“अपना घर बनाना”
ज़ाहिर है, संसार की हर संस्कृति में, पारिवारिक जीवन बिखर रहा है। शैतान का संसार कपट और अनैतिकता की दलदल में लोट लगा रहा है। (१ यूह. ५:१९) यह हमारे लिए ‘अपना घर बनाने’ और दूसरों को भी वैसा ही करने का तरीक़ा सिखाने की अत्यावश्यकता को विशिष्ट करता है।—नीति. २४:३, २७.
२ बाइबल सिद्धांत एक बचाव हैं: सच्चे पारिवारिक सुख का रहस्य है बाइबल सिद्धांतों को प्रयोग में लाना। ये प्रभावशाली सच्चाइयाँ घर के प्रत्येक सदस्य को जीवन के सभी पहलुओं में लाभ पहुँचाती हैं। जो परिवार इन्हें लागू करेगा, वह सुखी होगा और ईश्वरीय शांति का आनन्द उठाएगा।—यशायाह ३२:१७, १८ से तुलना कीजिए।
३ वे सिद्धांत जो हमें अपना घर बनाने में मदद दे सकते हैं, नई पुस्तक, पारिवारिक सुख का रहस्य में संक्षिप्त रूप में दिए गए हैं। प्रत्येक अध्याय के अंत में एक सहायक शिक्षण बक्स है जो उन सिद्धांतों पर ज़ोर देता है जिन्हें परिवार के सदस्यों को याद रखना चाहिए। इनमें से अधिकांश बक्स इस प्रश्न के साथ शुरू होते हैं, “ये बाइबल सिद्धांत . . . कैसे मदद दे सकते हैं?” यह परमेश्वर के विचारों की ओर ध्यान आकर्षित करता है ताकि हम विचाराधीन विषय पर उसके सोच-विचार को जानें।—यशा. ४८:१७.
४ पुस्तक से परिचित होइए। उन सिद्धांतों को ढूँढ़ निकालना सीखिए जो विभिन्न समस्याओं के खड़े होने पर मददगार हो सकते हैं। पुस्तक ऐसे विषयों की चर्चा करती है जैसे: एक भावी विवाह-साथी में कौन-सी बातें देखी जानी चाहिए (अध्याय २), कौन-सी अत्यावश्यक कुंजियाँ स्थायी वैवाहिक सुख का द्वार खोलती हैं (अध्याय ३), माता-पिता अपने किशोरों का लालन-पालन कैसे कर सकते हैं कि वे ज़िम्मेदार, परमेश्वर का भय माननेवाले वयस्क बनें (अध्याय ६), परिवार को विनाशकारी प्रभावों से कैसे बचाएँ (अध्याय ८), एक-जनक परिवारों को सफल होने में मदद देने के लिए सिद्धांत (अध्याय ९), मद्यव्यसनता और हिंसा से पीड़ित परिवारों के लिए आध्यात्मिक मदद (अध्याय १२), यदि विवाह बंधन टूटने पर है तो क्या करें (अध्याय १३), वृद्ध माता-पिता को सम्मान देने के लिए क्या किया जा सकता है (अध्याय १५), और अपने परिवार के लिए स्थायी भविष्य कैसे सुरक्षित करें (अध्याय १६)।
५ नई पुस्तक का पूरा लाभ उठाइए: यदि आपने अब तक ऐसा नहीं किया है, तो क्यों न पारिवारिक सुख पुस्तक का एक परिवार के तौर पर एकसाथ अध्ययन करें? साथ ही, जब भी आपका परिवार नई-नई समस्याओं या चुनौतियों का सामना करता है, तब पुस्तक के उन अध्यायों पर पुनर्विचार कीजिए जो इनके बारे में बात करते हैं, और प्रार्थनापूर्वक विचार कीजिए कि सलाह को कैसे लागू करें। इसके अलावा, मार्च के दौरान, क्षेत्र सेवकाई के लिए ज़्यादा से ज़्यादा समय निकालिए ताकि आप अधिक से अधिक लोगों को पारिवारिक सुख का रहस्य देने की कोशिश कर सकें।
६ जो परिवार ईश्वरीय भक्ति को कार्य में लाते हैं, वे आध्यात्मिक रूप से मज़बूत और संयुक्त होंगे और शैतान के हमलों का सामना करने के लिए सुसज्जित होंगे। (१ तीमु. ४:७, ८; १ पत. ५:८, ९) हम कितने शुक्रगुज़ार हैं कि हमारे पास परिवार के आरंभक की ओर से ईश्वरीय उपदेश है!