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  • हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2020
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  • ●○○ पहली मुलाकात
  • ○●○ दूसरी मुलाकात
  • ○○● तीसरी मुलाकात
  • स्मारक निमंत्रण अभियान (14 मार्च–7 अप्रैल):
  • गवाही कैसे दें
    हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2021
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हमारी मसीही ज़िंदगी और सेवा — सभा पुस्तिका—2020
mwb20 अप्रैल पेज 1
यीशु और उसके वफादार प्रेषित मेज़ पर टेक लगाकर प्रभु का संध्या-भोज मना रहे हैं।

यीशु अपने वफादार प्रेषितों के साथ करार करता है

गवाही कैसे दें

●○○ पहली मुलाकात

सवाल: ईश्‍वर ने इंसानों को क्यों बनाया?

आयत: उत 1:28

अगली बार: हम कैसे कह सकते हैं कि ईश्‍वर ने इंसानों के लिए जो सोचा है, उसे ज़रूर पूरा करेगा?

यह आयत प्रकाशनों के पिटारे में देखिए:

  • ‘बाइबल हमें क्या सिखाती है?’ किताब

    सिखाती है  पेज 29 पै 1

○●○ दूसरी मुलाकात

सवाल: हम कैसे कह सकते हैं कि ईश्‍वर ने इंसानों के लिए जो सोचा है, उसे ज़रूर पूरा करेगा?

आयत: यश 55:11

अगली बार: जब ईश्‍वर का मकसद पूरा होगा, तब ज़िंदगी कैसी होगी?

यह आयत प्रकाशनों के पिटारे में देखिए:

  • ‘बाइबल हमें क्या सिखाती है?’ किताब

    सिखाती है  पेज 29 पै 2

○○● तीसरी मुलाकात

सवाल: जब ईश्‍वर का मकसद पूरा होगा, तब ज़िंदगी कैसी होगी?

आयत: भज 37:10, 11

अगली बार: अगर हम ऐसी ज़िंदगी चाहते हैं, तो हमें क्या करना होगा?

यह आयत प्रकाशनों के पिटारे में देखिए:

  • ‘बाइबल हमें क्या सिखाती है?’ किताब

    सिखाती है  पेज 35 पै 17

स्मारक निमंत्रण अभियान (14 मार्च–7 अप्रैल):

“पूरी दुनिया में लाखों लोग एक खास कार्यक्रम के लिए इकट्ठा होंगे। इस मौके पर हम यीशु की मौत की सालगिरह मनाएँगे। हम चाहते हैं आप भी आएँ।” फिर उस व्यक्‍ति को निमंत्रण पत्र दीजिए। “इस परचे में लिखा है कि हमारे इलाके में यह कार्यक्रम कब और कहाँ होगा। इसके 2-3 दिन पहले यानी शनिवार या रविवार को एक खास भाषण दिया जाएगा। उसे सुनने के लिए भी ज़रूर आइएगा।”

अगली बार (दिलचस्पी रखनेवालों के लिए): यीशु ने अपनी जान क्यों दी?

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