फरवरी के लिए सेवा सभाएँ
फरवरी ७ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत १३१ (४४)
१५ मि:स्थानीय घोषणाएँ और हमारी राज्य सेवकाई में से चुनी हुई घोषणाएँ। सामयिक अंकों पर आधारित पत्रिका प्रस्तुति पेश कीजिए। प्रश्न बक्स से मुख्य मुद्दों पर पुनर्विचार कीजिए।
२० मि:“परमेश्वर के शांति के राज्य में दिलचस्पी विकसित कीजिए।” श्रोतागण के साथ लेख की चर्चा। दो प्रदर्शन। अनुच्छेद २ पर विचार करने के बाद, दिखाइए कि कैसे व्यस्त गृहस्वामी को ट्रैक्ट प्रस्तुत किया जाना चाहिए। प्रकाशक आदरपूर्वक सवाल पूछता है जो पुनःभेंट की नींव डालता है। अनुच्छेद ३ की प्रस्तुति को प्रदर्शित कीजिए जिसमें गृहस्वामी दिलचस्पी दिखाता है और प्रकाशक सर्वदा जीवन किताब देता है। फिर से, पुनःभेंट के लिए नींव रखनी चाहिए।
१० मि:क्या आप अप्रैल में सहायक पायनियर कार्य कर सकते हैं? कलीसिया में विशेष गतिविधि के पिछले महीनो में निष्पन्न किए गए कार्य पर सकारात्मक रूप से टिप्पणी करते हुए प्राचीन द्वारा एक उत्साहपूर्ण भाषण। प्रकाशकों को मार्च में सहायक पायनियर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित कीजिए, लेकिन विशेषकर अप्रैल में एक विशेष गतिविधि के महीने के लिए उत्साह उत्पन्न कीजिए जिसमें अधिक से अधिक संभव व्यक्ति सहायक पायनियरों के तौर पर नाम दें।
गीत १३७ (१०५) और समाप्ति प्रार्थना।
फरवरी १४ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत १२६ (१०)
१० मि:स्थानीय घोषणाएँ। लेखा रिपोर्ट। भेजे गए अंशदानों के लिए संस्था की मूल्यांकन की अभिव्यक्तियाँ बताइए, और स्थानीय कलीसिया की ज़रूरतों के निष्ठ समर्थन के लिए कलीसिया की सराहना कीजिए। सप्ताहांत क्षेत्र गतिविधि में भाग लेने के लिए प्रोत्साहन दीजिए, और क्षेत्र सेवा प्रबंधों की रूपरेखा बताइए।
२० मि:“अर्थपूर्ण पुनःभेंटों के द्वारा वृद्धि को प्रोत्साहित कीजिए।” सवाल-और-जवाब द्वारा चर्चा। अनुच्छेद ३ की प्रस्तुति पर आधारित एक पुनःभेंट का प्रदर्शन कीजिए। भेंट के दौरान बहुत ज़्यादा विषय को पूरा न करने में समझदारी की ज़रूरत को विशिष्ट कीजिए, और भविष्य में भेंट के लिए दिलचस्पी जगाने के महत्त्व पर ज़ोर दीजिए।
१५ मि:“सब जातियों के लोग तुम से बैर रखेंगे।” एक अनुभवी प्राचीन द्वारा भाषण।
गीत १२२ (९४) और समाप्ति प्रार्थना।
फरवरी २१ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत १९८ (५०)
५ मि:स्थानीय घोषणाएँ
१५ मि:“यहोवा के पहलौठे का स्वागत कीजिए!” सवाल-और-जवाब द्वारा लेख की चर्चा। प्राचीन द्वारा स्नेहपूर्ण, उत्साहपूर्ण प्रस्तुति, सभी को उन व्यक्तियों की सूची तैयार करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए, जिन्हें वे स्मारक और उसके बाद आम जन भाषण के लिए आमंत्रित करेंगे। अनुच्छेद ७ में विशिष्ट किए गए मुद्दों को प्रदर्शित कीजिए। प्रकाशक उस व्यक्ति से जाकर मिलता है जो राज्यगृह में प्रवेश करता है और चारों तरफ देखता है। प्रकाशक को पता चलता है कि उस व्यक्ति को उपस्थित होने के लिए रिश्तेदार द्वारा प्रोत्साहित किया गया जो दूसरे शहर में रहता है। प्रकाशक उसे अपने और अपने परिवार के साथ बैठने के लिए आमंत्रित करता है ताकि वह उनकी बाइबल और गीत-पुस्तक में से देख सके। प्रकाशक सभा के पश्चात् व्यक्ति के किसी भी सवालों का जवाब देने का प्रस्ताव रखता है। भाग की समाप्ति समय की घोषणा द्वारा कीजिए जब कलीसिया स्मारक मनाएगी।
१० मि:बाइबल—प्रोत्साहन के लिए हमारा सर्वोत्तम स्रोत। रीज़निंग किताब, पृष्ठ ११७-२१। प्राचीन द्वारा भाषण। कलीसिया के अन्दर और बाहर अनेक लोगों को प्रोत्साहन की ज़रूरत है। दिखाइए कि कलीसिया में प्रत्येक प्रकाशक कैसे परमेश्वर के वचन का प्रयोग दूसरों को प्रोत्साहित करने के लिए कर सकता है।
१५ मि:“यहोवा ने जो किया है उसे याद करना कितना लाभकारी है!” अंत-पत्र में इस लेख के अनुच्छेद १-११ तक की सवाल-और-जवाब द्वारा चर्चा। भाइयों द्वारा दो तैयार की हुई टिप्पणियाँ लीजिए जिनके पास पढ़ने के लिए व्यक्तिगत या पारिवारिक कार्यक्रम है। उनसे ऐसी किसी बात का उल्लेख करने को कहिए जिसे सीखने की उन्होंने क़दर की।
गीत २०८ (७४) और समाप्ति प्रार्थना।
फरवरी २८ से आरम्भ होनेवाला सप्ताह
गीत २१९ (८)
५ मि:स्थानीय घोषणाएँ। मार्च के लिए साहित्य भेंट की रूपरेखा दीजिए।
१५ मि:“यहोवा ने जो किया है उसे याद करना कितना लाभकारी है!” अंत-पत्र के अनुच्छेद १२-२० का सवाल-और-जवाब द्वारा विचार-विमर्श। दो प्रकाशकों से तैयार की हुई अभिव्यक्तियाँ लीजिए जिन्होंने किताब पढ़कर लाभ प्राप्त किया है।
१५ मि:“अपनी कलीसिया के जन सभा कार्यक्रम को पूर्ण समर्थन दीजिए।” एक भाषण, लेकिन श्रोतागण को निदेशित एक या दो सवाल शामिल कर सकते हैं। समझाइए कि कैसे दिलचस्पी दिखानेवाले व्यक्तियों को, जो पहली बार उपस्थित होते हैं, महसूस करवाया जा सकता है कि उनका स्वागत है। एक प्रकाशक से तैयार की हुई टिप्पणी लीजिए यह व्यक्त करते हुए कि जन सभा में नियमित रूप से उपस्थित होने से उसने कैसे लाभ प्राप्त किया है।
१० मि:“अनुचित कृपा से सचेत रहिए।” एक भाषण।
गीत १९७ (५७) और समाप्ति प्रार्थना।