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  • 2 थिस्सलुनीकियों 2
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)

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2 थिस्सलुनीकियों का सारांश

      • पापी (1-12)

      • मज़बूत बने रहने का बढ़ावा (13-17)

2 थिस्सलुनीकियों 2:1

संबंधित आयतें

  • +मत 24:3
  • +1थि 4:17

2 थिस्सलुनीकियों 2:2

फुटनोट

  • *

    अति. क5 देखें।

संबंधित आयतें

  • +सप 1:14; 2पत 3:10
  • +1यूह 4:1

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    9/1/1990, पेज 14

    12/1/1986, पेज 10-15, 20

    “सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र” (1थिस्स-प्रका), पेज 5

2 थिस्सलुनीकियों 2:3

फुटनोट

  • *

    या “बहका न दे।”

  • *

    या “सच्ची उपासना से मुँह मोड़ लेना।”

संबंधित आयतें

  • +1ती 4:1; 2ती 2:16-18; 4:3; 2पत 2:1; 1यूह 2:18, 19
  • +मत 7:15; प्रेष 20:29, 30
  • +2पत 2:1, 3

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    9/15/2008, पेज 30

    9/1/2003, पेज 6

    9/1/1990, पेज 12-17

    8/1/1988, पेज 15

    नयी दुनिया अनुवाद, पेज 2115

2 थिस्सलुनीकियों 2:4

फुटनोट

  • *

    या “श्रद्धा की हर चीज़।”

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    9/1/1990, पेज 13-14, 15-16

    8/1/1988, पेज 15

2 थिस्सलुनीकियों 2:6

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका,

    7/2019, पेज 4

    प्रहरीदुर्ग,

    9/1/1990, पेज 14

2 थिस्सलुनीकियों 2:7

संबंधित आयतें

  • +प्रेष 20:29, 30; 1कुर 11:18, 19; 1यूह 2:18

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका,

    7/2019, पेज 4

    प्रहरीदुर्ग,

    9/1/1990, पेज 12

    8/1/1990, पेज 22-23

2 थिस्सलुनीकियों 2:8

संबंधित आयतें

  • +1ती 6:13-15; 2ती 4:1, 8
  • +यश 11:4; प्रक 19:15

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    मसीही ज़िंदगी और सेवा सभा पुस्तिका,

    7/2019, पेज 4

    प्रहरीदुर्ग,

    9/15/2010, पेज 28

    9/15/2008, पेज 30

    9/1/1990, पेज 12-16, 17-18, 22-23

2 थिस्सलुनीकियों 2:9

संबंधित आयतें

  • +2कुर 11:3
  • +मत 24:24

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    9/1/1990, पेज 12

2 थिस्सलुनीकियों 2:10

संबंधित आयतें

  • +मत 24:11

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    9/1/1990, पेज 12-13

2 थिस्सलुनीकियों 2:11

संबंधित आयतें

  • +मत 24:5; 1ती 4:1; 2ती 4:3, 4

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    सभा पुस्तिका के लिए हवाले, 7/2019, पेज 5

2 थिस्सलुनीकियों 2:13

फुटनोट

  • *

    अति. क5 देखें।

संबंधित आयतें

  • +यूह 6:44; रोम 8:30
  • +यूह 17:17; 1कुर 6:11; 1थि 4:7

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    9/15/2008, पेज 30

2 थिस्सलुनीकियों 2:14

संबंधित आयतें

  • +1पत 5:10

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    9/15/2008, पेज 30

2 थिस्सलुनीकियों 2:15

फुटनोट

  • *

    या “दस्तूर।”

संबंधित आयतें

  • +1कुर 15:58; 16:13
  • +1कुर 11:2

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    12/15/2013, पेज 8-9

2 थिस्सलुनीकियों 2:16

संबंधित आयतें

  • +1यूह 4:10
  • +1पत 1:3, 4

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    4/1/1995, पेज 19

2 थिस्सलुनीकियों 2:17

इंडैक्स

  • खोजबीन गाइड

    प्रहरीदुर्ग,

    4/1/1995, पेज 19

दूसरें अनुवाद

मिलती-जुलती आयतें देखने के लिए किसी आयत पर क्लिक कीजिए।

दूसरी

2 थिस्स. 2:1मत 24:3
2 थिस्स. 2:11थि 4:17
2 थिस्स. 2:2सप 1:14; 2पत 3:10
2 थिस्स. 2:21यूह 4:1
2 थिस्स. 2:31ती 4:1; 2ती 2:16-18; 4:3; 2पत 2:1; 1यूह 2:18, 19
2 थिस्स. 2:3मत 7:15; प्रेष 20:29, 30
2 थिस्स. 2:32पत 2:1, 3
2 थिस्स. 2:7प्रेष 20:29, 30; 1कुर 11:18, 19; 1यूह 2:18
2 थिस्स. 2:81ती 6:13-15; 2ती 4:1, 8
2 थिस्स. 2:8यश 11:4; प्रक 19:15
2 थिस्स. 2:92कुर 11:3
2 थिस्स. 2:9मत 24:24
2 थिस्स. 2:10मत 24:11
2 थिस्स. 2:11मत 24:5; 1ती 4:1; 2ती 4:3, 4
2 थिस्स. 2:13यूह 6:44; रोम 8:30
2 थिस्स. 2:13यूह 17:17; 1कुर 6:11; 1थि 4:7
2 थिस्स. 2:141पत 5:10
2 थिस्स. 2:151कुर 15:58; 16:13
2 थिस्स. 2:151कुर 11:2
2 थिस्स. 2:161यूह 4:10
2 थिस्स. 2:161पत 1:3, 4
  • पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
  • नयी दुनिया अनुवाद (nwt) में पढ़िए
  • नयी दुनिया अनुवाद—मसीही यूनानी शास्त्र (bi7) में पढ़िए
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पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
2 थिस्सलुनीकियों 2:1-17

थिस्सलुनीकियों के नाम दूसरी चिट्ठी

2 मगर भाइयो, जहाँ तक हमारे प्रभु यीशु मसीह की मौजूदगी+ और उसके साथ हमारे इकट्ठा होने की बात है,+ हम तुमसे गुज़ारिश करते हैं 2 कि अगर कोई कहे कि यहोवा* का दिन+ आ गया है तो उतावली में आकर अपनी समझ-बूझ मत खो बैठना, न ही घबरा जाना, फिर चाहे कोई दावा करे कि यह बात ईश्‍वर-प्रेरणा से पता चली है,+ चाहे यह कोई ज़बानी संदेश हो या ऐसी चिट्ठी में लिखी बात हो जो हमारी तरफ से लगे।

3 कोई तुम्हें किसी तरह गुमराह न करे* क्योंकि वह दिन तब तक नहीं आएगा, जब तक कि पहले परमेश्‍वर से बगावत* न की जाए+ और वह पापी+ यानी विनाश का बेटा प्रकट न किया जाए।+ 4 वह विरोध करता है और ईश्‍वर कहलानेवाले हर किसी से और उपासना की जानेवाली हर चीज़* से खुद को ऊँचा उठाता है और इस तरह वह ईश्‍वर के मंदिर में बैठकर सबके सामने खुद को ईश्‍वर बताता है। 5 क्या तुम्हें याद नहीं कि जब मैं तुम्हारे साथ था, तब मैं तुम्हें बताया करता था कि यह सब होगा?

6 अब तुम जानते हो कि कौन उसे रोके हुए है ताकि वक्‍त आने पर ही उसे प्रकट किया जाए। 7 यह सच है कि उस पापी की बुराई एक रहस्य है जो अभी से शुरू हो चुकी है,+ मगर यह बुराई सिर्फ तब तक एक रहस्य रहेगी जब तक कि इसे रोकनेवाला हट नहीं जाता जो अभी इसे रोके हुए है। 8 इसके बाद, वह पापी वाकई सामने आ जाएगा और जब प्रभु यीशु अपनी मौजूदगी ज़ाहिर करेगा+ तब वह उस पापी को अपनी मुँह की फूँक से मिटा देगा+ और उसे भस्म कर देगा। 9 मगर उस पापी का मौजूद होना शैतान की तरफ से है।+ वह पापी हर तरह के शक्‍तिशाली काम, झूठे चिन्ह और चमत्कार+ 10 और हर तरह की बुराई और छल के काम करेगा।+ और इससे वे धोखा खाएँगे जो नाश की तरफ बढ़ रहे हैं। यही उनकी सज़ा है क्योंकि उन्होंने सच्चाई से प्यार नहीं किया कि वे उद्धार पाएँ। 11 इसी वजह से परमेश्‍वर उन्हें झूठी शिक्षाओं से बहकने देता है ताकि वे झूठ पर यकीन करें+ 12 और उन सबको सज़ा दी जाए क्योंकि उन्होंने सच्चाई पर यकीन नहीं किया बल्कि बुराई से खुशी पायी।

13 लेकिन भाइयो, तुम जो यहोवा* के प्यारे हो, तुम्हारे लिए हमेशा परमेश्‍वर का धन्यवाद करना हमारा फर्ज़ बनता है, क्योंकि परमेश्‍वर ने तुम्हें शुरू से चुन लिया।+ उसने अपनी पवित्र शक्‍ति से तुम्हें शुद्ध करने के ज़रिए+ और सच्चाई पर तुम्हारे विश्‍वास की वजह से तुम्हें उद्धार के लिए चुना है। 14 और उस खुशखबरी के ज़रिए तुम्हें बुलाया है जो हम सुनाते हैं ताकि तुम हमारे प्रभु यीशु मसीह की महिमा पाओ।+ 15 इसलिए भाइयो, मज़बूत खड़े रहो+ और जो बातें* तुम्हें सिखायी गयी थीं उन्हें मानते रहो,+ चाहे वे तुम्हें ज़बानी तौर पर सिखायी गयी थीं या हमारी चिट्ठी के ज़रिए। 16 हमारा प्रभु यीशु मसीह और हमारा पिता यानी परमेश्‍वर जिसने हमसे प्यार किया+ और अपनी महा-कृपा के ज़रिए हमें सदा कायम रहनेवाला दिलासा दिया है और एक शानदार आशा दी है,+ 17 वे दोनों तुम्हारे दिलों को दिलासा दें और तुम्हें हर अच्छे काम और वचन के लिए मज़बूत करें।

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