पाएँ बाइबल का खज़ाना | उत्पत्ति 42-43
यूसुफ ने खुद पर काबू रखा
जब एक दिन अचानक यूसुफ का सामना उसके भाइयों से हुआ, तो उसे कैसा लगा होगा? ज़रूर उसके मन में तरह-तरह की भावनाएँ उठी होंगी। अब वह क्या करता? क्या वह उन्हें तुरंत बता देता कि वह उनका भाई यूसुफ है और उन्हें गले लगा लेता? या क्या वह उनसे बदला लेता? यूसुफ ने भावनाओं में बहकर ऐसा कुछ नहीं किया। अगर आपके परिवार के लोग या दूसरे आपके साथ अन्याय करते हैं, तब आप क्या करेंगे? ऐसे में अपने धोखेबाज़ दिल की सुनना और भावनाओं में बहकर कदम उठाना बहुत आसान होता है। लेकिन यूसुफ की मिसाल से आप सीख सकते हैं कि खुद पर काबू रखना और जल्दबाज़ी में कोई कदम न उठाना समझदारी है।
आप यूसुफ की तरह हालात का सामना कैसे कर सकते हैं?