आध्यात्मिक लक्ष्यों की खोज को प्रोत्साहित करें
राज्य के सुसमाचार के प्रचार में इतने जवानों ने कभी हिस्सा नहीं लिया है! सभोपदेशक १२:१ में दी सलाह को हज़ारों की तादाद में जवान अपना रहे हैं: “अपनी जवानी के दिनों में अपने सृजनहार को स्मरण रख।” इन जवानों को सेवकाई में एक नियमित भाग लेने में क्या प्रेरित करता है, और क्यों पायनियर सेवा में इतने युवजन लग जाते हैं?
२ बेशक अनेक जन उत्कृष्ट जवान तीमुथियुस के आचरण का अनुकरण करते हैं। बचपन से उसकी माँ और नानी ने उसे आध्यात्मिक तालीम का लाभ दिया और उसे आध्यात्मिक लक्ष्यों की खोज करने का प्रोत्साहन दिया। (२ तीमु. ३:१४, १५) इस प्रकार, जब सेवा के ज़्यादा ख़ास अनुग्रहों का मौक़ा आया, वह योग्य और तैयार था।—प्रेरितों १६:१-३.
३ कैसे और अधिक जवान आध्यात्मिक लक्ष्यों की खोज करने में प्रोत्साहित किए जा सकते हैं? किस तरह की बुनियाद डाली जानी चाहिए? कैसे माता-पिता अपने बच्चों में सच्चाई के प्रति क़दर विकसित करने में और उन्हें ख़ुद के लिए दीर्घकालीन लक्ष्य बनाने में मदद कर सकते हैं?
४ एक आध्यात्मिक बुनियाद लगाएँ: माता-पिताओं को यह निश्चित करना चाहिए कि जो वे अपने बच्चों को सीखा रहे हैं वह यहोवा की तरफ़ से है ताकि यह उनके बच्चों को “उद्धार प्राप्त करने के लिए बुद्धिमान बना सकता है।” (२ तीमु. ३:१५) उन में परमेश्वर के वचन, बाइबल, के लिए एक गहरा प्रेम विकसित करने का अध्यवसायपूर्वक प्रयास करें। इस के लिए उनकी ज़रूरतों के अनुकूल एक नियमित, अर्थपूर्ण बाइबल अध्ययन, साथ ही नियमित सभा उपस्थिति ज़रूरी है। जवानों को वह मज़बूत विश्वास होने जो आध्यात्मिक लक्ष्य की खोज करने में उन्हें प्रेरित करेगा, उनका अपना निजी अध्ययन कार्यक्रम होना चाहिए और उन्हें यहोवा के साथ अपना रिश्ता विकसित करना चाहिए।—१ थिस्स. ५:२१; इब्रा. ११:१.
५ मसीही युवक आध्यात्मिक लक्ष्यों की खोज ख़ुशी से करेंगे अगर उनके माता-पिता और कलीसिया के अन्य परिपक्व व्यक्ति एक बढ़िया मिसाल पेश करें और “यहोवा का आनन्द” फैलाएँ। (नहेमायाह ८:१०) हर्ष प्रकट करने से, हम सब जवानों को इस बात की क़दर करने में मदद करेंगे कि सच्ची मसीहियत की आवश्यकताएँ भारी नहीं हैं।—१ यूहन्ना ५:३.
६ कई जवान पायनियर, मिशनरी, और सफर करनेवाले अध्यक्षों से बहुत प्रभावित हुए हैं जिन्होंने उनके साथ क्षेत्र सेवा में काम किया या उन से प्रोत्साहन के कुछ शब्द कहे। अनुकरणीय पूर्ण-समय के काम करनेवालों को भोजन या मसीही साहचर्य के लिए अपने घर आमंत्रित करने से माता-पिता सहायता कर सकते हैं। उम्र में छोटे युवकों को संतुलित ध्यान देने में यीशु मसीह ने सबसे बढ़िया मिसाल पेश किया है।—मरकुस १०:१३-१६.
७ लक्ष्य बनाना: सही जनकीय मार्गदर्शन के साथ, अक़सर बच्चें छोटी उम्र में ही आध्यात्मिक लक्ष्य बनाते हैं। एक बार युवकों ने यह निर्णय कर लिया है कि किस तरह का आध्यात्मिक लक्ष्य वे प्राप्त करना चाहते हैं, चाहे वह पायनियर सेवा, उन जगहों में सेवा करना जहाँ ग़रज़ है, बेथेल या मिशनरी सेवा, इत्यादि हो, माता-पिता और अन्य परिपक्व व्यक्ति उन्हें प्रेरित करने हेतु व्यावहारिक सुझाव देकर, उनके लक्ष्य के लिए काम करने में उन्हें प्रोत्साहित कर सकते हैं।
८ हर कलीसिया एक परिवार के जैसे है। इसलिए हम में से हरेक को कमसिन जनों को सच्चाई में चलने और आध्यात्मिक तरक़्की करने की मदद करने में दिलचस्पी होनी चाहिए। उनके लिए अपना प्रेम पक्का करने से और उन्हें आध्यात्मिक लक्ष्यों की खोज में प्रोत्साहित करने से हम ऐसा कर सकते हैं।