प्रश्न पेटी
● बपतिस्मा के लिए अनुमोदन प्राप्त करने से पहले बपतिस्मा न पाया हुआ एक प्रकाशक कितने हद तक क्षेत्र सेवकाई में भाग ले सकता है?
एक व्यक्ति ने, जो बपतिस्मा न पाया हुआ प्रकाशक के रूप में योग्य बनता है, पहले ही विभिन्न रीतियों से यहोवा के गवाहों में से एक बनने की अपनी प्रबल इच्छा प्रकट की है। (भजन ११०:३) शास्त्रवचनों का उत्सुक अध्ययन ने उनके विचारधारा, मनोभाव और जीवनशैली में परिवर्तन उत्पन्न किया है। यहोवा को प्रसन्न करने और उनकी इच्छा पर चलने की अभिलाषा के कारण, ऐसे गम्भीर बाइबल विद्यार्थी यहोवा के लोगों के साथ कलीसिया की सभाओं, सम्मेलनों और अधिवेशनों में नियमित संगति रखता है। (इब्रा. १०:२४, २५) ऐसी मसीही सभाओं में नियमित उपस्थिति देने के साथ-साथ, सम्भवतः उनको हृदय से प्रोत्साहन मिला होगा कि सभाओं में टीका करने से वे अपने विश्वास की आम घोषणा करें और शायद वे थीयोक्रेटिक मिनिस्ट्री स्कूल में भी भरती हुए होंगे।—भजन ४०:९, १०; om पृष्ठ ७३.
एक बार एक बाइबल विद्यार्थी सत्य को अपना लेता है और दिखाता है कि वे राज्य सन्देश के मूल्य का सच्चा मूल्यांकन करता है, वे घर-घर की सेवकाई में भाग लेने का आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है। यह यहोवा के गवाहों का प्राथमिक कार्य है। (मत्ती २४:१४; २८:१९, २०; om पृष्ठ १११) इस संबन्ध में अध्ययन चलानेवाला प्रकाशक और प्राचीन दोनों का गम्भीर उत्तरदायित्व है यह चौकस करने के लिए कि विद्यार्थी का सम्पूर्ण जीवन बाइबल के सिद्धान्तों के अनुकूल है। उन में यह सच्ची इच्छा होनी चाहिए कि वे यहोवा के गवाहों में से एक बनने उनको राज्य प्रचार और चेले बनाने के काम में भाग लेने के आशीर्वाद का मूल्यांकन करना चाहिए।—गल. ६:६; w८८ ११/१५ पृष्ठ १७; om पृष्ठों ९८-९, १७४.
एक बाइबल विद्यार्थी हमारे साथ सेवकाई में भाग लेने के योग्य बनता है उस समय से लेकर जब वे अपने आप को पानी की बपतिस्मा के लिए प्रस्तुत कर सकते हैं उस समय तक अधिक लम्बे समय का अन्तर होना आवश्यक नहीं है। अब तक उनकी जीवन शैली मसीही सिद्धान्तों के साथ सम्पूर्ण रीति से अनुकूल हो ही गया है, परन्तु आम सेवकाई में उनको अनुभव की कमी है। उनको पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए यह प्रदर्शित करने के लिए कि उन्होंने क्षेत्र सेवकाई में नियमित ओर उत्साही भाग लेने का दृढ़ निश्चय किया है।—भजन ४-८; रोमि. १०:९, १०, १४, १५.
जब तक एक व्यक्ति बपतिस्मा के लिए तैयार हो जाता है, अति सम्भवतः वे दूसरों के साथ सुसमाचार को बांट रहे होंगे, नियमित रीति से, हर महीने मात्र एक या दो घंटे से अधिक समय व्यय करते हुए। (w ८४ ६/१ पृष्ठ ८ परि. २) ज़ाहिर है, बपतिस्मा मांगनेवाले हर व्यक्ति की निजी परिस्थितियों को देखा जाना चाहिए, पृष्ठभूमि, आयु, सीमाओं, इत्यादि को ध्यान में रखते हुए। प्राचीन चाहेंगे कि वे अवर मिनिस्ट्री पुस्तक के पृष्ठ १७५ पर उनके लिए दिये गये मार्गदर्शन से सीखें: “हमारी रुचि उन लोगों में हैं जिनका हृदय यहोवा की ओर फिर गये हैं और जिन्होंने मौलिक बाइबल सत्यों के अर्थ समझे हैं। आप की प्रेमयुक्त सहायता से, जो बपतिस्मा ले रहे हैं उनको उस महत्त्वपूर्ण सौंपा हुआ कार्य पूर्ण करने के लिए पर्याप्त तैयारी के साथ मसीही सेवकाई में प्रवेश करने के लिए प्रोत्साहन और मदद प्राप्त होंगे।”—मत्ती १६:२४; यूहन्ना ४:३४; १ पतरस २:२१.