पत्रिकाएँ पेश करने के लिए क्या कहना चाहिए
प्रहरीदुर्ग मई 1
“क्रूरता के काम करना, आज बहुत आम होता जा रहा है। [अपने इलाके की एक मिसाल दीजिए या फिर पत्रिका में से एक मिसाल बताइए।] क्या आपने कभी सोचा है कि लोग इतने बेरहम क्यों होते जा रहे हैं? [जवाब के लिए रुकिए।] बाइबल में भविष्यवाणी की गयी थी कि क्रूरता के काम बढ़ जाएँगे। [2 तीमुथियुस 3:1-5 पढ़िए।] यह पत्रिका इस सवाल का जवाब देती है, ‘क्या बेरहमी का कभी अंत होगा?’”
सजग होइए! अप्रै.-जून
“आपको क्या लगता है, क्या हम यहाँ लिखी बात को कभी सच होते देख पाएँगे? [यशायाह 33:24 पढ़िए। फिर जवाब के लिए रुकिए।] इस पत्रिका में समझाया गया है कि चिकित्सा क्षेत्र में क्या-क्या तरक्कियाँ हो रही हैं और बाइबल के वादे कैसे पूरे होंगे।”
प्रहरीदुर्ग जून 1
“आए दिन हम बुराई के कामों की खबर सुनते रहते हैं। [हाल ही में हुई किसी ऐसी घटना का ज़िक्र कीजिए जिससे आपके इलाके के लोग वाकिफ हों।] क्या आपको लगता है कि लोगों से बुरे काम करवाने के पीछे एक ऐसे शख्स का हाथ है जो अनदेखा और दुष्ट है? [जवाब के लिए रुकिए। फिर प्रकाशितवाक्य 12:12 पढ़िए।] यह पत्रिका समझाती है कि हम इस शख्स से अपनी हिफाज़त कैसे कर सकते हैं।”
सजग होइए! अप्रै.-जून
“मुझे यकीन है कि आप इस पुरानी कहावत से सहमत होंगे। [नीतिवचन 22:3 पढ़िए।] आज आप देख सकते हैं कि हमारे चारों तरफ नैतिक स्तर कितनी तेज़ी से गिरते जा रहे हैं। ऐसे में, हम इस आयत में दी बुद्धि-भरी सलाह पर कैसे चल सकते हैं और अपने बच्चों को कैसे तैयार कर सकते हैं, ताकि वे गलत काम करने के दबाव का सामना कर सकें? [जवाब के लिए रुकिए। फिर पेज 26 पर दिया लेख दिखाइए।] इस बारे में यह पत्रिका बहुत फायदेमंद जानकारी देती है।”