वह पुस्तक जो सच्चा मार्गदर्शन देती है
बीती हुई शताब्दी में संसार नाटकीय रूप से बदला है। हालाँकि, संचार, चिकित्सा, और परिवहन के क्षेत्रों में विकास हुआ है, पारिवारिक जीवन की गुणवत्ता निरंतर गिरती रही है। लाखों लोग मनुष्य के लगातार बदलने वाले तत्त्वज्ञान से अपने आपको मार्गदर्शित होने देते हैं।
२ इस तेज़ी से बदलती हुई संसार की स्थिति में, यहोवा के लोगों ने उसके वचन को पालन करने से अत्यधिक फ़ायदा प्राप्त किया है। हज़ारों वर्षों से बाइबल बदली नहीं है, और उसकी सलाह हमारी आज की समस्याओं का सामना करने के लिए अब भी सबसे ज़्यादा व्यावहारिक है। हम कैसे दिलचस्पी रखने वाले लोगों को यह क़दर करने के लिए सहायता दे सकते हैं कि बाइबल हमारे आधुनिक दिन के लिए सच्चा निर्देशन देती है?
३ यदि आपने पहली भेंट में “क्या आप बाइबल पर विश्वास कर सकते हैं” ट्रैक्ट छोड़ा है, आप लौटकर कह सकते हैं:
▪“क्योंकि बाइबल स्पष्टतया कहती है कि वह ख़ुद परमेश्वर से एक संदेश है और यदि हम वह जो कहती है उस पर विश्वास करें और उसपर चलें तो परमेश्वर हमें अनन्त जीवन प्रस्तुत करता है, क्या आपको लगता है कि इन कथनों के बारे में ज़्यादा खोज करना लाभकर होगा? [टिप्पणी के लिए रुकिए.] ध्यान दीजिए कि मौजूदा संसार की रीति-व्यवस्था के बारे में बाइबल क्या पूर्वबतलाती है। [सीधे ट्रैक्ट के पृष्ठ ५ से २ तीमुथियुस ३:१-५ पढ़िए.] क्या आपको लगता है कि यह विवरण आज संसार पर ठीक बैठता है? [टिप्पणी के लिए रुकिए.] भविष्य में बेहतर परिस्थितियों की अपेक्षा करने के लिए क्या ठोस कारण है?” तब आप ट्रैक्ट के आख़िरी दो अनुच्छेदों की चर्चा करते हुए एक और भेंट के लिए नींव डाल सकते हैं या द बाइबल—गॉडस् वर्ड ऑर मैन्स्? पुस्तक के पृष्ठ १६१ को इस्तेमाल करने के द्वारा मानवजाति के लिए जो अद्भुत आशा बाइबल देती है उसे विशिष्ट कर सकते हैं।
४ यदि बाइबल के व्यावहारिक महत्त्व में गृहस्वामी ने दिलचस्पी दिखाई और “द बाइबल—गॉडस् वर्ड ऑर मैन्स्?” पुस्तक के अध्याय १२ में विशिष्ट सिद्धान्तों की ओर आपने संकेत किया है, तो आप कह सकते हैं:
▪“हम उन चीज़ों में दिलचस्पी रखते हैं जो आज हमारे लिए व्यावहारिक हैं, है ना? क्या आप मानेंगे कि युद्ध को समाप्त करना व्यावहारिक बात होगी? [टिप्पणी के लिए रुकिए.] यदि लोग अन्य राष्ट्रों के लोगों के साथ शांति में मिल-जुलकर जीना सीखें, तो यह एक अच्छी शुरूआत होगी, है ना? [जवाब के लिए रुकिए.] बाइबल ने बिल्कुल ऐसा ही पूर्वबतलाया है। [यशायाह २:२, ३ पढ़िए.] क्या आपने कभी सोचा है कि यह कैसे और कब होगा?” यह समझाइए कि आप इस सवाल पर और आगे चर्चा करना चाहेंगे ऐसे समय पर जो गृहस्वामी के लिए सुविधाजनक हो।
५ यदि आपने “न्यू वर्ल्ड ट्रान्सलेशन” छोड़ा है, आप लौटकर कह सकते हैं:
▪“जो बाइबल मैंने आपके पास छोड़ी थी उसे पढ़ते समय आपने नोट किया होगा कि यह शुरूआत से अंत तक परमेश्वर का व्यक्तिगत नाम इस्तेमाल करती है। अनेक अन्य बाइबल अनुवादों पर यह एक महत्त्वपूर्ण सुधार है। हालाँकि कुछ लोग यहोवा नाम को उपयोग करने से हिचकिचाते हैं, हमें यह याद रखना चाहिए कि उसने अपना नाम काफ़ी पहले प्रकट किया था और अपने सेवकों को उसे सच्चे और जीवित परमेश्वर के तौर पर पहचानने के लिए इसे इस्तेमाल करने का प्रोत्साहन दिया था। ध्यान दीजिए कि भजनहार ने भजन ८३:१८ में क्या लिखा।” शास्त्रवचन पढ़िए, और गृहस्वामी को टिप्पणी करने दीजिए। ज़ाहिर की गई दिलचस्पी के अनुसार आप रीज़निंग पुस्तक के पृष्ठ १९१ पर आरम्भ होनेवाले शीर्षक “यहोवा” के नीचे दी गई अतिरिक्त जानकारी का उपयोग कर सकते हैं।
६ सिर्फ़ बाइबल ही वह मार्गदर्शन प्रदान करती है जिसकी ज़रूरत मानव को है। (यिर्म. १०:२३) परमेश्वर के वचन का अध्ययन करना ही उसके उद्देश्यों के बारे में सीखने का और उसका अनुग्रह पाने का एकमात्र तरीक़ा है। इसलिए, आइए हम उत्सुकता से अन्य लोगों को इसकी बुद्धिमान और व्यावहारिक सलाह से फ़ायदा प्राप्त करने के लिए आमंत्रित करें।