संतोष से भरी ज़िंदगी —कैसे हासिल की जा सकती है इसे पेश करने के कुछ सुझाव
◼ “आज हमें हर दिन किसी-न-किसी समस्या का सामना करना पड़ता है, ऐसे में क्या आपको लगता है कि एक संतोष-भरी ज़िंदगी पाना मुमकिन है? [जवाब के लिए रुकिए।] मत्ती 5:5 में एक बुद्धि-भरी सलाह दी गयी है। [पढ़िए] हम कैसे ठंडे दिमाग से काम ले सकते हैं और अपने गुस्से पर काबू पा सकते हैं? इस प्रकाशन के पेज 9 पर दी गयी तसवीर और उसके नीचे लिखे शब्दों पर ध्यान दीजिए।” उसके बाद पेज 8 के पैराग्राफ 11 पर ध्यान खींचिए।
◼ “क्या आप इस बात से सहमत नहीं होंगे कि आज बहुत-से माता-पिताओं को यह चिंता खाए जा रही है कि इस बुरे माहौल में अपने बच्चों की परवरिश कैसे करें? [जवाब के लिए रुकिए।] माता-पिता अपने बच्चों को ऐसे खतरनाक माहौल से बचाने के लिए क्या कर सकते हैं?” नीतिवचन 22:6 पढ़िए। फिर पेज 5 खोलिए और सबसे ऊपर दी गयी तसवीर के साथ-साथ पैराग्राफ 2 पर चर्चा कीजिए।
◼ “आज हममें से बहुत-से लोगों को शांति और खुशी पाने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ता है। आपको क्या लगता है, इन्हें पाना इतना मुश्किल क्यों है? [जवाब के लिए रुकिए।] ध्यान दीजिए कि आज, इंसान की हालत के बारे में अय्यूब 14:1, 2 क्या कहता है। सच्ची खुशी पाने के लिए क्या बात हमारी मदद कर सकती है?” पेज 22 के पैराग्राफ 2 पर उनका ध्यान खींचिए और वहाँ दी गयी तसवीरों पर चर्चा कीजिए।