आज के संसार में बाइबल का महत्त्व
आज कई लोग बाइबल को पुराना और अवास्तविक समझते हैं। जबकि सारे इतिहास में यह सबसे अधिक अनुवादित और सबसे व्यापक रूप से वितरित पुस्तक है, अपेक्षाकृत कम लोग इसे पढ़ते हैं, और उससे भी कम इसके निर्देशन का अनुकरण करते हैं।
२ इसके विपरीत, हम बाइबल को परमेश्वर के वचन के तौर पर महत्त्व देते हैं। तथ्य दिखाते हैं कि बाइबल ऐतिहासिक रूप से सच्ची है। इसके अतिरिक्त, उसका उल्लेखनीय तालमेल, उसकी भविष्यवाणियाँ, उसकी बुद्धि, लोगों के जीवन में अच्छाई के लिए उसकी शक्ति, सभी प्रदर्शित करते हैं कि बाइबल “परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया” है। (२ तीमु. ३:१६) हमारा व्यक्तिगत अनुभव और इस अद्भुत तोहफ़े के लिए हमारी क़दर द्वारा हमें प्रेरित होना चाहिए कि हम दूसरों को इसके वास्तविक मूल्य की जाँच करने के लिए प्रोत्साहित करें।
३ एक तरीक़ा हो सकता है:
▪“मानवजाति के सम्मुख गंभीर समस्याओं को देखते हुए, अनेक लोगों को परमेश्वर में विश्वास करना मुश्किल लगता है, या वे हमारे सम्मुख समस्याओं को सुलझाने की परमेश्वर की योग्यता पर प्रश्न उठाते हैं। आप इस बारे में क्या सोचते हैं? [जवाब के लिए रुकिए.] इस ट्रैक्ट के मुखपृष्ठ की ओर ध्यान दीजिए, क्यों आप बाइबल पर विश्वास कर सकते हैं।” मुखपृष्ठ पर दिए चित्र की ओर ध्यान आकर्षित कीजिए, उसके बाद पृष्ठ २ पर पहला और दूसरा अनुच्छेद पढ़िए। यदि गृहस्वामी दिलचस्पी प्रदर्शित करता है, आप दूसरे अनुच्छेद में उद्धृत शास्त्रवचनों को पढ़कर चर्चा कर सकते हैं। दिलचस्पी बढ़ाने के लिए शायद एक उपशीर्षक को सवाल की तरह इस्तेमाल करते हुए, ट्रैक्ट पर और आगे विचार करने के लिए लौटने का प्रबंध कीजिए।
४ दूसरा तरीक़ा कुछ इस तरह हो सकता है:
▪“क्या आप नहीं मानते कि जीवन की समस्याओं का सामना करने के लिए मानवजाति को निर्देशन की ज़रूरत है? [जवाब के लिए रुकिए.] अतीत में, लोग अकसर मार्गदर्शन के लिए बाइबल की ओर देखते थे, लेकिन समय बदल गया है। क्या आपको लगता है कि बाइबल आज व्यावहारिक महत्त्व रखती है? [जवाब के लिए रुकिए.] ध्यान दीजिए कि २ तीमुथियुस ३:१६ में क्या कहा गया है। [पढ़िए.] परमेश्वर का लिखित वचन न सिर्फ़ हमें बुद्धिमान निर्णय लेने में सहायता करता है लेकिन भविष्य के लिए विश्वस्त आशा प्रदान करता है।” यूहन्ना १७:३ पढ़िए। यदि गृहस्वामी अनुकूल प्रतिक्रिया दिखाता है, तो बाइबल के व्यावहारिक महत्त्व को चित्रित करने के लिए द बाइबल—गॉडस् वर्ड ऑर मैन्स्? पुस्तक से पहले से ही चुने हुए एक या दो विशिष्ट मुद्दों की ओर संकेत कीजिए।
५ आप रीज़निंग पुस्तक के पृष्ठ १० पर “बाइबल/परमेश्वर” उपशीर्षक के नीचे दी गई प्रस्तावनाओं को इस्तेमाल करना शायद सहायक पाएँ। अतिरिक्त जानकारी पृष्ठ ५८-६८ पर प्रस्तुत की गई है जो गृहस्वामियों के सवालों या उनकी आपत्तियों के जवाब देने में सहायक हो सकती है।
६ न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन प्रस्तुत करना: यदि पहली भेंट या पुनः भेंट पर पर्याप्त दिलचस्पी बढ़ी है, न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन प्रस्तुत की जा सकती है। आप पूछ सकते हैं कि क्या गृहस्वामी के पास बाइबल की एक प्रति है और क्या उसे वह पढ़ने में आसानी होती है। जवाब के अनुसार, न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन की कुछ सहायक विशिष्टताओं की ओर ध्यान आकर्षित कीजिए। रीज़निंग पुस्तक के पृष्ठ २७६-८० से आप एक या दो मुद्दों को विशिष्ट कर सकते हैं।
७ लोगों को बाइबल पढ़ने का प्रोत्साहन देने के मौक़ों के प्रति सतर्क रहिए। दिलचस्पी रखने वाले व्यक्तियों को परमेश्वर के लिखित वचन के लिए प्रेम और आदर विकसित करने के लिए सहायता कीजिए। इसके सिद्धान्तों को उनकी व्यक्तिगत ज़िन्दगी में लागू करने से और सत्य का ज्ञान प्राप्त करने से, उन्हें अब और भविष्य दोनों में बहुत सारे फ़ायदे प्राप्त होंगे।—भज. ११९:१०५.