प्रश्न बक्स
▪ जब कलीसिया से एक अंत्येष्टि का प्रबन्ध करने में मदद करने का निवेदन किया जाता है, तो शायद निम्नलिखित सवाल खड़े हों:
अंत्येष्टि भाषण किसे देना चाहिए? यह एक ऐसा निर्णय है जो कि परिवार के सदस्यों को करना है। वे किसी भी ऐसे बपतिस्मा-प्राप्त भाई को चुन सकते हैं जो अच्छी स्थिति में हो। यदि प्राचीनों के निकाय को एक वक्ता उपलब्ध करने के लिए कहा जाता है, तो वे सामान्यतः एक योग्य प्राचीन को संस्था द्वारा दी गयी रूपरेखा पर आधारित एक भाषण देने के लिए चुनेंगे। हालाँकि वह मृत व्यक्ति का गुणगान नहीं करेगा, पर जो अनुकरणीय गुण उसने प्रदर्शित किये उन पर ध्यान आकर्षित करना शायद उचित हो।
क्या राज्यगृह का इस्तेमाल किया जा सकता है? यदि प्राचीनों के निकाय द्वारा अनुमति दी गयी हो, और एक नियमित रूप से निर्धारित सभा में बाधा ना पड़ती हो तो इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। यदि मृतक का एक अच्छा नाम था और वह कलीसिया का एक सदस्य था, या एक सदस्य की अवयस्क संतान थी, तो राज्यगृह का इस्तेमाल किया जा सकता है। यदि व्यक्ति अमसीही चालचलन के कारण बदनाम हुआ था, या फिर दूसरी बातें हैं जो शायद कलीसिया पर प्रतिकूल प्रभाव डालें, तो हो सकता है कि प्राचीन राज्यगृह के इस्तेमाल की अनुमति न देने का निर्णय करें।—हमारी सेवकाई (अंग्रेज़ी) पुस्तक, पृष्ठ ६२-३ देखिए।
सामान्यतः, अविश्वासियों की अंत्येष्टियों के लिए राज्यगृह का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। एक अपवाद तब हो सकता है जब परिवार के जीवित सदस्य बपतिस्मा-प्राप्त प्रकाशकों के तौर पर सक्रिय रूप से संगति रखते हैं, कलीसिया के कई प्रकाशक मृतक को सच्चाई के प्रति एक अच्छी मनोवृत्ति रखनेवाले व्यक्ति और समाज में उच्च आचरण के लिए सुनाम प्राप्त व्यक्ति के तौर पर जानते थे, और कार्यक्रम में कोई सांसारिक रीति-रिवाज नहीं जोड़े जाते हैं।
राज्यगृह के इस्तेमाल की अनुमति देते समय, प्राचीन इस बात पर ग़ौर करेंगे कि अंत्येष्टि के समय आम तौर पर ताबूत के मौजूद होने की अपेक्षा की जाती है या नहीं। यदि ऐसा है, तो शायद वे उसे राज्यगृह में लाने की अनुमति दें।
सांसारिक लोगों की अंत्येष्टियों के बारे में क्या? यदि मृतक का समाज में अच्छा नाम था, तो एक भाई घर में या क़ब्र के पास शायद एक सांत्वनादायक बाइबल भाषण दे। कलीसिया ऐसे व्यक्ति की अंत्येष्टि की ज़िम्मेदारी नहीं लेगी जो अनैतिक, ग़ैर-कानूनी आचरण के लिए जाना जाता था या जिसकी जीवन-शैली बाइबल सिद्धांतों के बिलकुल विरोध में थी। एक भाई एक अंतरविश्वासी सेवा करने में एक पादरी का साथ नहीं देगा, ना ही बड़े बाबुल के किसी गिरजे में संचालित किसी अंत्येष्टि में हिस्सा लेगा।
तब क्या जब मृतक एक बहिष्कृत व्यक्ति था? कलीसिया सामान्यतः इसमें शामिल नहीं होगी, ना ही राज्यगृह का इस्तेमाल किया जाएगा। यदि व्यक्ति पश्चाताप का प्रमाण दे रहा था और बहाल होने की इच्छा व्यक्त कर रहा था, तो एक भाई का अंतःकरण शायद उसे घर या कब्र के पास एक बाइबल भाषण देने की अनुमति दे, ताकि अविश्वासियों को एक साक्षी और रिश्तेदारों को सांत्वना दे सके। लेकिन यह निर्णय करने से पहले, उस भाई के लिए प्राचीनों के निकाय से परामर्श करना और वे शायद जो कहें उस पर विचार करना समझदारी की बात होगी। ऐसी परिस्थितियों में जहाँ उस भाई का शामिल होना उचित नहीं होगा, एक ऐसे भाई का, जो कि मृतक के परिवार का एक सदस्य है, रिश्तेदारों को ढाढ़स बँधाने के लिए एक भाषण देना शायद उचित हो।
अतिरिक्त निर्देशन प्रहरीदुर्ग (अंग्रेज़ी) के निम्नलिखित अंकों में मिल सकता है: अक्तूबर १५, १९९०, पृष्ठ ३०-१; सितम्बर १५, १९८१, पृष्ठ ३१; मार्च १५, १९८०, पृष्ठ ५-७; जून १, १९७८, पृष्ठ ५-८; जून १, १९७७, पृष्ठ ३४७-८; मार्च १५, १९७०, पृष्ठ १९१-२; और सजग होइए! (अंग्रेज़ी) के निम्नलिखित अंकों में: सितम्बर ८, १९९०, पृष्ठ २२-३ और मार्च २२, १९७७, पृष्ठ १२-१५.