अध्ययन लेख 42
गीत 103 “आदमियों के रूप में तोहफे”
आदमियों के रूप में मिले तोहफों की कदर कीजिए
“जब वह ऊँचे पर चढ़ा तो . . . उसने आदमियों के रूप में तोहफे दिए।”—इफि. 4:8.
क्या सीखेंगे?
हम जानेंगे कि सहायक सेवक, प्राचीन और सर्किट निगरान हमारे लिए कितना कुछ करते हैं और हम कैसे दिखा सकते हैं कि हम इन वफादार भाइयों की कदर करते हैं।
1. यीशु ने इंसानों के लिए क्या कुछ किया है?
यीशु ने हमारे लिए जितना किया है, उतना किसी और इंसान ने नहीं किया। जब वह धरती पर था, तब उसने चमत्कार करने की अपनी शक्ति से लोगों की ज़रूरतें पूरी कीं। (लूका 9:12-17) सबसे बढ़कर, उसने हमारी खातिर अपनी जान कुरबान कर दी। (यूह. 15:13) और मरे हुओं में से ज़िंदा किए जाने के बाद भी वह लोगों की मदद करता रहा। उसने अपने पिता यहोवा से कहा कि वह उसके चेलों को पवित्र शक्ति दे, ताकि वे सच्चाई को समझ सकें और दिलासा पा सकें। (यूह. 14:16, 17, फु.; 16:13) और आज भी यीशु हमारी मदद कर रहा है। वह सभाओं के ज़रिए हमें सिखा रहा है ताकि हम पूरी दुनिया में चेले बनाने का काम अच्छी तरह कर सकें।—मत्ती 28:18-20.
2. यीशु ने ‘आदमियों के रूप में जो तोहफे’ दिए हैं, वे कौन हैं? (इफिसियों 4:7, 8)
2 यीशु ने हमारे लिए एक और चीज़ की है। प्रेषित पौलुस ने लिखा कि स्वर्ग जाने के बाद यीशु ने हमें “आदमियों के रूप में तोहफे दिए।” (इफिसियों 4:7, 8 पढ़िए।) पौलुस ने समझाया कि यीशु ने ये तोहफे इसलिए दिए, ताकि ये आदमी मंडली की अलग-अलग तरीकों से मदद कर सकें। (इफि. 1:22, 23; 4:11-13) आज ‘आदमियों के रूप में ये तोहफे’ कौन हैं? सहायक सेवक, मंडली के प्राचीन और सर्किट निगरान।a यह सच है कि कभी-कभी इन आदमियों से गलतियाँ होती हैं, क्योंकि ये भी हमारी तरह इंसान हैं। (याकू. 3:2) लेकिन हमारा प्रभु यीशु मसीह इनके ज़रिए हमारी मदद करता है। ये आदमी यीशु के दिए तोहफे हैं!
3. हमें ‘आदमियों के रूप में जो तोहफे’ मिले हैं, हम कैसे उनका साथ दे सकते हैं? समझाइए।
3 यीशु ने ‘आदमियों के रूप में जो तोहफे’ दिए हैं, उनका काम है मंडली को मज़बूत करना। (इफि. 4:12) लेकिन हम सब यह ज़िम्मेदारी पूरी करने में उनका साथ दे सकते हैं। इस बात को समझने के लिए ज़रा इस बारे में सोचिए: जब एक राज-घर बन रहा होता है, तो उसमें कुछ ही लोग काम करते हैं। लेकिन बाकी भाई-बहन उनका साथ देते हैं और उनकी मदद करते हैं। जैसे शायद वे खाना बनाकर लाएँ, लाने-ले-जाने में मदद करें या किसी और तरीके से हाथ बँटाएँ। उसी तरह, मंडली के भाई-बहन सहायक सेवकों, प्राचीनों और सर्किट निगरानों की मदद कर सकते हैं। हम उनका हौसला बढ़ा सकते हैं या उनके लिए कुछ कर सकते हैं। आइए देखें कि ये भाई जो कड़ी मेहनत करते हैं, उससे हमें कैसे फायदा होता है। हम यह भी जानेंगे कि ‘आदमियों के रूप में मिले इन तोहफों’ के लिए और इनके देनेवाले यीशु के लिए हम अपनी कदर कैसे ज़ाहिर कर सकते हैं।
“मदद के लिए सेवाएँ देनेवाले” सहायक सेवक
4. पहली सदी में सहायक सेवक किस तरह मदद करते थे?
4 पहली सदी में कुछ भाइयों को सहायक सेवक नियुक्त किया गया था। (1 तीमु. 3:8) जब पौलुस ने ‘मदद के लिए सेवाएँ देनेवालों’ का ज़िक्र किया, तो वह शायद सहायक सेवकों के बारे में ही बात कर रहा था। (1 कुरिं. 12:28) इससे पता चलता है कि ये भाई मंडली के कई ज़रूरी काम करते थे ताकि प्राचीन सिखाने के काम पर और परमेश्वर की भेड़ों की देखभाल करने पर ध्यान दे सकें। सहायक सेवक शायद शास्त्र की नकलें बनाने में मदद करते थे या नकलें बनाने के लिए जो चीज़ें चाहिए होती थीं, वे खरीदकर लाते थे।
5. सहायक सेवक मंडली में क्या-क्या काम करते हैं?
5 ध्यान दीजिए कि आज सहायक सेवक मंडली में क्या-क्या काम करते हैं। (1 पत. 4:10) कुछ भाई हिसाब-किताब सँभालते हैं और कुछ प्रचार के इलाके का रिकॉर्ड रखते हैं। कुछ प्रकाशनों का हिसाब रखते हैं और उन्हें बाँटते हैं, कुछ ऑडियो-वीडियो सँभालते हैं, कुछ मददगार (अटेंडंट) का काम करते हैं और कुछ राज-घर के रख-रखाव में हाथ बँटाते हैं। ये सभी सेवाएँ बहुत ज़रूरी हैं ताकि मंडली के सारे काम-काज अच्छी तरह हो सकें। (1 कुरिं. 14:40) इसके अलावा, कुछ सहायक सेवक ‘मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा’ में भाग पेश करते हैं और जन भाषण देते हैं। कुछ भाइयों को समूह निगरान का सहायक भी नियुक्त किया जाता है। इसके अलावा, प्राचीन काबिल सहायक सेवकों को अपने साथ रखवाली भेंट पर भी ले जाते हैं।
6. हम क्यों अपने मेहनती सहायक सेवकों की कदर करते हैं?
6 सहायक सेवक जो मेहनत करते हैं, उससे मंडली को बहुत फायदा होता है। ध्यान दीजिए कि कुछ भाई-बहन इस बारे में क्या कहते हैं। बोलिविया की रहनेवाली बहन बेबरलीb बताती हैं, “सहायक सेवकों की वजह से मैं सभाओं का पूरा मज़ा ले पाती हूँ। जैसे, मैं गीत गा पाती हूँ, जवाब दे पाती हूँ, भाषण सुन पाती हूँ और तसवीरों और वीडियो से सीख पाती हूँ। वे सुरक्षा का भी ध्यान रखते हैं और इस बात का भी कि जो लोग वीडियो कॉन्फ्रेंस के ज़रिए सभा में जुड़े हैं, उन्हें भी पूरा फायदा हो। सभा के बाद वे साफ-सफाई करने में भी हमेशा आगे रहते हैं, हिसाब-किताब सँभालते हैं और इस बात का भी ध्यान रखते हैं कि हमारे पास प्रकाशन हों। मैं सच में इन भाइयों का बहुत एहसान मानती हूँ!” कोलंबिया में रहनेवाली बहन लेसली के पति एक प्राचीन हैं। वे कहती हैं, “सहायक सेवक बहुत सारे काम करते हैं, इससे मेरे पति की मदद हो जाती है। अगर वे ना होते, तो मेरे पति का काम और बढ़ जाता। सहायक सेवक हर काम खुशी-खुशी और जोश के साथ करते हैं। मैं उनका जितना शुक्रिया करूँ, कम है।” आप भी ज़रूर अपनी मंडली के सहायक सेवकों के बारे में ऐसा ही महसूस करते होंगे।—1 तीमु. 3:13.
7. हम कैसे दिखा सकते हैं कि हम सहायक सेवकों की कदर करते हैं? (तसवीर भी देखें।)
7 हो सकता है, आपका दिल सहायक सेवकों के लिए एहसान से भरा हो। लेकिन आपको अपनी यह कदर ज़ाहिर भी करनी है। बाइबल में लिखा है, “दिखाओ कि तुम कितने एहसानमंद हो।” (कुलु. 3:15) फिनलैंड के एक प्राचीन, भाई कशिशटौफ मंडली के सहायक सेवकों के लिए अपना एहसान ज़ाहिर करते हैं। कैसे? वे कहते हैं, “मैं उन्हें कार्ड भेजता हूँ या मैसेज करता हूँ और उसमें एक आयत ज़रूर लिखता हूँ। मैं उन्हें यह भी बताता हूँ कि उनकी किस बात से मेरा हौसला बढ़ा है या उनकी किस बात के लिए मैं बहुत एहसानमंद हूँ।” न्यू कैलेडोनिया में रहनेवाले भाई पास्कल और उनकी पत्नी जीएल सहायक सेवकों के लिए प्रार्थना करते हैं। भाई पास्कल कहते हैं, “कुछ समय से हम अपनी प्रार्थनाओं में सहायक सेवकों को याद कर रहे हैं। हम उनके लिए यहोवा का धन्यवाद करते हैं और उससे बिनती करते हैं कि वह उनके साथ रहे और उनकी मदद करे।” यहोवा ऐसी प्रार्थनाएँ ज़रूर सुनता है और इससे पूरी मंडली को आशीष मिलती है।—2 कुरिं. 1:11.
“कड़ी मेहनत” करनेवाले प्राचीन
8. पहली सदी के प्राचीनों के बारे में पौलुस ने ऐसा क्यों लिखा कि वे “कड़ी मेहनत करते हैं”? (1 थिस्सलुनीकियों 5:12, 13)
8 पहली सदी में प्राचीन मंडली के लिए बहुत मेहनत करते थे। (1 थिस्सलुनीकियों 5:12, 13 पढ़िए; 1 तीमु. 5:17) वे मंडली में “अगुवाई” करते थे, जैसे वे सभाएँ चलाते थे और साथ मिलकर फैसले लेते थे। वे भाई-बहनों को “समझाते-बुझाते” भी थे, यानी उन्हें प्यार से अलग-अलग मामलों पर सलाह देते थे ताकि उनका विश्वास मज़बूत बना रहे। (1 थिस्स. 2:11, 12; 2 तीमु. 4:2) इसके अलावा, वे भाई अपने परिवार की ज़रूरतें पूरी करने के लिए और यहोवा के साथ अपना रिश्ता मज़बूत बनाए रखने के लिए भी कड़ी मेहनत करते थे।—1 तीमु. 3:2, 4; तीतु. 1:6-9.
9. आज प्राचीन कौन-सी ज़िम्मेदारियाँ सँभालते हैं?
9 आज भी प्राचीन कई ज़िम्मेदारियाँ सँभालते हैं। वे हमारी तरह खुशखबरी के प्रचारक हैं। (2 तीमु. 4:5) वे प्रचार में अगुवाई लेते हैं और जोश से इस काम को करते हैं। वे अच्छा इंतज़ाम करते हैं ताकि मंडली के इलाके में प्रचार हो सके। वे हमें ट्रेनिंग देते हैं ताकि हम अच्छी तरह प्रचार कर सकें और सिखा सकें। प्राचीन न्यायी का काम भी करते हैं। और ऐसा करते वक्त वे दया करते हैं और किसी का पक्ष नहीं लेते। जब कोई मसीही गंभीर पाप करता है, तो वे उसकी मदद करते हैं ताकि यहोवा के साथ उसका रिश्ता दोबारा अच्छा हो जाए। साथ ही, वे इस बात का भी ध्यान रखते हैं कि मंडली शुद्ध बनी रहे। (1 कुरिं. 5:12, 13; गला. 6:1) इसके अलावा, यहोवा ने उन्हें एक खास ज़िम्मेदारी दी है, वे चरवाहे हैं। (1 पत. 5:1-3) वे बाइबल के विषयों पर अच्छे भाषण तैयार करते हैं, मंडली में हरेक को जानने की कोशिश करते हैं और भाई-बहनों की रखवाली भेंट करते हैं। कुछ प्राचीन राज-घर के निर्माण और रख-रखाव में हाथ बँटाते हैं, अधिवेशनों का इंतज़ाम करते हैं, अस्पताल संपर्क समिति और मरीज़ मुलाकात दल में भी सेवा करते हैं। यही नहीं, प्राचीन और भी कई ज़िम्मेदारियाँ सँभालते हैं। सच में, हमारे प्यारे प्राचीन कितनी मेहनत करते हैं!
10. हम क्यों अपने मेहनती प्राचीनों की कदर करते हैं?
10 यहोवा ने पहले से बताया था कि प्राचीन चरवाहों की तरह हमारी देखभाल करेंगे और हम ‘डरेंगे नहीं और ना ही घबराएँगे।’ (यिर्म. 23:4) फिनलैंड में रहनेवाली बहन योहाना ने ऐसा ही महसूस किया। जब उनकी माँ बहुत बीमार हो गयी थीं, तब उन्होंने महसूस किया कि प्राचीन बहुत अच्छे चरवाहे हैं। वे बताती हैं, “मेरे मन में क्या चल रहा है, मुझे कैसा लग रहा है, इस बारे में दूसरों को बताना मुझे बहुत मुश्किल लगता है। लेकिन एक प्राचीन ने मुझसे बात की। मैं उन्हें अच्छी तरह नहीं जानती थी, लेकिन उन्होंने सब्र से मेरी बात सुनी, मेरे साथ प्रार्थना की और मुझे यकीन दिलाया कि यहोवा मुझसे बहुत प्यार करता है। मुझे यह तो याद नहीं कि उन्होंने मुझसे क्या-क्या कहा था, पर इतना याद है कि उस वक्त मुझे बहुत सुकून मिला था। मेरा डर, मेरी चिंता, सब गायब हो गया था। यहोवा ने बिलकुल सही वक्त पर उस भाई को मेरे पास भेजा।” क्या आपकी मंडली के प्राचीनों ने भी आपकी मदद की है?
11. आप कैसे दिखा सकते हैं कि आप प्राचीनों की कदर करते हैं? (तसवीर भी देखें।)
11 यहोवा चाहता है कि हम प्राचीनों के “काम की वजह से” उनकी दिल से कदर करें। (1 थिस्स. 5:12, 13) फिनलैंड में रहनेवाली बहन हेनरीटा बताती हैं, “प्राचीन खुशी-खुशी दूसरों की मदद करते हैं, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि उनके पास हमसे ज़्यादा ताकत या समय है या उनकी ज़िंदगी में कोई मुश्किल नहीं है। कभी-कभी मैं प्राचीनों से कहती हूँ, ‘एक बात कहूँ, आप बहुत अच्छे प्राचीन हो।’” तुर्कियेc में रहनेवाली बहन सेरा बताती हैं, “प्राचीनों को भी हौसले की ज़रूरत होती है। इसलिए हम उन्हें कार्ड दे सकते हैं, खाने पर बुला सकते हैं या उनके साथ प्रचार में जा सकते हैं।” क्या आपकी मंडली में कोई ऐसा प्राचीन है जिसकी आप बहुत कदर करते हैं? अगर हाँ, तो फिर उसे इस बारे में बताइए।—1 कुरिं. 16:18.
मंडली के नियुक्त भाइयों का हौसला बढ़ाइए ताकि वे जोश से सेवा करते रहें (पैराग्राफ 7, 11, 15)
मंडलियों को मज़बूत करनेवाले सर्किट निगरान
12. पहली सदी में मंडलियों को मज़बूत करने के लिए यीशु ने और क्या इंतज़ाम किया? (1 थिस्सलुनीकियों 2:7, 8)
12 मसीह यीशु ने मंडलियों को ‘आदमियों के रूप में जो तोहफे’ दिए हैं, वे एक और तरीके से भाई-बहनों की मदद करते हैं। मसीह की निगरानी में यरूशलेम के प्राचीनों ने पौलुस, बरनबास और दूसरे कुछ भाइयों को सफरी निगरान ठहराया था और उन्हें मंडलियों का दौरा करने के लिए भेजा था। (प्रेषि. 11:22) लेकिन क्यों? वह इसलिए कि ये सफरी निगरान, सहायक सेवकों और प्राचीनों की तरह मंडली को मज़बूत कर सकें। (प्रेषि. 15:40, 41) इन भाइयों ने अपना आराम त्यागकर, यहाँ तक कि अपनी जान का खतरा मोल लेकर दूसरों का हौसला बढ़ाया और उन्हें परमेश्वर के बारे में सिखाया।—1 थिस्सलुनीकियों 2:7, 8 पढ़िए।
13. सर्किट निगरान कौन-सी ज़िम्मेदारियाँ सँभालते हैं?
13 सर्किट निगरान अलग-अलग मंडलियों का दौरा करने के लिए बहुत मेहनत करते हैं। कुछ भाई तो एक मंडली से दूसरी मंडली जाने के लिए कई-कई किलोमीटर का सफर करते हैं। सर्किट निगरान हर हफ्ते कई भाषण देते हैं, रखवाली भेंट करते हैं, पायनियरों के साथ सभा चलाते हैं, प्राचीनों के साथ बैठक करते हैं और प्रचार की सभाएँ चलाते हैं। इसके अलावा, वे सर्किट सम्मेलनों और अधिवेशनों का इंतज़ाम करते हैं और उनमें भाषण देते हैं। वे पायनियर स्कूल में सिखाते हैं और सर्किट के पायनियरों के साथ खास सभा रखते हैं। इतना ही नहीं, वे और भी दूसरी ज़िम्मेदारियाँ सँभालते हैं। जैसे, कभी-कभी शाखा दफ्तर से उन्हें कुछ ज़रूरी काम मिलते हैं, जो उन्हें तुरंत करने होते हैं। सच में, कितनी मेहनत करते हैं हमारे सर्किट निगरान!
14. हम क्यों अपने मेहनती सर्किट निगरानों की कदर करते हैं?
14 सर्किट निगरान आदमियों के रूप में तोहफे हैं। इनसे भाई-बहनों को क्या फायदा होता है? सफरी निगरान के दौरे के बारे में तुर्किये में रहनेवाला एक भाई कहता है, “हर बार जब सर्किट निगरान दौरा करने आते हैं, तो मैं जोश से भर जाता हूँ और मेरा मन करता है कि मैं भाई-बहनों के लिए और भी बढ़-चढ़कर कुछ करूँ। मैं कई सर्किट निगरानों से मिला हूँ। लेकिन एक भी निगरान ने मुझे यह एहसास नहीं दिलाया कि वह बहुत व्यस्त है और उसके पास मुझसे बात करने की फुरसत नहीं है।” बहन योहाना, जिनके बारे में हमने पहले देखा था, बताती हैं कि एक बार वे सर्किट निगरान के साथ प्रचार कर रही थीं, पर उन्हें एक भी व्यक्ति घर पर नहीं मिला। वे कहती हैं, “फिर भी मैं उस दिन को कभी नहीं भूल सकती। कुछ ही समय पहले मेरी दोनों बहनें कहीं और जाकर बस गयी थीं और मुझे उनकी बहुत याद आ रही थी। लेकिन सर्किट निगरान ने मेरा बहुत हौसला बढ़ाया और मुझे यह समझने में मदद दी कि यहोवा की सेवा की खातिर हमें अपने परिवार और दोस्तों से दूर रहना पड़ सकता है। पर यह बस कुछ समय की बात है। नयी दुनिया में तो हम हमेशा-हमेशा तक उनके साथ रह पाएँगे।” ऐसे और भी कई सर्किट निगरान हैं जिनसे भाई-बहन बहुत प्यार करते हैं।—प्रेषि. 20:37–21:1.
15. (क) हम 3 यूहन्ना 5-8 के मुताबिक कैसे दिखा सकते हैं कि हम सर्किट निगरानों की कदर करते हैं? (तसवीर भी देखें।) (ख) हमें क्यों नियुक्त भाइयों की पत्नियों की कदर करनी चाहिए और हम यह कैसे कर सकते हैं? (“उनकी पत्नियों को भी याद रखिए” नाम का बक्स देखें।)
15 प्रेषित यूहन्ना ने गयुस से कहा था कि वह उन भाइयों की मेहमान-नवाज़ी करे जो दौरे पर आते हैं और ‘उन्हें सफर के लिए इस तरह विदा करे कि परमेश्वर खुश हो।’ (3 यूहन्ना 5-8 पढ़िए।) हम भी ऐसा कर सकते हैं। हम सर्किट निगरानों को खाने पर बुला सकते हैं और उस हफ्ते बढ़-चढ़कर प्रचार कर सकते हैं। बहन लेसली जिनके बारे में पहले भी बताया गया था, कुछ और तरीकों से भी अपनी कदर ज़ाहिर करती हैं। वे बताती हैं, “मैं यहोवा से प्रार्थना करती हूँ कि वह सर्किट निगरानों कि ज़रूरतें पूरी करे। मैंने और मेरे पति ने उन्हें खत भी लिखे हैं और बताया है कि उनके दौरों से हमारा बहुत हौसला बढ़ा है।” याद रखिए, सर्किट निगरान हमारे ही जैसे हैं। उन्हें भी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, वे भी कभी-कभी बीमार हो जाते हैं, चिंता करते हैं और निराश हो जाते हैं। ऐसे में अगर हम उनकी हिम्मत बँधाएँ या उन्हें कोई तोहफा दें, तो हो सकता है यहोवा हमारे ज़रिए उनकी प्रार्थनाओं का जवाब दे रहा हो।—नीति. 12:25.
हमें ‘आदमियों के रूप में तोहफों’ की ज़रूरत है
16. नीतिवचन 3:27 को ध्यान में रखते हुए एक भाई खुद से क्या सवाल कर सकता है?
16 आज पूरी दुनिया में और भी भाइयों की ज़रूरत है जो “आदमियों के रूप में तोहफे” बन सकें। अगर आप एक भाई हैं और आपका बपतिस्मा हो चुका है, तो क्या आप उनका भला कर सकते हैं जिनका ‘भला करना आपके बस में है’? (नीतिवचन 3:27 पढ़िए।) जैसे, क्या आप भाई-बहनों की मदद करने के लिए सहायक सेवक बनने की कोशिश कर सकते हैं? क्या आप प्राचीन के योग्य बनने के लिए मेहनत कर सकते हैं?d क्या आप अपनी ज़िंदगी में कुछ फेरबदल कर सकते हैं और राज प्रचारकों के लिए स्कूल की अर्ज़ी भर सकते हैं? यह स्कूल आपको काबिल बना सकता है ताकि आप यीशु के और भी काम आ सकें। अगर आपको लगता है कि आप ये ज़िम्मेदारियाँ नहीं उठा पाएँगे, तो यहोवा से प्रार्थना कीजिए। उससे पवित्र शक्ति माँगिए ताकि आपको जो भी ज़िम्मेदारी दी जाए, आप उसे अच्छी तरह पूरा कर सकें।—लूका 11:13; प्रेषि. 20:28.
17. हमें ‘आदमियों के रूप में जो तोहफे’ मिले हैं, वह किस बात का सबूत है?
17 यीशु ने ‘आदमियों के रूप में जो तोहफे’ दिए हैं, वह इस बात का सबूत है कि यीशु इन आखिरी दिनों में हमारी अगुवाई कर रहा है। (मत्ती 28:20) क्या हम इस बात के लिए एहसानमंद नहीं कि हमारा राजा हमसे इतना प्यार करता है, हमारा खयाल रखता है और दिल खोलकर हमें देता है? क्या हम उसका एहसान नहीं मानते कि उसने हमारी मदद के लिए काबिल भाइयों को ठहराया है? तो आइए हम दिखाएँ कि हम आदमियों के रूप में मिले इन तोहफों की कदर करते हैं और इनके लिए हमेशा यहोवा का धन्यवाद करें, क्योंकि “हर अच्छा तोहफा और हर उत्तम देन” उसी से मिलती है।—याकू. 1:17.
गीत 99 लाखों हज़ारों भाई
a जो प्राचीन शासी निकाय के सदस्य हैं, उनके मददगार हैं, शाखा-समिति के सदस्य हैं या दूसरी ज़िम्मेदारियाँ निभाते हैं, वे भी “आदमियों के रूप में तोहफे” हैं।
b इस लेख में कुछ लोगों के नाम उनके असली नाम नहीं हैं।
c यह पहले तुर्की के नाम से जाना जाता था।
d जो भाई सहायक सेवक या प्राचीन के तौर पर सेवा करने के लिए आगे बढ़ना चाहते हैं, वे नवंबर 2024 की प्रहरीदुर्ग में दिए लेख, “भाइयो, क्या आप सहायक सेवक बनने के लिए आगे बढ़ रहे हैं?” और “भाइयो, क्या आप प्राचीन बनने के लिए आगे बढ़ रहे हैं?” पढ़ सकते हैं।