क्या आपके बच्चे स्कूल में मज़बूत बने रहते हैं?
१ “मनुष्य का मार्ग उसके वश में नहीं है।” (यिर्म. १०:२३) स्कूल में दबाव और परीक्षाओं का सामना करनेवाले हमारे बच्चों के सम्बन्ध में यह और भी कितना सच है! मसीही युवाएं यह जान लेते हैं कि प्रत्येक स्कूल वर्ष यहोवा के लिए उनका विश्वास, उनकी खराई, और उनके प्रेम की परीक्षाओं को साथ ले आता है। क्या मण्डली के आप जवान लोग स्कूल में मज़बूत बने रहते हैं? आप माता-पिताएं आनेवाली परीक्षाओं के लिए अपने बच्चों को कैसे दृढ़ कर सकेंगे?
स्कूल ब्रोशुअर का इस्तेमाल करें
२ १९८३ में स्कूल ब्रोशुअर विशेष रूप से मसीही माता-पिताओं और उनके स्कूल उम्र के बच्चों के लिए प्रदान किया गया था। इसकी रचना शिक्षकों और प्रशासकों के सामने स्पष्ट रूप से यहोवा के गवाहों के विश्वास और उनके व्यवहारों को पेश करने के लिए की गयी थी क्योंकि इनका सम्बन्ध कुछ स्कूल के कार्यक्रमों से है। वह नैतिक आचरण के सम्बन्ध में यहोवा के गवाहों के एकीकृत दृष्टिकोण पर भी मार्गदर्शन देती है।
३ कई जवानों के लिए यह ब्रोशुअर एक वास्तविक सुरक्षा सिद्ध हुई है। उदाहरणार्थ, एक गवाह माता ने जान लिया कि विद्यार्थियों को यौन-शिक्षा पर पाठ ऐसे लोगों द्वारा दिया जाएगा जिनके अशुद्ध नैतिक स्तर थे। ब्रोशुअर को हाथ में लिये वह माता अपनी शास्त्रीय आपत्तियों की चर्चा कर सकी और अपनी बेटी के क्लास में उचित बदलावन करने में सफ़ल हो सकी।
४ स्कूल शुरु होने से पहले माता-पिता अपने बच्चों के मन और दिलों को ब्रोशुअरों की अंतर्वस्तु पर याद ताज़ा करने के लिए समय निकालने के द्वारा दृढ़ कर सकते हैं। बच्चों की उमर, श्रेणी, और स्कूल पर उचित ध्यान देते हुए माता-पिता ब्रोशुअर से चुने हुए मुद्दों पर बल दे सकेंगे जो कि इस वर्ष के दौरान विशेष रूप से सहायक होगा। (नीति. १४:१५; २२:३) अपने बच्चे के साथ ऐसी स्थितियों का पूर्वाभ्यास करें जिसकी शायद उसे सामना करना होगा, और यह प्रदर्शित करें कि कैसे प्रकाशित विषय उसे ‘अपने पांवों के लिये सीधे मार्ग’ बनाने में लाभदायक हो सकता है।—इब्रा. १२:१३.
५ जो भी उनके व्यक्तिगत दृष्टिकोण और आशाओं के बारे में प्रश्न पूछेंगे “उसे उत्तर देने के लिए” अपने बच्चों की मदद करने में माता-पिता बहुत कुछ कर सकते हैं। (१ पतरस ३:१५) कुछ परिस्थितियों में माता-पिता व्यक्तिगत रूप से शिक्षक के साथ बात करने का निश्चय कर सकते हैं। कुछ मसीही माता-पिता स्कूल की नियत-कालिक भेंट करने की योजना करते हैं, क्योंकि यह उनके और उन शिक्षकों के बीच एक अच्छा सम्बन्ध उत्पन्न करने में मदद देती है। ऐसी व्यक्तिगत रुचि माता-पिता और बच्चे के साथ के सम्बन्ध को भी मज़बूत करती है। कुछ माता-पिताओं ने समय निकालकर कक्षा चर्चाओं में भाग लेने के सुझाव का पालन किया है जहाँ इसकी अनुमति हो। कभी कभी यह माता या पिता को उस वातावरण का और उन अनोखे दैनिक दबावों का वास्तविक अनुभव देता है, जो हमारे बच्चे सामना करते हैं।—१ पतरस ३:८.
हर दिन एक गवाह बनो
६ कॉलरॅडो के एक जवान गवाह अपनी शिक्षिका से उन कठिन शब्दों का अर्थ जानने में मदद की माँग करता था, जो वह एक्ज़ॅमिनिंग द स्क्रिपचर्स पुस्तिका पढ़ते वक्त पाता था। एक दिन उसने ध्यान दिया कि उसकी पुस्तिका गायब हो गयी थी। बाद में उस ने जान लिया कि उसकी शिक्षिका ने वह उस दिन के लिए “उधार” लिया था, जब वह बीमारी के कारण, स्कूल से जल्द ही निकल गयी थी। वह उस दिन के वचन का पठन खोना नहीं चाहती थी। इसका परिणाम यह था कि उसे उसकी अपनी एक्ज़ॅमिनिंग द स्क्रिपचर्स की प्रति प्रदान की गयी।
७ यह सच है कि स्कूल वर्ष आशंका और उत्कंठा के क्षण लाते हैं। किन्तु, परिश्रमी तैयारी के साथ एक सकारात्मक दृष्टिकोण दोनों माता-पिता और जवानों को स्कूल में जवानों द्वारा बिताए समय के दौरान यहोवा की स्तुति के ‘कार्यों के लिए अपने मन को तैयार’ करने में मदद देगी।—१ पतरस १:१३.