बिज़नेस इलाके में हिम्मत से गवाही दीजिए
1.अगर हम बिज़नेस इलाके में प्रचार करने से घबराते हैं, तो हमें क्यों दिल छोटा नहीं करना चाहिए?
क्या दुकानों, शॉपिंग मॉल, जैसे बिज़नेस इलाकों में प्रचार करने के खयाल से ही आपके हाथ-पाँव फूल जाते हैं? अगर हाँ, तो दिल छोटा मत कीजिए। प्रेषित पौलुस जैसे साहसी और निडर प्रचारक को भी कभी-कभी खुशखबरी सुनाने के लिए ‘हिम्मत जुटानी’ पड़ी। (1 थिस्स. 2:2) आइए देखें कि बिज़नेस इलाके में प्रचार करने के बारे में हम आम तौर पर किन बातों को लेकर डरते हैं और हम कैसे उस डर पर काबू पा सकते हैं?
2. हमें यह चिंता क्यों नहीं करनी चाहिए कि दुकानदार चिढ़ जाएँगे?
2 दुकानदारों को काम के बीच में रोककर बात करने से कहीं वे चिढ़ तो नहीं जाएँगे? दुकानदार जानते हैं कि दुकान में लोगों का आना-जाना लगा रहता है और उनका काम ही ग्राहकों की मदद करना है, इसलिए ज़्यादातर दुकानदार आपसे अदब से बात करेंगे। अगर आपने शालीन कपड़े पहने हों और मिलनसार हों, तो वे आपके साथ आदर से पेश आएँगे।
3. हम ग्राहकों को खीज दिलाने से कैसे बच सकते हैं?
3 क्या मुझे ढेर सारे ग्राहकों के सामने अपनी पेशकश सुनानी पड़ेगी? हो सके तो ऐसे समय पर जाइए जब दुकानों में ज़्यादा भीड़ नहीं होती, जैसे दुकान खुलने के वक्त। अगर मैनेजर या दुकान पर काम करनेवाला ग्राहकों से घिरा हो, तो ग्राहकों के जाने के बाद ही उससे बात कीजिए। अपनी पेशकश को एकदम छोटा रखिए। इस तरह हमारी वजह से दुकान पर आनेवाले ग्राहकों को ज़्यादा इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा और हम उन्हें खीज नहीं दिला रहे होंगे।
4. बिज़नेस इलाके में गवाही देते वक्त आप क्या कह सकते हैं?
4 मुझे क्या कहना चाहिए? अगर किसी दुकान में बहुत-से लोग काम करते हैं, तो पहले मैनेजर से बात कीजिए। आप कह सकते हैं: “काम पर जानेवाले लोग बहुत मुश्किल से घर पर मिलते हैं, इसलिए हम आपसे यहाँ मिलने आए हैं। मुझे पता है कि यह आपके काम का वक्त है, इसलिए मैं आपका ज़्यादा समय नहीं लूँगा।” जब तक वह आपसे न पूछे कि हमारे काम का खर्च कैसे उठाया जाता है, तब तक उसे दान के बारे में मत बताइए, नहीं तो वह आपको सेल्समैन समझ बैठेगा। दुकान में कितनी भीड़ है, उसे ध्यान में रखकर आप मैनेजर से पूछ सकते हैं कि क्या आप वहाँ काम करनेवालों से बात कर सकते हैं। अगर वह आपको इजाज़त दे तो अपनी पेशकश उनके सामने दोहराइए। लेकिन अगर वे व्यस्त हैं, तो अपनी पेशकश छोटी रखिए और एक ट्रैक्ट देकर आ जाइए। अगर वहाँ काम करनेवालों से बात करना मुमकिन नहीं, तो मैनेजर से पूछिए कि क्या आप अपना साहित्य उनके लंच रूम में या कहीं और छोड़ सकते हैं, जहाँ काम करनेवालों का आना-जाना हो।
5. हम क्यों कह सकते हैं कि हम बिज़नेस इलाके में हिम्मत से गवाही दे पाएँगे?
5 यीशु और पौलुस ने कारोबार करनेवालों के पास जाकर हिम्मत से गवाही दी। (मत्ती 4:18-21; 9:9; प्रेषि. 17:17) आप भी बिज़नेस इलाके में हिम्मत से गवाही दे सकते हैं। इसके अलावा, अगर आप यहोवा से दुआ करें कि वह आपको शांत मन दे, तो आप बिना डरे गवाही दे पाएँगे। (प्रेषि. 4:29) बिज़नेस इलाके में प्रचार करने का एक फायदा है कि ज़्यादातर दुकानों में मालिक या काम करनेवाला, कोई-न-कोई होता ही है, इसलिए वहाँ गवाही देने के अच्छे मौके मिलते हैं। तो क्यों न आप गवाही देने के इस बेहतरीन तरीके को आज़माकर देखें?