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  • भाइयो, क्या आप प्राचीन बनने के लिए आगे बढ़ रहे हैं?
  • प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है (अध्ययन)—2024
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अध्ययन लेख 47

गीत 103 “आदमियों के रूप में तोहफे”

भाइयो, क्या आप प्राचीन बनने के लिए आगे बढ़ रहे हैं?

“अगर कोई आदमी निगरानी का काम करने की कोशिश में आगे बढ़ता है, तो वह एक बढ़िया काम करने की चाहत रखता है।”—1 तीमु. 3:1.

क्या सीखेंगे?

इस लेख में हम जानेंगे कि अगर एक भाई प्राचीन के नाते सेवा करना चाहता है, तो उसे बाइबल में दी कौन-सी योग्यताएँ पूरी करनी होंगी।

1-2. एक प्राचीन क्या-क्या काम करता है?

अगर आप एक सहायक सेवक हैं, तो आप ऐसी कई योग्यताएँ पूरी कर रहे हैं जो एक प्राचीन में होती हैं। आप और क्या कर सकते हैं ताकि आप एक प्राचीन बन सकें? इस “बढ़िया काम” के लिए आप कैसे आगे आ सकते हैं?—1 तीमु. 3:1.

2 एक प्राचीन प्रचार काम में अगुवाई करता है, रखवाली भेंट करने और सिखाने में मेहनत करता है। साथ ही, वह अपनी बातों से मंडली को मज़बूत करता है और भाई-बहनों के लिए एक अच्छी मिसाल रखता है। सच में, हमारे प्राचीन बहुत मेहनत करते हैं! इसी वजह से बाइबल में उन्हें “आदमियों के रूप में तोहफे” कहा गया है।—इफि. 4:8.

3. अगर एक भाई प्राचीन के तौर पर सेवा करना चाहता है, तो उसे क्या करना होगा? (1 तीमुथियुस 3:1-7; तीतुस 1:5-9)

3 अगर आप एक प्राचीन बनना चाहते हैं, तो आपको क्या करना होगा? प्राचीन बनना एक नौकरी पाने जैसा नहीं है। अगर आपके पास थोड़ा-बहुत हुनर है या आपको कोई काम आता है, तो आपको दुनिया में नौकरी मिल सकती है। लेकिन प्राचीन बनने के लिए बस प्रचार करने और सिखाने का हुनर होना काफी नहीं है। इसके लिए एक भाई को बाइबल में दी योग्यताएँ भी पूरी करनी होती हैं। ये योग्यताएँ 1 तीमुथियुस 3:1-7 और तीतुस 1:5-9 में दी गयी हैं। (पढ़िए।) इस लेख में हम इनमें से कुछ योग्यताओं पर गौर करेंगे और देखेंगे कि एक भाई जो प्राचीन बनना चाहता है, उसे खासकर किन तीन मामलों पर ध्यान देना होगा। उसे ध्यान रखना है कि (1) उसका मंडली में और मंडली के बाहर एक अच्छा नाम हो, (2) वह परिवार का एक अच्छा मुखिया हो और (3) वह मंडली में खुशी-खुशी दूसरों की सेवा करता हो।

एक अच्छा नाम कमाना

4. एक भाई पर “कोई आरोप न हो,” इसका क्या मतलब है?

4 अगर आप एक प्राचीन बनना चाहते हैं, तो आप पर ‘कोई आरोप नहीं होना चाहिए।’ इसका मतलब, मंडली में आपका अच्छा नाम होना चाहिए और आपका चालचलन ऐसा होना चाहिए कि कोई आप पर दोष ना लगा पाए। यह भी ज़रूरी है कि ‘बाहरवाले आपके बारे में अच्छा कहते हों।’ आपके विश्‍वास की वजह से दुनिया के लोग शायद आपके बारे में बुरा-भला कहें। लेकिन जहाँ तक आपके चालचलन और ईमानदारी की बात है, तो इसमें उन्हें कोई दोष नज़र नहीं आना चाहिए। (दानि. 6:4, 5) इसलिए खुद से पूछिए, ‘क्या मंडली के अंदर और बाहर मेरा एक अच्छा नाम है?’

5. आप कैसे दिखा सकते हैं कि आप ‘भलाई से प्यार करते हैं’?

5 अगर आप ‘भलाई से प्यार करते हैं,’ तो आप दूसरों की अच्छाइयों पर ध्यान देंगे और उनके बढ़िया गुणों के लिए उनकी तारीफ करेंगे। यही नहीं, आप खुशी-खुशी दूसरों के लिए भले काम करेंगे, तब भी जब आपसे ऐसा करने की उम्मीद ना की जाए। (1 थिस्स. 2:8) प्राचीनों के लिए भलाई से प्यार करना क्यों बहुत ज़रूरी है? क्योंकि तभी वे चरवाहों की तरह भाई-बहनों की देखभाल करेंगे और मंडली में अपनी दूसरी ज़िम्मेदारियाँ पूरी करने में मेहनत करेंगे। (1 पत. 5:1-3) यह सब करने से उन्हें जो खुशी मिलती है, वह किसी भी त्याग से कहीं बढ़कर होती है।—प्रेषि. 20:35.

6. ‘मेहमान-नवाज़ी करने’ का क्या मतलब है? (इब्रानियों 13:2, 16; तसवीर भी देखें।)

6 आप कैसे दिखा सकते हैं कि आप ‘मेहमान-नवाज़ी करनेवाले’ व्यक्‍ति हैं? दूसरों के लिए भले काम कीजिए, उनके लिए भी जो आपके करीबी दोस्त नहीं हैं। (1 पत. 4:9) बाइबल के एक शब्दकोश में मेहमान-नवाज़ी करनेवाले व्यक्‍ति के बारे में बताया है, “वह अजनबियों के लिए ना सिर्फ अपने घर के दरवाज़े खोलता है, बल्कि अपना दिल भी खोल देता है।” इसलिए खुद से पूछिए, ‘क्या मैं मंडली में आनेवाले नए लोगों का स्वागत करने के लिए जाना जाता हूँ?’ (इब्रानियों 13:2, 16 पढ़िए।) मेहमान-नवाज़ी करनेवाले व्यक्‍ति के पास जो भी होता है वह दूसरों के साथ बाँटता है, जैसे उनके साथ भी जो गरीब हैं या जो यहोवा की सेवा में बहुत मेहनत करते हैं, जैसे सर्किट निगरान और मेहमान वक्‍ता।—उत्प. 18:2-8; नीति. 3:27; लूका 14:13, 14; प्रेषि. 16:15; रोमि. 12:13.

एक पति-पत्नी के घर सर्किट निगरान और उनकी पत्नी रुकने आए हैं और वे उन्हें उनका कमरा दिखा रहे हैं।

एक पति-पत्नी मेहमान-नवाज़ी दिखा रहे हैं और एक सफरी निगरान और उनकी पत्नी का स्वागत कर रहे हैं (पैराग्राफ 6)


7. आप कैसे दिखा सकते हैं कि आप ‘पैसे के लालची नहीं हैं’?

7 “पैसे का लालची न हो।” इसका मतलब, आपका पूरा ध्यान पैसा कमाने और चीज़ें बटोरने में नहीं लगा रहना चाहिए। आप चाहे अमीर हों या गरीब, आपको अपनी ज़िंदगी में परमेश्‍वर के राज को पहली जगह देनी चाहिए। (मत्ती 6:33) आपको अपना समय, अपनी ताकत और साधन यहोवा की उपासना में, अपने परिवार की देखभाल करने में और भाई-बहनों की सेवा करने में लगाना चाहिए। (मत्ती 6:24; 1 यूह. 2:15-17) इसलिए खुद से पूछिए, ‘पैसे के बारे में मेरा क्या नज़रिया है? मेरे पास ज़रूरत की जो चीज़ें हैं, क्या मैं उनमें खुश हूँ? या फिर मैं और पैसा कमाने या चीज़ें बटोरने के बारे में ही सोचता रहता हूँ?’—1 तीमु. 6:6, 17-19.

8. आप कैसे दिखा सकते हैं कि आप ‘हर बात में संयम बरतते हैं’?

8 “हर बात में संयम बरतता हो।” इसका मतलब आप ज़िंदगी के अलग-अलग मामलों में अपने लिए कुछ हदें ठहराएँगे। जैसे खाने-पीने के मामले में, फैशन या मनोरंजन के मामले में। अगर आप संयम बरतते हैं, तो आप दुनिया के रंग में नहीं रंग जाएँगे, इसके गुलाम नहीं बन जाएँगे। (लूका 21:34; याकू. 4:4) इसके अलावा, आप गुस्सा दिलाए जाने पर भी शांत रहेंगे। आपके लिए यह भी ज़रूरी है कि आप ‘पियक्कड़ न हों’ और लोग आपके बारे में यह ना सोचते हों कि आप बहुत ज़्यादा पीते हैं। इसलिए खुद से पूछिए, ‘मेरी आदतें कैसी हैं? क्या मैं हर बात में संयम बरतता हूँ?’

9. ‘सही सोच रखने’ और ‘कायदे से चलने’ का क्या मतलब है?

9 यह भी ज़रूरी है कि आप ‘सही सोच रखते हों।’ इसका मतलब, आप किसी भी मामले के बारे में यह देखने की कोशिश करेंगे कि उस बारे में बाइबल में क्या सिद्धांत दिए गए हैं। फिर आप उन सिद्धांतों के बारे में गहराई से सोचेंगे जिससे आप उस मामले को और अच्छी तरह समझ पाएँगे। आप तुरंत किसी नतीजे पर नहीं पहुँचेंगे, बल्कि मामले की पूरी जानकारी लेंगे। (नीति. 18:13) तब आप एक ऐसा फैसला ले पाएँगे जो यहोवा की सोच के हिसाब से सही हो। अगर आप ‘कायदे से चलनेवाले’ व्यक्‍ति हैं, तो आप हर काम व्यवस्थित तरीके से और समय पर करेंगे। लोग आपको एक भरोसेमंद व्यक्‍ति के तौर पर जानेंगे और सबको पता होगा कि आप हिदायतों के हिसाब से काम करते हैं। अब तक हमने जिन गुणों या योग्यताओं के बारे में बात की, अगर आप उन्हें पूरा करें, तो भाइयों के बीच आपका एक अच्छा नाम होगा। अब आइए देखते हैं कि अगर एक भाई परिवार का मुखिया है, तो प्राचीन बनने के लिए उसे और कौन-सी योग्यताएँ पूरी करनी हैं।

परिवार का अच्छा मुखिया होना

10. एक भाई कैसे “अपने परिवार की अच्छी तरह अगुवाई” कर सकता है?

10 अगर आप शादीशुदा हैं और एक प्राचीन के तौर पर सेवा करना चाहते हैं, तो यह ज़रूरी है कि आपके परिवार का एक अच्छा नाम हो। आपको ‘अपने परिवार की अच्छी तरह अगुवाई करनी होगी।’ लोगों को साफ दिखना चाहिए कि आप अपने परिवार से प्यार करते हैं और मुखिया की ज़िम्मेदारी अच्छी तरह निभाते हैं। आपको यहोवा की उपासना से जुड़े कामों में भी अगुवाई लेनी होगी। यह क्यों इतना ज़रूरी है? प्रेषित पौलुस ने समझाया, “अगर एक आदमी अपने ही परिवार की अगुवाई करना नहीं जानता, तो वह परमेश्‍वर की मंडली की देखभाल कैसे करेगा?”—1 तीमु. 3:5.

11-12. अगर एक भाई प्राचीन बनने के लिए आगे बढ़ रहा है, तो उसके बच्चों के व्यवहार का उस पर क्या असर हो सकता है? (तसवीर भी देखें।)

11 अगर आप एक पिता हैं, तो यह ज़रूरी है कि आपके नाबालिग “बच्चे पूरी गंभीरता से [आपके] अधीन रहते हों।” आपको प्यार से उन्हें सिखाना है और ट्रेनिंग देनी है। देखा जाए तो सभी बच्चों को खेलना-कूदना पसंद होता है और इसमें कोई बुराई नहीं है। लेकिन आपको उन्हें अच्छी ट्रेनिंग भी देनी है, ताकि वे आज्ञा मानना सीखें, दूसरों की इज़्ज़त करें और अदब से पेश आएँ। यही नहीं, आपको यह भी कोशिश करनी चाहिए कि आपके बच्चों का यहोवा के साथ एक अच्छा रिश्‍ता हो, वे बाइबल सिद्धांतों के हिसाब से जीएँ और बपतिस्मा लेने के लिए आगे बढ़ें।

12 “उसके बच्चे विश्‍वासी हों और उन पर ऐयाशी की ज़िंदगी जीने का या बागी होने का इलज़ाम न हो।” अगर एक भाई के बच्चे का बपतिस्मा हो चुका है या आगे चलकर होनेवाला है, लेकिन वह बच्चा कोई गंभीर पाप कर देता है, तो इसका भाई पर क्या असर होगा? अगर उसने अपने बच्चे को अच्छी तरह नहीं सिखाया था या उसे सुधारा नहीं था, तो शायद वह एक प्राचीन बनने के योग्य ना हो।—15 अक्टूबर, 1996 की प्रहरीदुर्ग, पेज 21, पैरा. 6-7 पढ़ें।

तसवीरें: 1. एक भाई अपनी पत्नी और छोटे बच्चों के साथ पारिवारिक उपासना कर रहा है। वे jw.org पर “यहोवा के दोस्त बनो​—⁠यहोवा के भवन को साफ-सुथरा रखो” वीडियो देख रहे हैं। 2. बाद में वह भाई अपने दो बेटों के साथ राज-घर की सफाई कर रहा है। भाई और उनका एक बेटा वैक्यूम कर रहे हैं और दूसरा बेटा कपड़े से धूल साफ कर रहा है।

परिवार के मुखिया अपने बच्चों को सिखाते हैं और उनके साथ मिलकर यहोवा की उपासना से जुड़े काम करते हैं (पैराग्राफ 11)


मंडली में खुशी-खुशी दूसरों की सेवा करना

13. आप कैसे दिखा सकते हैं कि आप ‘लिहाज़ करनेवाले’ इंसान हैं और ‘मनमानी नहीं करते’?

13 जिन भाइयों में अच्छे मसीही गुण होते हैं, वे मंडली के लिए एक आशीष साबित होते हैं। एक “लिहाज़ करनेवाला” भाई मंडली में शांति को बढ़ावा देता है। अगर आप एक लिहाज़ करनेवाले व्यक्‍ति बनना चाहते हैं, तो दूसरों की ध्यान से सुनिए और जब वे किसी मामले पर अपनी राय बताते हैं, तो उसे समझने की कोशिश कीजिए। मान लीजिए कि आप प्राचीनों की बैठक में हैं। ज़्यादातर भाई एक फैसले पर सहमत हैं और वह फैसला बाइबल सिद्धांतों और नियमों के खिलाफ नहीं है। ऐसे में क्या आप खुशी-खुशी उस फैसले का साथ देंगे? यह भी ज़रूरी है कि एक भाई ‘मनमानी करनेवाला न हो।’ इसका मतलब, वह अपनी बात पर अड़ा नहीं रहेगा और यह नहीं सोचेगा कि जैसा वह चाहता है, वैसा ही हो। इसके बजाय, वह इस बात को समझेगा है कि दूसरों से सलाह-मशविरा करने से फायदा होता है। (उत्प. 13:8, 9; नीति. 15:22) आपको यह भी ध्यान रखना चाहिए कि आप “गुस्सैल” और ‘झगड़ालू न हों।’ इसका मतलब, आपको कठोर नहीं होना चाहिए और बात-बात पर बहस नहीं करनी चाहिए। इसके बजाय, आपको प्यार से और सोच-समझकर बात करनी चाहिए। आपको शांति कायम करनेवाला भी होना चाहिए, यानी आगे बढ़कर दूसरों के साथ शांति बनाए रखने की कोशिश करनी चाहिए, तब भी जब ऐसा करना मुश्‍किल हो। (याकू. 3:17, 18) जब आप प्यार से बात करेंगे, तो हो सकता है लोग शांत हो जाएँ, ऐसे लोग भी जो शायद आपका विरोध करते हों।—न्यायि. 8:1-3; नीति. 20:3; 25:15; मत्ती 5:23, 24.

14. इसका क्या मतलब है कि एक भाई “नया विश्‍वासी न हो” और “वफादार” हो?

14 प्राचीन बनने के योग्य होने के लिए यह भी ज़रूरी है कि एक भाई “नया विश्‍वासी न हो।” यह ज़रूरी नहीं कि आपको बपतिस्मा लिए हुए कई साल हो चुके हों। पर हाँ, यह ज़रूरी है कि आप एक प्रौढ़ मसीही हों और प्रौढ़ बनने में वक्‍त लगता है। इससे पहले कि आपको प्राचीन के तौर पर नियुक्‍त किया जाए, यह साफ दिखना चाहिए कि आप यीशु की तरह नम्र हैं और कोई भी ज़िम्मेदारी पाने के लिए यहोवा के वक्‍त का इंतज़ार करने को तैयार हैं। (मत्ती 20:23; फिलि. 2:5-8) आपके लिए “वफादार” रहना भी ज़रूरी है। आप कैसे वफादार रह सकते हैं? यहोवा से लिपटे रहिए, उसके स्तर मानिए और उसके संगठन से जो भी निर्देश मिलते हैं, उन पर चलिए।—1 तीमु. 4:15.

15. प्राचीन बनने के लिए क्या एक भाई को कमाल का वक्‍ता होना चाहिए? समझाइए।

15 बाइबल में बताया है कि निगरानों को ‘सिखाने के काबिल होना चाहिए।’ क्या इसका यह मतलब है कि आपको एक कमाल का वक्‍ता होना चाहिए? नहीं। भले ही कुछ प्राचीन बहुत अच्छे वक्‍ता नहीं होते, लेकिन वे प्रचार में और रखवाली भेंट पर बहुत ही असरदार तरीके से सिखाते हैं। (1 कुरिंथियों 12:28, 29 और इफिसियों 4:11 से तुलना करें।) फिर भी आपके लिए ज़रूरी है कि आप सिखाने की कला निखारते जाएँ ताकि आप एक अच्छे शिक्षक बन सकें। आप यह कैसे कर सकते हैं?

16. आप और भी अच्छी तरह सिखाने के लिए क्या कर सकते हैं? (तसवीर भी देखें।)

16 “वह विश्‍वासयोग्य वचन को मज़बूती से थामे रहता हो।” अगर आप और भी अच्छे शिक्षक बनना चाहते हैं, तो यह ज़रूरी है कि जब भी आप भाई-बहनों को कुछ सिखाएँ या उन्हें अकेले में सलाह दें, तो वह बाइबल पर आधारित हो। इसलिए बाइबल और हमारे प्रकाशनों का अच्छी तरह अध्ययन कीजिए। (नीति. 15:28; 16:23) यह समझने की कोशिश कीजिए कि बाइबल की आयतों का क्या मतलब है और उस पर कैसे अमल किया जा सकता है। फिर इस तरह सिखाने की कोशिश कीजिए, जिससे आपकी बात लोगों के दिल को छू जाए और वे कदम उठाएँ। एक अच्छा शिक्षक बनने के लिए यह भी ज़रूरी है कि आप अनुभवी प्राचीनों से पूछें कि आप कहाँ सुधार कर सकते हैं। (1 तीमु. 5:17) एक प्राचीन के लिए ज़रूरी है कि वह भाई-बहनों का “हौसला बढ़ाए,” लेकिन कभी-कभी यह भी ज़रूरी होता है कि वह उन्हें सलाह दे या “सुधारे” भी। जो भी हो, एक प्राचीन को हमेशा प्यार और नरमी से बात करनी चाहिए। अगर आप ऐसा करेंगे और परमेश्‍वर के वचन से सिखाएँगे, तो आपकी बातों का लोगों पर बढ़िया असर होगा। इस तरह आप महान शिक्षक यीशु की तरह बन पाएँगे।—मत्ती 11:28-30; 2 तीमु. 2:24.

तसवीरें: 1. एक सहायक सेवक और एक प्राचीन एक बहन से मिलने उनके घर आए हैं। उन तीनों ने अपनी बाइबल खोली हुई है और सहायक सेवक बहन से बात कर रहा है। 2. सहायक सेवक शीशे के सामने खड़े होकर भाषण देने की प्रैक्टिस कर रहा है।

एक सहायक सेवक एक अनुभवी प्राचीन के साथ है और सीख रहा है कि वह कैसे बाइबल से दूसरों का हौसला बढ़ा सकता है। वही भाई शीशे के सामने खड़े होकर भाषण देने की प्रैक्टिस कर रहा है (पैराग्राफ 16)


आगे बढ़ते रहिए

17. (क) सहायक सेवक आगे बढ़ने के लिए क्या कर सकते हैं? (ख) जब भाइयों की योग्यताओं पर चर्चा की जाती है, तो प्राचीनों को क्या याद रखना चाहिए? (“भाइयों की योग्यताओं पर चर्चा करते वक्‍त लिहाज़ दिखाइए” नाम का बक्स देखें।)

17 हमारी इस चर्चा के बाद शायद कुछ सहायक सेवकों को लगे कि वे प्राचीनों के लिए दी गयी योग्यताएँ कभी पूरी नहीं कर पाएँगे। लेकिन याद रखिए कि ना तो यहोवा, ना ही संगठन यह उम्मीद करता है कि आप इन सारी योग्यताओं पर पूरी तरह खरे उतरें और आपमें कोई कमी ना हो। (1 पत. 2:21) यह भी याद रखिए कि यहोवा आपको अपनी पवित्र शक्‍ति देगा जिससे आप ये योग्यताएँ पूरी कर पाएँगे और मसीही गुण बढ़ा पाएँगे। (फिलि. 2:13) क्या ऐसी कोई योग्यता या गुण है जिसे बढ़ाने के लिए आपको अपने अंदर सुधार करना है? अगर हाँ, तो इस बारे में यहोवा से प्रार्थना कीजिए। साथ ही, इस बारे में खोजबीन कीजिए और किसी प्राचीन से पूछिए कि आप कैसे सुधार कर सकते हैं।

भाइयों की योग्यताओं पर चर्चा करते वक्‍त लिहाज़ दिखाइए

जब प्राचीन चर्चा करते हैं कि एक भाई प्राचीनों के लिए दी योग्यताएँ पूरी कर रहा है या नहीं, तो उन्हें लिहाज़ दिखाना चाहिए। उन्हें “खुद को दूसरों से नेक” नहीं समझना चाहिए। (सभो. 7:16; रोमि. 12:3) प्राचीनों को याद रखना चाहिए कि वे भी सारी योग्यताओं पर पूरी तरह खरे नहीं उतर पाते। उन्हें यह भी याद रखना है कि जब यहोवा उनसे यह उम्मीद नहीं करता कि वे सारी योग्यताओं पर पूरी तरह खरे उतरें, तो उन्हें भी दूसरे भाइयों से ऐसी उम्मीद नहीं करनी चाहिए। इसलिए प्राचीन प्रार्थना करते हैं और यह देखने की कोशिश करते हैं कि एक भाई उचित हद तक बाइबल में दी योग्यताओं पर खरा उतर रहा है या नहीं। वे यह उम्मीद नहीं करते कि उस भाई में कोई कमी नहीं होगी। किसी भाई की सिफारिश करते वक्‍त प्राचीन यह देखते हैं कि वह यहोवा के स्तरों के मुताबिक जी रहा है या नहीं और उसे प्राचीन ठहराने से मंडली को फायदा होगा या नहीं।

18. सभी सहायक सेवक क्या कर सकते हैं?

18 चाहे हम एक प्राचीन हों या नहीं, आइए हम सब भाई इस लेख में बताए गुणों को बढ़ाने के लिए मेहनत करते रहें। (फिलि. 3:16) क्या आप एक सहायक सेवक हैं? अगर हाँ, तो आगे बढ़ते रहिए। यहोवा से प्रार्थना कीजिए कि वह आपको सिखाता रहे और ढालता रहे ताकि आप उसकी और मंडली के भाई-बहनों की और भी अच्छी तरह सेवा कर पाएँ। (यशा. 64:8) हम दुआ करते हैं कि यहोवा आपकी मेहनत पर आशीष दे और प्राचीन बनने के लिए जो योग्यताएँ हैं, आप उन्हें पूरा कर सकें।

हमने आगे बतायी आयतों से क्या सीखा?

  • 1 तीमुथियुस 3:1-7

  • तीतुस 1:5-9

  • इब्रानियों 13:2, 16

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