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गुण नंबर 1

अच्छी शुरूआत

आयत

प्रेषितों 17:22

क्या करना है: शुरू में कुछ ऐसा कहिए जिससे सुननेवालों की दिलचस्पी जागे, वे जानें कि आप किस विषय पर बात करनेवाले हैं और उन्हें क्यों आपकी बातों पर ध्यान देना है।

कैसे करना है:

  • दिलचस्पी जगाइए। ऐसा सवाल कीजिए, कोई सच्ची घटना या ऐसी बात या खबर बताइए जिससे सुननेवालों की दिलचस्पी जागे।

    सुझाव

    पहले से अच्छी तरह सोचिए कि आपके सुननेवालों को किन बातों में दिलचस्पी है और उनकी चिंताएँ क्या हैं। फिर उसके हिसाब से शुरू के शब्द चुनिए।

  • अपना विषय बताइए। शुरू में आप जो कहते हैं उससे साफ पता लगना चाहिए कि आप किस विषय पर बात करनेवाले हैं और आपका मकसद क्या है।

  • बताइए कि आपका विषय क्यों अहमियत रखता है। आप शुरू में जो कहते हैं, वह आपके सुननेवालों की ज़रूरतों के हिसाब से होना चाहिए। उन्हें साफ समझ में आना चाहिए कि आप जिस विषय पर बोलने जा रहे हैं, वह उनके लिए क्यों ज़रूरी है।

    सुझाव

    भाषण की तैयारी करते समय खुद से पूछिए, ‘मेरी मंडली के भाई-बहन किस तरह के हालात का सामना कर रहे हैं?’ फिर उसके हिसाब से सोचिए कि आप भाषण की शुरूआत में क्या कहेंगे।

प्रचार में

एक व्यक्‍ति को किन बातों में रुचि होगी, यह जानने के लिए ध्यान दीजिए कि वह क्या कर रहा है, उसके घर में सजावट की कैसी चीज़ें हैं, वगैरह-वगैरह। बातचीत शुरू करने के लिए उन चीज़ों के बारे में चंद शब्दों में कुछ कहिए या कोई सवाल कीजिए।

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