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  • अपनी बातों से एक-दूसरे की हिम्मत बँधाइए

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  • अपनी बातों से एक-दूसरे की हिम्मत बँधाइए
  • हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2016
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हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2016
mwb16 अप्रैल पेज 3

पाएँ बाइबल का खज़ाना | अय्यूब 16-20

अपनी बातों से एक-दूसरे की हिम्मत बँधाइए

ऐसी सलाह दीजिए, जिससे दूसरों की हिम्मत बढ़े

16:4, 5

  • जब अय्यूब बहुत निराश हो गया था और चिंता में डूब गया था, तब उसे ज़रूरत थी कि कोई उसकी हिम्मत बँधाए और सहारा दे

  • अय्यूब के तीन दोस्तों ने उससे ऐसी एक भी बात नहीं कही जिससे उसे तसल्ली मिले, बल्कि उस पर इलज़ाम लगाए जिससे वह और भी दुखी हो गया

बिलदद की कड़वी बातों से दुखी होकर अय्यूब ने अपने मन की बात कही

19:2, 25

  • अय्यूब ने राहत पाने के लिए परमेश्‍वर को पुकारा, यहाँ तक कि मौत की गुहार लगायी

  • अय्यूब ने अपना पूरा ध्यान जी उठाए जाने की आशा पर लगाए रखा और वफादारी से हर मुश्‍किल का सामना करता रहा

एलीपज अय्यूब से बात कर रहा है और बिलदद और सोफर देख रहे हैं

अय्यूब पर इलज़ाम लगानेवाले दोस्त

एलीपज

एलीपज:

  • शायद वह एदोम देश के तेमान शहर से था। यिर्मयाह 49:7 में तेमान शहर के बारे में कहा गया है कि एदोम के सभी ज्ञानी और बुद्धिमान लोग यहाँ रहा करते थे

  • अय्यूब को तसल्ली देने का ढोंग रचनेवालों में से एलीपज उम्र में शायद सबसे बड़ा और रुतबेदार था। सबसे पहले अय्यूब से उसने बात की, तीन भाषण दिए और बाकी दोनों के मुकाबले ज़्यादा देर तक बात की

झूठे इलज़ाम:

  • उसने अय्यूब के निर्दोष होने का मज़ाक उड़ाया और दावा किया कि परमेश्‍वर को अपने सेवकों पर भरोसा नहीं है (अय्यूब 4, 5)

  • उसने अय्यूब को गुस्ताख और दुष्ट कहा और दावा किया कि अय्यूब को परमेश्‍वर का डर नहीं है (अय्यूब 15)

  • उसने अय्यूब पर लालची होने और अन्यायी होने का इलज़ाम लगाया और दावा किया कि परमेश्‍वर इंसानों को तुच्छ समझता है (अय्यूब 22)

बिलदद

बिलदद:

  • वह शूह का वंशज था। वह शायद फरात नदी के आस-पास रहता था

  • एलीपज के बाद उसने अय्यूब से बात की। उसके तीनों भाषण एलीपज के मुकाबले छोटे थे, पर ज़्यादा चुभनेवाले थे

झूठे इलज़ाम:

  • उसने इस बात का इशारा किया कि अय्यूब के बेटों ने पाप किया था, इसलिए वे उस विपत्ति के लायक थे, जो उन पर आयी। उसने यह भी कहा कि अय्यूब भक्‍तिहीन है (अय्यूब 8)

  • उसने इशारा किया कि अय्यूब ने बुरे काम किए हैं (अय्यूब 18)

  • उसने दावा किया कि इंसान के निर्दोष होने का कोई फायदा नहीं (अय्यूब 25)

सोफर

सोफर:

  • वह नामाती था और शायद अरब के उत्तर-पश्‍चिमी इलाके से था

  • वह अय्यूब से बात करनेवाला तीसरा व्यक्‍ति था और उसने सबसे ज़्यादा चुभनेवाली बातें कहीं। उसने सिर्फ दो भाषण दिए

झूठे इलज़ाम:

  • उसने दोष लगाया कि अय्यूब बेकार की बातें करता है और उससे बुरे काम छोड़ने के लिए कहा (अय्यूब 11)

  • उसने इशारा किया कि अय्यूब दुष्ट है और उसे पाप करने में मज़ा आता है (अय्यूब 20)

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