अपने क्षेत्र में बधिरों को ढूँढ़ने में सतर्क रहिए
यहोवा आज यह न्यौता दे रहा है: “आ; . . . जो कोई चाहे वह जीवन का जल सेंतमेंत ले।” (प्रका. 22:17) इस न्यौते को स्वीकार करनेवालों में बधिरों की गिनती बढ़ती जा रही है। इस वजह से पिछले 13 सालों में, अमरीका शाखा के अधीन 27 साइन-लैंग्वेज की कलीसियाएँ और साइन-लैंग्वेज के 43 समूह बनाए गए हैं।
2 दुनिया के बहुत-से देशों में साइन-लैंग्वेज की कलीसियाएँ और समूह, अपने-अपने क्षेत्र में प्रचार के ज़रिए बधिरों और उन लोगों से मिलने की पूरी कोशिश कर रहे हैं जिनकी सुनने की शक्ति खत्म हो चुकी है। इन भाइयों को इस काम में ज़बरदस्त कामयाबी मिल रही है। भारत में भी ऐसे बहुत-से बधिर हैं जिनसे मिलकर गवाही दी जानी बाकी है। पूरे देश में बधिरों की संख्या लाखों में है, इसलिए इस अनोखे क्षेत्र में काम करने और इसे बढ़ाने की बेशक बहुत बड़ी गुंजाइश है!
3 आप कैसे मदद कर सकते हैं? सार्वजनिक जगहों पर, क्या आपने लोगों को साइन-लैंग्वेज इस्तेमाल करते हुए देखा है? क्या आप अपने काम की जगह पर या स्कूल में ऐसे व्यक्ति को जानते हैं जिसके परिवार में कोई बधिर है? अपने रोज़मर्रा के काम करने के साथ-साथ, बधिरों को ढूँढ़ने के बारे में भी सतर्क रहिए। लेकिन, उनसे मिलने पर आप उन्हें राज्य की गवाही कैसे देंगे?
4 गवाही देना: एक पायनियर बहन को अपने क्षेत्र में कई बधिर मिले। एक दिन जब वह पास के एक सुपर-मार्केट में खरीदारी कर रही थी, तो उसके पास एक बधिर युवती आयी और उसने पर्ची पर कुछ लिखा। उसे कोई चीज़ ढूँढ़ने में बहन की मदद चाहिए थी। बहन ने वह चीज़ ढूँढ़कर उसे दे दी और फिर एक पर्ची लिखकर उस युवती को साइन-लैंग्वेज सीखने की अपनी इच्छा ज़ाहिर की ताकि वह अपने इलाके के बधिरों की मदद कर सके। इसके बाद उस बधिर युवती ने लिखा, “आप बधिरों की मदद क्यों करना चाहती हैं?” बहन ने लिखकर जवाब दिया: “मैं यहोवा की एक साक्षी हूँ और बधिरों को बाइबल समझने में मदद देना चाहती हूँ। अगर आप मुझे साइन-लैंग्वेज सिखा दें, तो मुझे आपको भी बाइबल सिखाने में बहुत खुशी होगी।” वह बहन कहती है: “आप अंदाज़ा नहीं लगा सकते कि मुझे कितनी खुशी हुई जब उस युवती ने कहा, ‘ठीक है।’” यह बहन छः हफ्तों तक हर शाम उस युवती के घर गयी। बहन ने साइन-लैंग्वेज सीख ली और यही नहीं उस बधिर युवती ने सच्चाई सीखकर बपतिस्मा भी लिया!
5 अगर आपकी कलीसिया में ऐसा कोई नहीं है जो आपके इलाके के बधिरों को सच्चाई सिखाने में मदद कर सके, तब क्या? आप उनकी मदद कैसे कर सकते हैं? क्यों न आप उन बधिरों से दोबारा भेंट करने जाएँ और उनके परिवार में जो सुन सकते हैं, उनसे बात करें? उनसे पता लगाइए कि वे अपने इलाके में कौन-सी साइन-लैंग्वेज का इस्तेमाल करते हैं। कुछ प्रकाशकों ने तो बधिरों की और अच्छी तरह मदद करने के लिए उस इलाके की साइन-लैंग्वेज भी सीखी है। (प्रेरि. 16:9, 10) यहोवा की आशीष और सच्चे दिल से की गयी हमारी मेहनत के अच्छे नतीजे ज़रूर निकलेंगे।
6 अपने इलाके में बधिरों को ढूँढ़ने में सतर्क रहने से, आप अपनी तरफ से उन्हें जीवन का जल सेंतमेंत लेने का मौका दे सकते हैं।—मत्ती 10:11.