स्थानांतरित हो रहे थे, एक दराज़ में राज्य समाचार की एक पुरानी प्रति पायी। पूरे मकान में वह एकमात्र चीज़ छूट गयी थी। उसे पढ़ने के बाद, उन्होंने स्थानीय कलीसिया से सम्पर्क किया और एक बाइबल अध्ययन का निवेदन किया। वे सभी सभाओं में उपस्थित होने लगे और बाद में उन्होंने बपतिस्मा प्राप्त करने की इच्छा भी व्यक्त की। आपके द्वारा छोड़ी गयी प्रति, उसी समान परिणाम ला सकती है!—km १२/७४ पृ. १ (अंग्रेज़ी); साथ ही अवेक! नवम्बर ८, १९७६, पृष्ठ १५ भी देखिए।
१५ हमें भविष्य में बहुत काम करना है। हमारा लक्ष्य है कि प्रत्येक कलीसिया अपने नियुक्त क्षेत्र को मई १४ तक या अगर राज्य समाचार के वितरण के लिए समय को बढ़ाने की ज़रूरत है, तो महीने के आख़िर तक उसे पूरा करे। प्रेषण तैयार किए जा चुके हैं ताकि पायनियरों को राज्य समाचार की लगभग २५० प्रतियाँ मिल सकें। प्रत्येक कलीसिया प्रकाशक को लगभग ५० प्रतियाँ मिलेंगी। इन्हें साहित्य काउन्टर पर प्रकाशक और पायनियर, दोनों के लिए दस पैसे प्रति ट्रैक्ट के दर पर उपलब्ध कराया जाना चाहिए, लेकिन इन्हें जनता को मुफ़्त में वितरित किया जाएगा। प्रकाशकों और पायनियरों को उतनी ही प्रतियाँ लेनी चाहिए जितनी वे वितरित कर सकेंगे, और बचे हुए ट्रैक्टों को दूसरों के इस्तेमाल के लिए छोड़ देना चाहिए। इस मामले में अच्छा सहयोग, इस महत्त्वपूर्ण संदेश के लिए यथासम्भव विस्तृत वितरण निश्चित करेगा। नियुक्त क्षेत्र बड़ा होने की वजह से अगर कुछ कलीसियाओं ने अपने क्षेत्र को मध्य-मई तक पूरा नहीं किया है और प्रतियाँ अब भी उपलब्ध हैं, तो शायद नज़दीकी कलीसियाओं को आमंत्रित करना व्यावहारिक होगा। अन्य कलीसियाओं में अगर प्रकाशक अपनी गतिविधि को सहयोगी पायनियर के रूप में नाम लिखवाने के द्वारा या सेवकाई में ज़्यादा हिस्सा लेने के द्वारा बढ़ाते हैं तो इस ज़रूरत को स्थानीय रूप से पूरा किया जा सकता है।
१६ अगर हमें अपने काम को पूरा करना है तो यहोवा के प्रति पूरे मन से भक्ति की ज़रूरत है। (कुलु. ३:२३) जीवन का सवाल है। लोग आज के संसार की परिस्थितियों के अर्थ की उपेक्षा नहीं कर सकते। समय निकलता जा रहा है। उन्हें इस तथ्य को स्वीकार करना होगा कि मनुष्य के पास इस संसार की समस्याओं का हल नहीं है। परमेश्वर के पास है। जो परमेश्वर की आशिष पाना चाहते हैं, उन्हें बिना देर किए उसकी माँगों के सामंजस्य में निर्णायक रूप से काम करना होगा।
१७ मई १४ को ख़ास अभियान की समाप्ति पर, क्या हम अपनी गतिविधि में धीमे पड़ जाएँगे? नहीं! हम पौलुस की उत्प्रेरित सलाह के सामंजस्य में व्यस्त रहेंगे।