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  • लूका 2:46
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद
    • 46 तीन दिन बाद उन्हें वह मंदिर में मिला, जहाँ वह शिक्षकों के बीच बैठा उनकी सुन रहा था और उनसे सवाल कर रहा था।

  • लूका 2:46
    नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र
    • 46 फिर तीन दिन बाद उन्होंने उसे मंदिर में पाया, जहाँ वह शिक्षकों के बीच बैठा उनकी सुन रहा था और उनसे सवाल कर रहा था। 

  • लूका
    यहोवा के साक्षियों के लिए खोजबीन गाइड—2019 संस्करण
    • 2:46

      मेरा चेला बन जा, पेज 36-38

      प्रहरीदुर्ग,

      2/15/2015, पेज 11

      3/1/2007, पेज 19-20

      9/15/2005, पेज 5

      10/1/1994, पेज 21-22

      2/1/1988, पेज 6

      यीशु—राह, पेज 28

  • दुनिया के लिए सच्ची रौशनी
    यीशु की ज़िंदगी​—एक अनोखी दास्तान​—वीडियो गाइड
    • 12 साल का यीशु मंदिर में (यीशु की ज़िंदगी  1 1:03:57–1:09:40)

  • लूका अध्ययन नोट—अध्याय 2
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 2:46

      उनसे सवाल कर रहा था: यीशु के सुननेवालों ने जिस तरह का रवैया दिखाया उससे पता चलता है कि उसके सवाल बच्चों जैसे नहीं थे, जो बस कुछ जानने के लिए पूछते हैं। (लूक 2:47) जिस यूनानी शब्द का अनुवाद “सवाल कर रहा था” किया गया है, उसका मतलब कुछ संदर्भों में अदालत में किए जानेवाले सवाल-जवाब भी हो सकता है। (मत 27:11; मर 14:60, 61; 15:2, 4; प्रेष 5:27) इतिहासकार कहते हैं कि आम तौर पर कुछ बड़े-बड़े धर्म गुरु त्योहारों के बाद भी मंदिर में रहते थे और किसी खुले बरामदे में लोगों को सिखाते थे। लोग ऐसे गुरुओं के पैरों के पास बैठकर उनकी सुनते और उनसे सवाल करते थे।

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