सर्वदा जीवित रहना पुस्तक से बाइबल अध्ययन शुरू करना
सच्चाई के लिए भूखे और प्यासे लोगों की सहायता करने के लिए तुरंत लौटने में, लोगों के प्रति प्रेम से हमें प्रेरित होना चाहिए। (मत्ती ५:६) यदि हम थोड़ी-सी भी दिलचस्पी पाते हैं तो वह ख़त्म न हो इसके लिए हमें उसे नोट करना चाहिए और उसे विकसित करना चाहिए। तैयारी सफलता की कुंजी है।
२ हमारा लक्ष्य बाइबल अध्ययन शुरू करने का होना चाहिए। (मत्ती २८:२०) सर्वदा जीवित रहना पुस्तक की पहली प्रतियों में ये परिचायक टिप्पणियाँ शामिल थीं: “यह सभी उम्र के व्यक्तियों के साथ, चाहे उनकी शिक्षा का स्तर जो भी हो, अध्ययन में इस्तेमाल करने के लिए वाक़ई एक उत्तम पुस्तक है।” यह ऐसे तरीक़े से लिखी गई है जो अध्ययन संचालित करना सरल बना देता है और नए प्रकाशकों को भी हिस्सा लेने में समर्थ करता है। नए अध्ययनों को शुरू करने में हमारी सफलता पुनःभेंट करने में हमारी प्रभावकारिता पर निर्भर करती है।
३ हम अध्ययन कैसे शुरू कर सकते हैं?: जब हम लौटते हैं, तो हमारी चर्चा को हमारी प्रारंभिक भेंट में ज़िक्र किए गए किसी मुद्दे या सवाल के साथ जोड़ना सामान्यतः अच्छा होता है। संभवतः आपने मृत लोगों की स्थिति के बारे में चर्चा की हो और यह सवाल छोड़ा हो, “हमारे मृत प्रिय जनों के लिए कौन-सी आशा है?” समझाइए कि पुनरुत्थान एक बेबुनियाद आशा नहीं है; बाइबल पुनरुत्थान के ऐसे बहुत से उदाहरणों का विवरण देती है जो पहले ही हो चुके हैं। पृष्ठ १६७-९ पर दिए गए चित्रों पर विचार कीजिए। फिर पृष्ठ १६६ पर अनुच्छेद १ और २ में कही गयी बातों पर चर्चा कीजिए। यदि दिलचस्पी है तो चर्चा को आगे बढ़ाने के लिए लौटने का प्रस्ताव रखिए।
४ आपने शायद एक जनक से बात की होगी जिसने बच्चों को पालने में अनुभव की गई बढ़ती हुई समस्याओं के बारे में चिंता व्यक्त की थी। आप शायद अपने शब्दों में ऐसा कुछ कह सकते हैं:
▪“सभी माता-पिता अपने बच्चों के लिए सबसे उत्तम चाहते हैं। बाइबल में ऐसा उपदेश है जो माता-पिता को अपने बच्चों को प्रशिक्षण देने में सहायता कर सकता है ताकि वे एक संतोषप्रद जीवन जिसमें अर्थ और उद्देश्य हो पा सकें। उस कारण, हम दृढ़तापूर्वक सलाह देते हैं कि परिवार बाइबल का अध्ययन एक साथ करें। [पृष्ठ २४६ पर अनुच्छेद २३ का उल्लेख कीजिए।] प्राप्त किया गया ज्ञान पूरे परिवार के लिए अनन्त आशिषें ला सकता है।” यूहन्ना १७:३ पढ़िए। परिवार अध्ययन कैसे शुरू कर सकता है यह लौटकर दिखाने की अपनी इच्छा व्यक्त कीजिए।
५ यदि आप कम उम्र के या नए प्रकाशक हैं और पहली भेंट में आपने पुस्तक का पृष्ठ ३ खोलकर परादीस की आशा के बारे में संक्षिप्त में कहा था, तो सिर्फ़ कुछ ऐसा व्यक्त कीजिए:
▪“बाइबल प्रतिज्ञा करती है कि जो परमेश्वर की इच्छा करते हैं वे इस प्रकार के एक संसार में जीने की प्रत्याशा कर सकते हैं, जहाँ आनन्द और शांति होगी। यह पुस्तक दिखाती है कि उस आशिष का आनन्द उठाने के लिए हमें क्या करना है।” संक्षिप्त में हमारी अध्ययन कार्य-पद्धति को समझाइए, और उसे प्रदर्शित करके दिखाने का प्रस्ताव रखिए।
६ यीशु के शिष्यों के तौर पर, हम लोगों की सहायता करने के लिए बाध्य हैं। (रोमि. १०:१४) यदि हमने साहित्य दिया था या केवल अच्छा वार्तालाप किया था, तो दिलचस्पी को विकसित करने की हमारी ज़िम्मेदारी है। (मत्ती ९:३७, ३८) यदि हम इस नियतकार्य को उचित रीति से पूरा करते हैं, तो हम सब इससे परिणित आशिषों में शरीक हो सकते हैं।—१ तीमु. ४:१६.