हमारी पत्रिकाएँ हर तरह के लोगों के लिए
1. विश्वासयोग्य और सूझ-बूझ से काम लेनेवाला दास, प्रेषित पौलुस की मिसाल पर कैसे चल रहा है?
पौलुस ने लोगों की दिलचस्पी के हिसाब से खुशखबरी पेश की, ताकि वह “सब किस्म के लोगों” को कायल कर सके। उसी तरह विश्वासयोग्य और सूझ-बूझ से काम लेनेवाला दास भी पत्रिकाओं के ज़रिए अलग-अलग जाति और माहौल में पले-बढ़े लोगों तक खुशखबरी पहुँचाने की कोशिश कर रहा है। (1 कुरिं. 9:22, 23) इसलिए अगर हम प्रहरीदुर्ग और सजग होइए! पत्रिकाओं का अच्छा इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो हमारे लिए यह जानना ज़रूरी है कि ये पत्रिकाएँ किनके लिए तैयार की गयी हैं।
2. सजग होइए! पत्रिका किन लोगों के लिए तैयार की गयी है?
2 सजग होइए! जब प्रेषित पौलुस ‘एथेन्स के लोगों’ से बात कर रहा था, तब वहाँ जिस तरह के लोग उसकी सुन रहे थे, उसी तरह के लोगों के लिए सजग होइए! पत्रिका तैयार की गयी है। (प्रेषि. 17:22) वे बाइबल पर विश्वास नहीं करते थे और उन्हें उसके बारे में बहुत कम जानकारी थी। उसी तरह सजग होइए! पत्रिका उनके लिए बनी है, जिन्हें बाइबल के बारे में ना के बराबर जानकारी है। वे मसीही शिक्षाओं से या बाइबल की कारगर बातों से बिलकुल अनजान हैं और धर्म पर उतना विश्वास भी नहीं रखते। सजग होइए! पत्रिका का खास मकसद है, लोगों को सच्चे परमेश्वर के वजूद पर यकीन दिलाना। इसके अलावा, लोगों का बाइबल पर भरोसा बढ़ाना और उन्हें यह समझने में मदद देना कि यहोवा के साक्षी दूसरे धार्मिक समूहों से बिलकुल अलग हैं।
3. प्रहरीदुर्ग के संस्करण किन लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किए जाते हैं?
3 प्रहरीदुर्ग: इस पत्रिका का जनता के लिए संस्करण खासकर उनके लिए है, जो परमेश्वर और बाइबल पर थोड़ा-बहुत विश्वास करते हैं। उन्हें बाइबल के बारे में कुछ जानकारी तो है, मगर उसकी शिक्षाओं से अच्छी तरह वाकिफ नहीं हैं। वे उन लोगों की तरह हैं, जिनके बारे में पौलुस ने कहा कि वे “परमेश्वर का भय” मानते हैं। (प्रेषि. 13:14-16) प्रहरीदुर्ग पत्रिका का अध्ययन संस्करण खासकर यहोवा के साक्षियों के लिए तैयार किया गया है। पौलुस यह मानकर चला कि उसके खत पढ़नेवालों को बाइबल और सच्चाई की सही-सही समझ है। (1 कुरिं. 1:1, 2) उसी तरह, अध्ययन संस्करण के लेख उनके लिए लिखे जाते हैं, जो साक्षियों की सभाओं में आते हैं और उनकी शिक्षाओं और उनके ज़रिए इस्तेमाल किए जानेवाले शब्दों से वाकिफ हैं।
4. प्रचार में इस्तेमाल की जानेवाली पत्रिकाओं के हर अंक से वाकिफ होना क्यों ज़रूरी है?
4 हालाँकि हम प्रचार में दो पत्रिकाएँ एक-साथ पेश करते हैं, लेकिन चर्चा सिर्फ एक पर ही करते है। इसलिए ज़रूरी है कि हम दोनों पत्रिकाओं से अच्छी तरह वाकिफ हों ताकि हम यह समझ पाएँ कि कौन-सी पत्रिका किसे पसंद आएगी और तब हम इन्हें अच्छी तरह पेश कर पाएँगे।