मिलते-जुलते लेख km 7/91 पेज 8 सुसमाचार की भेंट—पत्रिकाओं के साथ ऐसे क्षेत्र में जहाँ प्रचार बारंबार किया जाता हो हमारी पत्रिकाओं का सर्वोत्तम प्रयोग कीजिए हमारी राज-सेवा—1996 पत्रिका कार्य के लिए समय अलग रखिए हमारी राज-सेवा—1993 हमारी पत्रिकाएँ किन लोगों को दिलचस्प लगेंगी? हमारी राज-सेवा—2013 पत्रिकाओं की पेशकश को अपनी सेवा का अहम हिस्सा बनाइए हमारी राज-सेवा—2005 एक विषय पर बात करके दोनों पत्रिकाएँ पेश कीजिए हमारी राज-सेवा—2013 ऐसे लेख चुनिए जो लोगों को खास पसंद आएँ हमारी राज-सेवा—1998 पत्रिकाएँ राज्य की घोषणा करती हैं हमारी राज-सेवा—1998 हर सम्भव अवसर पर पत्रिकाओं की भेंट करो हमारी राज-सेवा—1990