गीत 23
यहोवा बल हमारा!
1. हम बस इं-साँ हैं, मिट्-टी के पुत-ले!
ते-रे ही बल से मिल-ता बल ह-में।
सा-क्षी हम ते-रे, ग-वा-ही दें-गे
सुन-ना, ना सुन-ना उन पे छो-ड़ें-गे।
(कोरस)
य-हो-वा बल तू, ह-मा-री तू शान
फै-ला-एँ ते-रा नाम सु-बोह-शाम।
तू ही चट्-टान, तू ही है शक्-ति-मान!
ता-क़त पे ते-री कर-ते अ-भि-मान!
2. जी-वन अँ-धे-रा ह-मा-रा ये था
सच के दी-ये से हु-आ उज्-या-रा।
रौश्-नी में ही इस-की चल-ते र-हें
ते-री हु-कू-मत क़ु-बूल है ह-में।
(कोरस)
य-हो-वा बल तू, ह-मा-री तू शान
फै-ला-एँ ते-रा नाम सु-बोह-शाम।
तू ही चट्-टान, तू ही है शक्-ति-मान!
ता-क़त पे ते-री कर-ते अ-भि-मान!
3. मर्-ज़ी ते-री अब है मर्-ज़ी अप्-नी
शै-ताँ के ता-नों की पर-वाह न-हीं।
चा-हे स-ता-ए वो, चा-हे ले जान।
हम तो बु-लंद क-रें-गे ते-रा नाम।
(कोरस)
य-हो-वा बल तू, ह-मा-री तू शान
फै-ला-एँ ते-रा नाम सु-बोह-शाम।
तू ही चट्-टान, तू ही है शक्-ति-मान!
ता-क़त पे ते-री कर-ते अ-भि-मान!
(2 शमू. 22:3; भज. 18:2; यशा. 43:12 भी देखिए।)