अच्छे चालचलन से गवाही देना
आज के इस बेफिक्र समाज में कई युवा लापरवाही से अपना जीवन ड्रग्स, बदचलनी, विद्रोह और हिंसा में बरबाद कर देते हैं। दूसरी ओर, मसीही कलीसिया में विवेकपूर्ण युवाओं का प्रशंसनीय चालचलन देखना मन को लुभाता है और यह बेशक यहोवा को भी अच्छा लगता है। यह एक ज़बरदस्त गवाही देता है, जो दूसरों को सच्चाई की ओर आकर्षित कर सकता है।—१ पत. २:१२.
२ कई अनुभव दिखाते हैं कि मसीही युवाओं के अच्छे चालचलन ने देखनेवालों पर सकारात्मक छाप छोड़ी है। अपनी एक युवा विद्यार्थी के बारे में बात करते वक्त जो एक साक्षी थी, शिक्षिका ने पूरी क्लास से कहा कि इस लड़की का परमेश्वर यहोवा ही सच्चा परमेश्वर है। उसने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि लड़की हमेशा अदब से पेश आती थी। एक और शिक्षक ने सोसाइटी को यूँ लिखा: “आपके धर्म में उन अच्छे नौजवानों के लिए मैं आपकी प्रशंसा करना चाहता हूँ। . . . आपके नौजवान वाकई एक अच्छी मिसाल हैं। ये अपने बड़े-बूढ़ों का आदर करते हैं, लिहाज़ दिखाते हैं और शालीन कपड़े पहनते हैं। और इन्हें बाइबल का कितना अच्छा ज्ञान है! वाकई, यही धर्म है!”
३ एक और शिक्षिका अपनी क्लास के सात-वर्षीय साक्षी के बढ़िया चालचलन से प्रभावित हुई। वह लड़के के सौम्य और मनभावने चरित्र से आकर्षित हुई थी, जो उसे दूसरे लड़कों से बिलकुल भिन्न करता था। अपने धार्मिक विश्वासों के प्रति उसकी गंभीर मनोवृत्ति से शिक्षिका दंग रह गई थी—अपने विश्वास के कारण लोगों से भिन्न दिखाई देने में उसने कभी शर्म महसूस नहीं की। वह शिक्षिका देख सकी कि उसका विवेक प्रशिक्षित था जिस कारण वह “भले बुरे में भेद करने” के योग्य हो गया था। (इब्रा. ५:१४) बाद में एक समय पर लड़के की माँ ने शिक्षिका से भेंट की और बाइबल अध्ययन शुरू किया। कुछ समय बाद शिक्षिका ने बपतिस्मा लिया और वह नियमित पायनियर बन गई!
४ एक नौजवान अपने स्कूल में एक साक्षी के अच्छे आचरण से प्रभावित हुआ। वह वाकई अलग थी—बहुत ही शिष्ट, पढ़ाई में मेहनती और हमेशा शालीन कपड़े पहनती थी; यही नहीं, दूसरी लड़कियों के विपरीत उसने मज़े करने के लिए कभी किसी लड़के की भावनाओं से खिलवाड़ नहीं किया। वह देख सका कि वह बाइबल सिद्धांतों के अनुसार चलती थी। उस नौजवान ने उसके धर्म के बारे में सवाल पूछे और जानकारी पाकर बहुत ही प्रभावित हुआ। उसने अध्ययन शुरू किया और जल्द ही बपतिस्मा ले लिया, बाद में उसने पायनियर कार्य में और बेथेल सेवकाई में भी हिस्सा लिया।
५ अगर आप एक युवा मसीही हैं जो दूसरों को अच्छी गवाही देने की इच्छा रखते हैं तो हर तरीके से अपने चालचलन पर ध्यान दीजिए। कभी भी संसार के बेफिक्र रवैए, दृष्टिकोण या उसकी जीवन-शैली से सहमत होकर खुद को खतरे में न डालिए। अपनी बोलचाल, पहनावे और साज़-सिंगार के ज़रिए एक गरिमायुक्त मिसाल रखिए, न केवल क्षेत्र सेवकाई और कलीसिया सभाओं में भाग लेते वक्त बल्कि स्कूल में और मनोरंजन की गतिविधियों में भाग लेते वक्त भी। (१ तीमु. ४:१२) आप वाकई बहुत खुश होंगे, जब कोई इसलिए सच्चाई में दिलचस्पी लेगा क्योंकि आपने अच्छे चालचलन से ‘अपना उजियाला चमकने’ दिया।—मत्ती ५:१६.