मिलते-जुलते लेख km 8/92 पेज 1 परमेश्वर के वचन से स्वीकार करना, अमल में लाना, और लाभ उठाना अपनी ही ज़िम्मेदारी का बोझ उठाना हमारी राज-सेवा—1991 नया सर्किट सम्मेलन कार्यक्रम हमारी राज-सेवा—1995 नया सर्किट सम्मेलन कार्यक्रम हमारी राज-सेवा—1993 नया सर्किट सम्मेलन कार्यक्रम हमारी राज-सेवा—1998 नया सर्किट सम्मेलन कार्यक्रम हमारी राज-सेवा—1996 नया सर्किट सम्मेलन कार्यक्रम हमारी राज-सेवा—1994 आनेवाले सर्किट सम्मेलन का कार्यक्रम हमारी राज-सेवा—1999 नया सर्किट सम्मेलन कार्यक्रम हमारी राज-सेवा—2004 ‘सही वक्त पर खाना’ हमारी राज-सेवा—2010 नए खास सम्मेलन दिन का कार्यक्रम हमारी राज-सेवा—1998