परमेश्वर के वचन से स्वीकार करना, अमल में लाना, और लाभ उठाना
हालाँकि बाइबल की एक प्रति करोड़ों लोगों के पास है, अनेक जन इसे परमेश्वर का वचन नहीं मानते, अधिकांश लोग इसकी बुद्धिमान सलाह को अमल में नहीं लाते, और इस प्रकार सिर्फ़ कुछ लोग इससे लाभ पाते हैं। बहरहाल, यहोवा के लोग सचमुच यक़ीन करते हैं कि यह परमेश्वर का वचन है और यह सब बातों के लिए फ़ायदेमंद है। (२ तीम. ३:१६, १७) इसलिए, १९९३ सेवा वर्ष के सर्किट सम्मेलन कार्यक्रम के लिए शीर्षक “परमेश्वर के वचन से स्वीकार करना, अमल में लाना, और लाभ उठाना” है।
२ हमें प्रोत्साहित करने, परमेश्वर के वचन के लिए क़दरदानी बढ़ाने, और ज़िंदगी के सभी पहलुओं में इसे पूरी तरह अमल में लाने के वास्ते मदद देने वहाँ वार्ताएँ, प्रदर्शन, लघु-नाटक, अनुभव, और मुलाक़ात होंगे। शनिवार दोपहर का कार्यक्रम परिवार का दायरे के भीतर मनोरंजन, साहचर्य, और भौतिकवाद से सम्बन्धित सलाह और अनुशासन पर ग़ौर करेगा। यह बताएगा कि कैसे हम को जगत से भिन्न रहना चाहिए और उसकी अशिष्टता और अनादरकारी या अश्लील भाषा को नहीं अपनाना चाहिए। इसके अतिरिक्त, एकल माँ-बाप और पितृहीन बच्चों के फ़ायदे के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा।
३ शनिवार के रोज़ बपतिस्मा के विषय पर एक शास्त्र-संबंधी वार्ता सुनने के बाद नए समर्पित व्यक्तियों को बपतिस्मा लेने का मौक़ा होगा। सर्किट सम्मेलन में बपतिस्मा लेने की योजना बनानेवालों ने अपनी चाह यथाशीघ्र कलीसिया के प्रिज़ाइडिंग ओवरसियर को बता देना चाहिए ताकि उसे प्राचीनों के साथ, बपतिस्मा उम्मेदवारों के लिए सवालों का अध्ययन का इंतज़ाम करने में पर्याप्त समय मिल सके।
४ रविवार प्रातःकालिन कार्यक्रम उन अनेक ढंगों की जाँच करेगा जिस से हम परमेश्वर के वचन के अनुरूप होकर जगत से विशिष्टता प्राप्त करते हैं। हमारा दिखाव-बनाव का महत्त्व और कैसे हम हमारे मन को भ्रष्ट करने से बचकर रहें जाँचे जानेवाले विषयों में से हैं। दोपहर में, ज़िला अध्यक्ष आम वार्ता देंगे जिसका शीर्षक है “बाइबल की वास्तविकता को क्या चिह्नित करती है?” इस बढ़िया कार्यक्रम में दिलचस्पी रखनेवाले सभी व्यक्तियों को निमंत्रण देने में हम निश्चित रहें।
५ इस सर्किट सम्मेलन के तारीख़ और स्थल आपके सर्किट ओवरसियर द्वारा दिए जाएँगे, और परमेश्वर के वचन से स्वीकार करने, आमल में लाने, और लाभ उठाने के वास्ते हम सभी को हाज़िर रहने का प्रोत्साहन देते हैं।—याकूब १:२२-२५.