क्या आपके बच्चे तैयार हैं?
1. स्कूल जानेवाले बच्चों को तैयार रहने की क्यों ज़रूरत है?
बच्चों की छुट्टियाँ खत्म होनेवाली हैं और स्कूल शुरू होनेवाला है। और इसमें कोई शक नहीं कि इस साल भी आपके बच्चे स्कूल में नयी चुनौतियों और दबावों का सामना करेंगे। मगर साथ ही, उन्हें “सच्चाई की गवाही” देने के नए मौके भी मिलेंगे। (यूह. 18:37) क्या वे गवाही देने के लिए तैयार हैं?
2. तैयार रहने के लिए आपके बच्चे को क्या मालूम होना ज़रूरी है?
2 क्या आपके बच्चे अच्छी तरह समझते हैं कि राष्ट्रीय समारोहों और धार्मिक त्योहारों में भाग लेने में क्या कुछ शामिल है और उनमें शरीक होना क्यों गलत हैं? अगर उन पर ऊँची शिक्षा लेने, डेटिंग पर जाने और शराब या ड्रग्स लेने का दबाव आएगा तो क्या वे उसका सामना करने के लिए तैयार हैं? ऐसे दबाव आने पर क्या वे सिर्फ यह कहेंगे कि मैं इन कामों में इसलिए हिस्सा नहीं ले सकता क्योंकि ये मेरे धर्म के खिलाफ हैं या उन्हें अपने विश्वास के बारे में समझाना मालूम है?—1 पत. 3:15.
3. माँ-बाप कैसे पारिवारिक उपासना की शाम में अपने बच्चे को तैयार कर सकते हैं?
3 पारिवारिक उपासना की शाम: इसमें कोई शक नहीं कि जैसे-जैसे आपके बच्चे नयी चुनौतियों का सामना करेंगे, आप उनकी मदद करने के लिए साल में कई बार उनके साथ चर्चा करेंगे। लेकिन अगर आप स्कूल शुरू होने से पहले ही उनके साथ स्कूल में उठनेवाली मुश्किलों के बारे में चर्चा करें तो उन्हें उनका सामना करने की हिम्मत मिलेगी। क्यों न आप एक-दो हफ्ते पारिवारिक उपासना की शाम में इस बारे में चर्चा करें? आप उनसे पूछ सकते हैं कि अब जबकि आपका स्कूल दोबारा शुरू होनेवाला है, तो ऐसी कौन-सी बात है जो आपको सबसे ज़्यादा परेशान करती है? क्योंकि आपके बच्चे पहले से ज़्यादा समझदार हो चुके हैं इसलिए पिछले सालों के दौरान आपने जिन बातों पर उनके साथ चर्चा की थी, उन्हें सरसरी तौर पर याद दिलाइए। (भज. 119:95) आप उनके साथ कई बार प्रैक्टिस कर सकते हैं। और ऐसा करते वक्त आप टीचर, सलाहकार या साथ पढ़नेवाले विद्यार्थी बन सकते हैं। बच्चों को बाइबल से जवाब देना सिखाइए। साथ ही, चर्चा के लिए बाइबल विषय और युवाओं के प्रश्न किताब का इस्तेमाल करना भी सिखाइए। एक माँ ने अपने बच्चों को प्रैक्टिस करायी कि वे कैसे स्कूल की शुरूआत में ही अपने नए टीचरों से बात कर सकते हैं और उन्हें बता सकते हैं कि हम यहोवा के साक्षी हैं।—15 दिसंबर, 2010 की प्रहरीदुर्ग के पेज 3-5 देखिए।
4 समझदार माँ-बाप क्या करते हैं?
4 इन आखिरी दिनों में मसीही बच्चों के सामने ऐसी चुनौतियाँ खड़ी होंगी, जिनका सामना करना और भी “मुश्किल” होगा। (2 तीमु. 3:1) समझदार माँ-बाप पहले से भाँपने की कोशिश करेंगे कि उनके बच्चों के सामने कैसी मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। (नीति. 22:3) स्कूल का नया साल शुरू होने से पहले, अपने बच्चों को तैयार करने के लिए हर मुमकिन कोशिश कीजिए।