“शुद्ध भाषा” ज़िला सम्मेलन को न चूकें!
बाइबल शिक्षा के चार लाभप्रद दिन आपके लिए तैयार हैं। गुरुवार दोपहर १:३० बजे जब कार्यक्रम शुरू होगा, तब समय पर उपस्थित रहिए। इस विचार-प्रेरक भाषण का आनन्द लीजिए, जिसका शीर्षक है “क्या आपके मित्र यहोवा के मित्र हैं?” और साथ ही मूलविचार संबोधन भी, “देश-देश के लोगों के लिए एक शुद्ध भाषा।” दोपहर का आख़री भाषण, “लहू से अपने जीवन को बचाना—कैसे?”, इस प्रश्न का उत्तर देगा: क्या जीवन बचाने के लिए सचमुच लहू की ज़रूरत है?
शुक्रवार सुबह की सभा ९:३० बजे शुरू होती है। “मसीह ने ‘अधर्म से बैर’ रखा—क्या आप भी करते हैं?” इसे गहराई से जाँच करनेवाले भाषण, और “संसारी कल्पनाओं को त्याग दो, राज्य वास्तविकताओं का पीछा करो,” यह प्रेरित करनेवाले भाषण का भी लाभ उठाने के लिए मौजूद रहिए। दोपहर में, अपने आय की सीमा के अन्दर रहने के तरीक़ों पर प्रायोगिक सुझाव दिए जाएँगे। माता-पिताओं को दिखाया जाएगा कि किस तरह वे अपनी ज़िम्मेदारियाँ अधिक प्रभावशाली रूप से निभा सकेंगे, और एक आधुनिक-समय का नाटक युवजन को स्कूल के पाठ्यक्रमेतर कार्यों में भाग लेने के बारे में बढ़िया मार्गदर्शन देगा
शनिवार सुबह की सभा में समर्पण और बपतिस्मा के विषय पर भाषण होगा और साथ ही वैयक्तिक बाइबल अभ्यास करने के लिए कुछ परित्याग करने की आवश्यकता पर भी ग़ौर किया जाएगा। दोपहर के कार्यक्रम में “यहोवा का स्वर्गीय रथ गतिशील है” एक उत्तेजक भाषण है। और, झूठे धर्म द्वारा अँधे किए गए लोगों की मदद करने की अपनी मसीही ज़िम्मेदारी के बारे में ज़ोरदार तक़ाज़े दिए जाएँगे, और ज़िम्मेदारी निभाने के लिए प्रायोगिक सहायता भी दी जाएगी।
ईसाईजगत् और उसके पादरी-वर्ग के ख़िलाफ़ दिए गए प्रबल संदेश को सुनने के लिए आप अवश्य मौजूद रहना चाहेंगे। इसके बाद येहू और योनादाब की ज़िन्दगी में हुईं घटनाओं पर आधारित, एक संपूर्ण पुरानी वेशभूषा सहित नाटक पेश किया जाएगा। फिर, दोपहर में, आम भाषण “शुद्ध भाषा के ज़रिए एक बनो” अवश्य सुनिए।
सितम्बर १९९० से जनवरी १९९१ की अवधि में, सिर्फ़ भारत में ही २६ सम्मेलन नियत किए गए हैं, इसलिए एक न एक सम्मेलन ज़रूर आपके शहर के नज़दीक होगा। आपके सबसे नज़दीक के सम्मेलन स्थान और समय के लिए स्थानीय रूप से यहोवा के गवाहों से पता कीजिए, या इस पत्रिका के प्रकाशकों को लिखिए।