खास सम्मेलन दिन का नया कार्यक्रम
फरवरी 2001 से शुरू होनेवाले खास सम्मेलन दिन के कार्यक्रम का विषय होगा, “समझ में सियाने बनो।” (1 कुरि. 14:20) इसमें उपस्थित रहना हमारे लिए महत्वपूर्ण क्यों है? क्योंकि हम ऐसी दुनिया में जी रहे हैं जो बुराइयों से भरी पड़ी है। इन बुराइयों का विरोध करने के लिए बेशक हमें आध्यात्मिक समझ में सयाना बनना चाहिए। जी हाँ, यह खास सम्मेलन दिन हमें बुराई को भलाई से जीतने में मदद करेगा।
कार्यक्रम के पहले सेशन में सर्किट ओवरसियर “बाइबल की समझ में सियाने बनने के लिए मदद,” के विषय पर चर्चा करेगा। वह हमें बताएगा कि किस तरह हम अपने मसीही विश्वास में स्थिर हो सकते हैं। “अपनी परख शक्ति को पैना करके आध्यात्मिकता की रक्षा कीजिए,” इस विषय पर ज़ोर देते हुए मेहमान वक्ता हमें यह बताएगा कि बाइबल के सिद्धांतो को अपनी ज़िंदगी में सचमुच इस्तेमाल करना या लागू करना, अपनी परख शक्ति को बढ़ाने के लिए क्यों बेहद ज़रूरी है।
युवा लोगों को भी समझ में सयाने बनने की ज़रूरत है। इस विषय पर, “बुराई के संबंध में बालक क्यों रहना चाहिए” और “नौजवान जो अभी समझ हासिल कर रहे हैं,” इन दोनों भाषणों में चर्चा की जाएगी। युवाओं से सुनिए कि वे अपनी आध्यात्मिकता को मज़बूत करने के लिए क्या करते हैं, जिससे कि वे संसार के बुरे कामों में दिलचस्पी लेने से अपने आप पर काबू रख सकें, और अपने आप को परेशानियों से दूर रख सकें।
हम अपने जीवन में सबसे बड़ी खुशी कैसे हासिल कर सकते हैं? इसे मेहमान वक्ता सम्मेलन के आखिरी भाषण में समझाएँगे जिसका विषय होगा “समझ के साथ बाइबल सिद्धांतों को लागू करने के फायदे।” उदाहरण देकर वे हमें दिखाएँगे कि परमेश्वर के वचन को अपने जीवन में लागू करने से, कैसे हमें अपनी समस्याओं से जूझने में, फैसले करने में और यहोवा जो हमें सिखा रहा है उसका पूरा-पूरा फायदा उठाने में मदद मिलती है।
इस सम्मेलन में जो पानी में बपतिस्मा लेने के ज़रिए, परमेश्वर को अपना समर्पण ज़ाहिर करना चाहते हैं, उन्हें अपने प्रिसाइडिंग ओवरसियर को जल्द-से-जल्द बता देना चाहिए। जैसे ही खास सम्मेलन दिन की तारीख की घोषणा की जाती है, अपने कैलेंडर में इसे नोट कर लीजिए और इस उम्दा कार्यक्रम से फायदा उठाने की पक्की योजना बनाइए। इस खास सम्मेलन दिन के कार्यक्रम में शुरू से अंत तक हाज़िर रहिए! यह आपको यहोवा के प्रति वफादार रहने में और इस दुष्ट संसार में टिके रहने के लिए मज़बूत करेगा।