बाइबल साहित्य की भेंट करने में सतर्क रहें
१ उन बाइबल साहित्यों के लिए, जो यहोवा नियमित रूप से अपनी संस्था के द्वारा प्रदान करता है, हम कितने एहसानमन्द हैं! हम इस आध्यात्मिक भोजन की बहुत कदर करते हैं। एक नया प्रकाशन पाने पर, हम उत्सुकता से उसके पन्ने उलटते हैं। फिर जैसे हम उसे ध्यानपूर्वक पढ़ते हैं, हम समझ प्राप्त करते हैं। यहोवा और उसके उद्देश्यों के लिए हमारा मूल्यांकन बढ़ता है।
२ जो वैयक्तिक लाभ हम पाते हैं, वे हमें ये अच्छी बातें जो हम ने सीखी है दूसरों को बताने के लिए प्रेरित करते हैं। (मत्ती २४:१४) हम संस्था के प्रकाशनों को जितना संभव हो, उतने लोगों के हाथों में पहुँचाने के लिए उत्सुक हैं। यह उन्हें भी इन शिक्षाप्रद बाइबल प्रकाशनों में पायी गयी सच्चाईयों को सीखने में मदद देगी। अगर हम चालू साहित्य भेंट प्रस्तुत करने में नेतृत्व लेने के लिए अच्छी तरह तैयार और सतर्क हैं, हम दूसरे निष्कपट लोगों को यहोवा की ओर जाने में और उसकी सेवा में हमारे साथ मिलने के लिए मदद कर सकेंगे।
घर-घर में
३ फरवरी और मार्च के दौरान हम विभिन्न १९२-पृष्ठ की पुस्तकों की भेंट करनेवाले हैं जो अँग्रेजी में दो के लिए १० रुपए के चन्दे में और प्रान्तीय भाषा में एक के लिए ५ रुपए के चन्दे में भेंट की जाएगी। विभिन्न भाषाओं में जिन पुस्तकों की भेंट करनी है, उन्हें फरवरी १९८८ की हमारी राज्य सेवा की “घोषणाओं” में सूचीबद्ध की गयी हैं।
४ कभी कभी जब हम भेंट करते हैं तो लोग सचमुच व्यस्त होते हैं। उन परिस्थितियों में, हम केवल पुस्तक की भेंट करना चाहेंगे, जैसे कि रीज़निंग पुस्तक के पृष्ठ २० के दूसरे उदाहरण में सुझाव दिया गया है। या फिर हम उसी पृष्ठ के तीसरे उदाहरण के अनुरूप हमारे अपने शब्दों में कुछ व्यक्त करेंगे, यह दिखाते हुए कि हम उस गृहस्वामी की परिस्थिति समझ रहे हैं और एक विश्वासोत्पादक रीति से कह सकते हैं: “लेकिन इसलिए कि आपके पास बात करने के लिए वक्त नहीं है, हम यह सुझाव देते हैं कि आप इन दो मासिक पत्रिकाओं को ४ रुपए के चन्दे में स्वीकार करें और जब अधिक सुविधाजनक हो इन्हें पढ़ें। नयी बातों की परमेश्वर की प्रतिज्ञा के सम्बन्ध में सीखने में आप आनन्द पाएंगे।” ये तरीकें गृहस्वामी की परिस्थितियों का लिहाज़ करते हैं, और उसी वक्त साहित्य का प्रस्तुतीकरण भी होता है।
५ तब क्या किया जा सकता है अगर एक व्यक्ति के पास वह प्रकाशन है जिसकी भेंट हम कर रहे हैं? क्यों न १ कुरिन्थियों ३:६-९ में पाये गये बाइबल सिद्धान्त को लागू करें? बीज तो बोया जा चुका है। उस व्यक्ति को एक अधिक गवाही देने के द्वारा सींचने के अवसर का लाभ उठाइए। या फिर हम कुछ ऐसा कहेंगे: “मैं बहुत प्रसन्न हूँ कि आपके पास इस प्रकाशन की एक प्रति पहले से है। बेशक उसे पढ़ने में आपने आनन्द पाया है। अगर मुझे अनुमति दें, तो मैं यह दिखाना चाहूँगा कि आप इस पुस्तक से और अधिक लाभ कैसे पा सकते हैं। यह केवल कुछ क्षणों की बात है।” फिर यह प्रदर्शित करें कि कैसे हम इस प्रकाशन की सहायता से बाइबल का अध्ययन करते हैं। गृहस्वामी के पास पुस्तक पहले से ही होने पर उस घर में हमारा लक्ष्य बदलता नहीं। याद रखिए, हमारा प्राथमिक लक्ष्य “चेला बनाना” है।—मत्ती २८:१९.
अनौपचारिक गवाही कार्य
६ हमें उन कई अवसरों का लाभ उठाने में भी सतर्क रहना है जब हम अनौपचारिक गवाही कार्य में साहित्य प्रस्तुत कर सकेंगे। अतिथियों, रिश्तेदारों, सहकर्मियों, सहपाठियों, खरीददारी करते समय मिलनेवालों, और उनसे जिन्हें हम क्षेत्र सेवकाई के दौरान घरों के बाहर मिलते हैं, इन सभों को गवाही देने के तरीकें सोचिए। पहले से योजना बनाइए, जब भी सम्भव हो तो ऐसे अवसरों पर प्रस्तुत करने के लिए साहित्य उपलब्ध रहें। बहुधा, इन छोटे प्रकाशनों में से एक या दो हमारे पास रखना मुश्किल नहीं है। अनौपचारिक गवाही के द्वारा बहुत लाभ पाया जा सकता है।—१ पतरस ३:१५.
७ यहोवा की संस्था ने हमें उदारता से साहित्य दिए हैं ताकि हम आध्यात्मिक रूप से प्रबल रहें और सुसमाचार की प्रचार में हमारी सहायता हो। बाइबल साहित्य की भेंट करने योग्य अवसरों की ओर सतर्क रहना हमें यहोवा के नाम की महिमा करने में मदद देगी।—भजन ३४:३.