१९९६ के ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल से लाभ उठाइए—भाग १
क्या आपने “१९९६ के लिए ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल तालिका” के साथ दिए गए निर्देशों को पढ़ा है? क्या आपने कुछ परिवर्तनों पर ध्यान दिया? अंग्रेज़ी तालिका में, जनवरी से अप्रैल तक, नियुक्ति क्र. ३ रीज़निंग किताब (प्रांतीय भाषाओं की तालिकाओं में, चर्चा के लिए बाइबल विषय) पर आधारित है, और मई से दिसम्बर तक, यह अभी-अभी रिलीज़ की गयी ज्ञान पुस्तक पर आधारित है। अंग्रेज़ी तालिका नियुक्ति क्र. ४ को हर सप्ताह किसी भिन्न बाइबल चरित्र के बारे में एक भाषण के तौर पर देती है, जबकि अन्य भाषाओं के लिए इस नियुक्ति को रीज़निंग किताब से लिया गया है।
२ विद्यार्थी नियुक्तियाँ: नियुक्ति क्र. ३ एक बहन को दी जाती है। जब यह विषय या रीज़निंग किताब पर आधारित होती है, तो स्थिति दर-दर या अनौपचारिक गवाही कार्य से सम्बन्धित होनी चाहिए। जब ज्ञान किताब पर आधारित है, तो इसे एक पुनःभेंट या एक गृह बाइबल अध्ययन के तौर पर पेश किया जाना चाहिए। यह बहुत ही सहायक साबित होना चाहिए, क्योंकि ज्ञान किताब को व्यापक रूप से गृह बाइबल अध्ययन चलाने के लिए प्रयोग किया जाएगा।
३ अगर स्थिति गृह बाइबल अध्ययन है, तो दोनों बहनें बैठ सकती हैं। संक्षिप्त प्रस्तावना की टिप्पणियाँ करने के द्वारा, सीधे अध्ययन शुरू कीजिए, और फिर छपा हुआ प्रश्न पूछिए। गृहस्वामी की भूमिका सजीवता से निभायी जानी चाहिए। जैसे समय अनुमति दे, उद्धृत शास्त्रवचनों को देखा और पढ़ा जा सकता है। सवालों और इस्तेमाल किए गए शास्त्रवचनों पर तर्क करने के द्वारा, बहन को सिखाने की कला का प्रयोग करना चाहिए ताकि गृहस्वामी खुलकर बोले।
४ पाँच मिनट में जितने शास्त्रवचनों पर चर्चा की जा सकती है, अगर रीज़निंग अथवा ज्ञान किताबों के नियुक्त भाग में उससे ज़्यादा शास्त्रवचन दिए गए हैं तो क्या किया जाना चाहिए? मूल पाठ चुनिए जो मुख्य मुद्दों को विशिष्ट करते हैं। अगर थोड़े ही शास्त्रवचन हैं, तो उस अध्याय के मुख्य मुद्दों पर ज़्यादा विस्तृत रूप से चर्चा की जा सकती है। कभी-कभी, इस किताब से एक अनुच्छेद या एक वाक्य पढ़ा जा सकता है और फिर गृहस्वामी के साथ उसकी चर्चा की जा सकती है। विषय से भाषण तैयार करते वक़्त, यह अच्छा होगा कि हर मुद्दे से कम-से-कम एक शास्त्रवचन प्रयोग करें।
५ बक्स जिसका शीर्षक है, “अपने ज्ञान को जाँचिए,” ज्ञान किताब के हर अध्याय के अंत में पाया जाता है, और जिस प्रकाशक की नियुक्ति में अध्याय के आख़िरी अनुच्छेद पर चर्चा की गयी है वह संक्षिप्त रूप से इस पर पुनर्विचार कर सकती है। जानकारी बक्स जो नियुक्त किए गए अनुच्छेदों के बीच आते हैं, उन पर भी समयानुसार चर्चा की जा सकती है। अगर एक जानकारी बक्स दो नियुक्तियों के बीच आता है, तो पहली नियुक्ति सँभालनेवाली बहन उस पर चर्चा कर सकती है। विचाराधीन विषय पर वे जब कभी लागू होते हैं तब किताब के चित्रों पर टिप्पणी की जा सकती है।
६ नियुक्ति क्र. ४ को बहुत ही दिलचस्प और व्यावहारिक होना चाहिए। अगर आपकी कलीसिया अंग्रेज़ी तालिका का अनुसरण कर रही है, तो नियुक्त बाइबल चरित्र के बारे में अंतर्दृष्टि (अंग्रेज़ी), खण्ड १, जो कहता है उसका ध्यानपूर्वक अध्ययन कीजिए। शीर्षक के अनुसार भाषण को विकसित कीजिए, और मुख्य बाइबल पाठ चुनिए जो श्रोतागण को मदद करेंगे कि सच्चे बाइबल चरित्र और उसके व्यक्तित्व साथ ही ऐसे लक्षणों, गुणों, या प्रवृत्तियों पर ध्यान केन्द्रित करें जिनका या तो हम अनुकरण करना चाहेंगे या जिन्हें ठुकराना चाहेंगे। जो शास्त्रवचन बाइबल चरित्र से सीधे सम्बन्धित नहीं हैं उन्हें शामिल किया जा सकता है अगर वे विशिष्ट करते हैं कि यहोवा अमुक अच्छे या बुरे गुणों को किस नज़र से देखता है या अगर वे भाषण के विषय से सम्बन्धित हैं। जब यह भाषण रीज़निंग किताब से दिया जा रहा है तब क्षेत्र में प्रयोग के लिए व्यावहारिक मुद्दों पर ज़ोर दिया जाना चाहिए।
७ अगर हम स्कूल में प्रदान किए गए प्रशिक्षण का पूरा लाभ उठाते हैं, तो हम ऐसी रीति से “वचन का प्रचार” करने के लिए बेहतर समर्थ होंगे, जिससे उत्तम “सिखाने की कला” प्रदर्शित होती है।—२ तीमु. ४:२, NW.