१९९७ “परमेश्वर के वचन में विश्वास” ज़िला अधिवेशन
“तेरे आंगनों में का एक दिन और कहीं के हजार दिन से उत्तम है।” (भज. ८४:१०) जब भजनहार यहोवा के मंदिर में उपासना करता था, तब वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर की उपस्थिति को महसूस कर सकता था। वार्षिक उत्सवों के लिए जब जातियाँ इकट्ठी होतीं और यरूशलेम सच्चे उपासकों से खचाखच भर जाता, तब इस्राएली मधुर साहचर्य कर पाते जब वे मंदिर के आँगन में जमा होते। उन्हें धरती पर ऐसे एकमात्र लोगों के तौर पर अपनी राष्ट्रीय एकता की याद दिलायी जाती जिन पर यहोवा ने अपनी आशीष व अनुग्रह बरसाया। हर साल, अपने हज़ारों भाई-बहनों के साथ एकता व हर्ष की समान भावनाओं में हिस्सा लेने का अवसर हमारे पास है। हमारे समय में, वार्षिक ज़िला अधिवेशन यहोवा का एक तरीक़ा है जिससे वह अपने लोगों को उपदेश देने व साहचर्य के लिए इकट्ठा करता है।
२ उत्सवों के दौरान यरूशलेम में और उसके आस-पास भारी संख्या में रहनेवाले यहोवा के लोगों की देखरेख करना व्यवस्था की माँग करता है। व्यवस्था व शांति बरकरार रखने के लिए संभवतः आवास, सभा-समयों, तथा अन्य प्रबंधों के संबंध में निर्देश देने की ज़रूरत थी। चूँकि ये बातें उनकी सच्ची उपासना से संबंधित थीं, इस्राएली ख़ुशी-ख़ुशी इन निर्देशनों का पालन करते।—भज. ४२:४; १२२:१.
३ प्रेरित पौलुस ने तीमुथियुस को याद दिलाया कि “समस्त शास्त्र परमेश्वर द्वारा उत्प्रेरित है।” (२ तीमु. ३:१६, NW) चूँकि परमेश्वर का वचन ईश्वर-प्रेरित है, हमारे पास इस पर विश्वास करने का हर कारण है। इस साल के ज़िला अधिवेशन का शीर्षक है “परमेश्वर के वचन में विश्वास।” कार्यक्रम बाइबल में हमारे विश्वास को मज़बूत करेगा, चाहे हम सच्चाई में कई सालों से हों या यहोवा के संगठन के संपर्क में अभी-अभी आए हों। हम सभी को ऐसा बंदोबस्त करना चाहिए कि हम सभी सम्पूर्ण कार्यक्रम के लिए उपस्थित हों। यह कितना प्रोत्साहक होगा यदि नयी-नयी दिलचस्पी रखनेवाले लोग, ख़ासकर वे जिनके साथ हम बाइबल का अध्ययन करते हैं, हमारे साथ उपस्थित होते हैं!
४ बीसियों भाइयों ने पहले ही अधिवेशन विभागों को संगठित करने में अनेक घंटे बिताए हैं। ये भाई संस्था के अधिवेशन दफ़्तर के साथ नज़दीकी से कार्य करते हैं ताकि वे अधिवेशन चलाने से संबंधित अनेक बारीक़ियों का समन्वय कर सकें। हम शायद व्यक्तिगत रूप से अपने वार्षिक अधिवेशनों में लगाए गए अत्यधिक समय, प्रयास, व ख़र्च को न देखें, लेकिन हम सब यक़ीनन इन प्रत्येक वफ़ादार भाइयों की आत्म-त्यागी भावना की क़दर करते हैं, है ना?
५ अपने १९९७ “परमेश्वर के वचन में विश्वास” ज़िला अधिवेशन के लिए जैसे-जैसे तैयारियाँ जारी रहती हैं, हमारे पास कुछ मुद्दे ऐसे हैं जिन पर आपको कृपापूर्वक ध्यान देने व गंभीरता से विचार करने की ज़रूरत है। आपकी सहभागिता दिखाएगी कि आप अपने लिए किए गए सारे प्रबंधों के लिए व्यक्तिगत क़दरदानी रखते हैं। हालाँकि इन में से कुछ विषयों पर पहले भी चर्चा की जा चुकी है, हम सब के लिए स्पष्ट रूप से यह देखना महत्त्वपूर्ण है कि अपने अधिवेशन के प्रबंधों को समर्थन देने में यहोवा के सामने हमारी क्या ज़िम्मेदारी है।
६ तीन-दिवसीय अधिवेशन: इस साल हमारे फ़ायदे के लिए एक तीन-दिवसीय ज़िला अधिवेशन कार्यक्रम का प्रबंध किया गया है; कार्यक्रम हर दिन सुबह ९:३० बजे शुरू होगा। जून ८, १९९७, सजग होइए! (अंग्रेज़ी), भारत में आयोजित होनेवाले उन १८ अधिवेशनों की व जिन भाषाओं में वे आयोजित होंगे, इसकी सूची देती है। अब तक आप जानते होंगे कि आप कौन-से अधिवेशन में जानेवाले हैं, और आपने कार्यक्रम के तीनों ही दिन उपस्थित होने की सुनिश्चित योजनाएँ बना ली होंगी। क्या आपने अपने मालिक से आवश्यक छुट्टी लेने के लिए पूछा है? यदि आपके स्कूल जानेवाले बच्चे हैं, और आपका अधिवेशन स्कूल के दरमियान पड़ता है, तो क्या आपने उनके शिक्षकों को आदरपूर्वक सूचित कर दिया है कि आपके बच्चे अपने धार्मिक प्रशिक्षण के इस महत्त्वपूर्ण भाग के लिए कुछ दिनों के लिए अनुपस्थित रहेंगे?—व्यव. ३१:१२.
७ ध्यान देने के द्वारा अच्छा करते हैं: प्रेरित पतरस ने प्रथम-शताब्दी मसीहियों को याद दिलाया कि वे भविष्यसूचक शब्द पर अंधकार-भरे स्थान में जलता हुआ दिया समझकर ध्यान देने के द्वारा अच्छा करेंगे। (२ पत. १:१९) हमारे लिए भी यह सच है। शैतान द्वारा नियंत्रित इस पुराने संसार में जीना ऐसा है मानो अंधकार-भरे स्थान में होना। हम शुक्रगुज़ार हैं कि हमें आध्यात्मिक अंधकार से बाहर बुला लिया गया है। (कुलु. १:१३; १ पत. २:९; १ यूह. ५:१९) ज्योति में बने रहने के लिए, हमें यहोवा के प्रेरित वचन पर ध्यान देने के द्वारा अपने विश्वास को मज़बूत बनाए रखने की ज़रूरत है। इस साल का हमारा ज़िला अधिवेशन हमें यही करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
८ यदि हमें कार्यक्रम पर ध्यान केंद्रित करना है तो हमारी तरफ़ से शायद प्रयास की ज़रूरत हो, लेकिन ऐसा करने के लिए हमें यक़ीनन आशीषें मिलेंगी। हमें प्रयास करना चाहिए कि हम अधिवेशन स्थल पर पहुँचने से पहले अच्छी तरह विश्राम कर लें जिससे कि हम सत्रों के दौरान सतर्क रहेंगे। हर दिन अधिवेशन स्थल तक पहुँचने के लिए पर्याप्त समय निकालें ताकि आप कार्यक्रम शुरू होने से पहले अपनी सीट पर बैठ सकें। फिर हर दिन के कार्यक्रम के आरंभ में शुरूआती गीत व प्रार्थना में हिस्सा लीजिए। वयस्कों को आदर्श रखना चाहिए, और माता-पिताओं को अपने बच्चों को प्रशिक्षित करना चाहिए।—इफि. ६:४.
९ यदि हम दिन का कार्यक्रम शुरू होने से पहले भागों के शीर्षकों पर एक नज़र डाल लें, तो हम उस सत्र के दौरान कौन-से मुद्दे प्रस्तुत किए जाएँगे, इसकी प्रत्याशा करने की कोशिश कर सकते हैं। यह विषय में हमारी रुचि को बढ़ाएगा जब वह प्रस्तुत किया जाता है। हम ऐसे मुद्दों की तलाश में रह सकते हैं जो दूसरों को यह व्यक्त करने में हमारी मदद करेंगे कि हम परमेश्वर व उसे निष्कपटता से ढूँढ़नेवाले को प्रतिफल देने की उसकी निश्चित प्रतिज्ञा में क्यों विश्वास करते हैं। (इब्रा. ११:१, ६) यह सलाह दी गयी है कि हम संक्षिप्त नोट्स लें जो कार्यक्रम के मुख्य मुद्दों को याद रखने में हमारी मदद करेगा। यदि हम बहुत ज़्यादा नोट्स लेते हैं, तो हम शायद कुछ मुख्य मुद्दों को चूक सकते हैं क्योंकि हम लिखने में बहुत व्यस्त थे।
१० गत वर्ष फिर से, “विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास” ने हमारे फ़ायदे के लिए जो दिया है, उसे सुनने के बजाय कार्यक्रम के चालू रहते वक़्त अनेक वयस्कों व युवाओं को गलियारे में यूँ ही चलते-फिरते, बाहर भीड़ जमाते, व दूसरों के साथ बतियाते हुए देखा गया। यीशु ने हमसे वादा किया था कि वह उचित समय पर हमें आध्यात्मिक भोजन देगा। (मत्ती २४:४५-४७) इसीलिए, हमें उस भोजन से लाभ उठाने के लिए उपस्थित होना चाहिए और क़दरदानी की कमी नहीं दिखानी चाहिए। (२ कुरि. ६:१) ऐसा भी लगता है कि जब कुछ बच्चे बेचैन हो उठते हैं, तो वे अकसर उठकर चलने-फिरने के एक बहाने के तौर पर शौचालय जाने के लिए पूछते हैं। घर पर दिया गया उचित प्रशिक्षण सामान्यतः बार-बार शौचालय जाना अनावश्यक बना देगा। कभी-कभी, बड़े युवजन एकांत स्थानों पर एकसाथ बैठकर बातें करते, खुसुर-फुसुर करते, व एक दूसरे को नोट्स पास करते हैं। हमारे युवजनों को, जो आज अनेक दबावों का सामना करते हैं, प्रस्तुत किए जानेवाले विषय पर ध्यान देने की ज़रूरत है, न कि कार्यक्रम के दौरान कुछ और ही कार्य करने की। ऐसी जवानी की अभिलाषाओं से दूर रहना चाहिए जो बाइबल सिद्धांतों से मेल नहीं खातीं। (२ तीमुथियुस २:२२ से तुलना कीजिए।) सभी लोगों, वयस्कों व युवाओं, की एकाग्रता यहोवा को सम्मान देगी और उसे हर्षित करेगी।
११ यदि यह ज़रूरी हो जाता है कि एक परिचारक इन विषयों में किसी को सलाह दे, तो इसे यहोवा की ओर से एक प्रेममय प्रबंध समझकर स्वीकारा जाना चाहिए। (गल. ६:१) सभी को याद रखने की ज़रूरत है कि जिस कारण हम अधिवेशन में उपस्थित होने के लिए प्रयास करते हैं, वह है कि हम “सुनकर सीखें।” (व्यव. ३१:१२) साथ ही, ‘बुद्धिमान सुनकर अपनी विद्या बढ़ाएगा।’ (नीति. १:५) अधिवेशन में जाने से पहले बचे समय में, एक परिवार के तौर पर श्रोतागण में एकसाथ बैठने, कार्यक्रम के दौरान बैठे रहने, व पूरा-पूरा ध्यान देने की ज़रूरत पर चर्चा कीजिए, ताकि कार्यक्रम से पूरा-पूरा लाभ उठाया जा सके।
१२ पहनावा जो यहोवा को प्रसन्न करता है: यहोवा के लोग नुमाईश पर रखे गए हैं ताकि सारा संसार उन्हें देखे। (१ कुरि. ४:९) आम तौर पर हम अपने पहनावे व बनाव-श्रंगार के उत्तम स्तर के लिए विख्यात हैं। पहला तीमुथियुस २:९, १० व १ पतरस ३:३, ४ में पाए गए शास्त्रीय सिद्धांतों को लागू करने के परिणामस्वरूप अनेक लोगों के दिखाव-बनाव में बड़े-बड़े परिवर्तन हुए हैं, जब हम इसकी तुलना उस समय से करते हैं जब उन्होंने मसीही कलीसिया के साथ संगति करना शुरू किया था। यह पहनावे व बनाव-श्रंगार के निरंतर पतित होते स्तरों की उल्लेखनीय विषमता में हैं, जिसे हम संसार में देखते हैं। हम सतर्क रहना चाहते हैं जिससे कि हम अपने दिखाव-बनाव में संसार के समान न हो जाएँ—अजीबो-ग़रीब परिधान पहनना, केश-सज्जा में सांसारिक धुन को बढ़ावा देना, या बेहद अनुचित रूप से कपड़े पहने हुए होना। हमारे आदर्श पहनावे व बनाव-श्रंगार से अधिवेशन में उपस्थित होनेवाले नए जनों को यह देखने में मदद मिलनी चाहिए कि मसीहियों का पहनावा किस प्रकार होना चाहिए।
१३ हालाँकि गत वर्ष के अधिवेशन के परिणामस्वरूप छोड़ी गयी सामान्य छाप अति संतोषजनक थी, सांसारिक पहनावे व बनाव-श्रंगार, कुछ भाई-बहनों की समस्या बनी हुई है, ख़ासकर फुरसत के वक़्त के दौरान। अधिवेशन में उपस्थित होने की अपनी योजना बनाते वक़्त, हमें अपने पहनावे व बनाव-श्रंगार का विश्लेषण करना चाहिए। माता-पिताओ, बुद्धिमानी से यह ध्यान से देखिए कि आपके छोटे बच्चे व किशोर क्या पहननेवाले हैं। यह निश्चित कीजिए कि हम सांसारिक तौर-तरीक़ों व सनकों को अपने मसीही दिखाव-बनाव पर बुरा प्रभाव डालने नहीं दे रहे हैं।
१४ उत्तम आचरण बनाए रखिए: उत्तम आचरण सच्चे मसीहियों का पहचान-चिन्ह है। (१ पत. २:१२) हमारा व्यवहार, चाहे हम जहाँ भी हों—अधिवेशन में, रेस्तॆराँ में, व होटलों में, साथ ही सफ़र करते वक़्त—एक उत्तम गवाही दे सकता है और दूसरों को यह देखने में मदद दे सकता है कि परमेश्वर व उसके वचन में विश्वास, लोगों के लिए क्या कर सकता है। इससे कुछ लोग यहोवा को जानने के लिए प्रेरित हो सकते हैं। (१ पतरस ३:१, २ से तुलना कीजिए।) हमारे पास अपने आचरण द्वारा परमेश्वर की महिमा करने का विशेषाधिकार है। एक होटल के संचालक दल ने कहा कि हमारे प्रतिनिधि “उनके यहाँ आनेवाले सबसे अच्छे व सुशिष्ट समूह हैं।” उन्होंने आगे कहा: “भविष्य में आप फिर से हमारे यहाँ पधारें, यह हमारा विशेषाधिकार होगा।” एक और जगह में एक पर्यटक अफ़सर ने लिखा: “हर साल, हमारा पूरा समाज उत्सुकता से वॉचटावर सोसाइटी के सम्मेलन की राह देखता है। आपके सदस्यों से हमें बड़ी ख़ुशी मिलती है; वे बेहद शिष्टाचार व आदर के साथ पेश आते हैं। हमारे काम-धंधा करनेवाले लोग इसे जानते हैं और हर साल मेहमानों के इस ‘परिवार’ की वापसी की आस लगाए रहते हैं।” ऐसी रिपोर्टें दिल को ख़ुश कर देती हैं, है ना? लेकिन सावधान रहने की ज़रूरत है ताकि हम यहोवा के लोगों की अच्छी प्रतिष्ठा को बनाए रख सकें।
१५ अपने बच्चों को नियंत्रण में रखने, उन्हें बिना निरीक्षण के, होटलों में दूसरे मेहमानों को परेशान करते हुए यहाँ-वहाँ भागने नहीं देने के बारे में अनेक अनुस्मारक दिए गए हैं। हर साल, संस्था को रिपोर्ट मिलती है कि हमारे कुछ बच्चों पर निरीक्षण नहीं रखा जाता है और उन्हें होटलों के गलियारों व सार्वजनिक स्थानों में भागते हुए देखा गया है। एक मैनेजर को, जो अपने होटल में रात काटने के लिए रुक गया था, रात ११ बजे के बाद हमारे बच्चों के दल ने दो बार उठाया। ये बच्चे दूसरे साक्षियों की तलाश में हर कमरे के दरवाज़े पर दस्तक दे रहे थे। हालाँकि अधिवेशन से हमें अपने भाई-बहनों के साथ भेंट व संगति करने का अवसर मिलता है, माता-पिताओं को फिर भी हर समय अपने बच्चों का निरीक्षण करने की अपनी बाध्यता को ध्यान में रखना चाहिए। यह यहोवा द्वारा हर माता-पिता को दी गयी एक ज़िम्मेदारी है। (नीति. १:८; इफि. ६:४) बच्चों के अनिरीक्षित कार्यों की वज़ह से उस अच्छी प्रतिष्ठा का महत्त्व घट सकता है जिसे यहोवा के दूसरे साक्षियों ने बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है।—नीति. २९:१५.
१६ यदि आप एक होटल में ठहरते हैं, तो याद रखिए कि अगर होटल के किसी कमरे में खाना पकाने के उद्देश्य से किचन की व्यवस्था नहीं की गयी है, तो आपको वहाँ पकाना नहीं चाहिए। यह बात मन में रखिए कि जब आपको निजी सेवा मिलती है, तो बख़्शीश देना उचित होगा ख़ासकर क्योंकि जनता की सेवा करनेवाले अनेक जन, जैसे बैरा, साफ़-सफ़ाई करनेवाले व नौकरानियाँ काफ़ी हद तक जीविका चलाने के लिए बख़्शीश पर निर्भर हैं। यहोवा के साक्षियों के तौर पर, हम इस संबंध में भी शिष्टता दिखाना चाहते हैं।—जून २२, १९८६, सजग होइए! (अंग्रेज़ी) के पृष्ठ २४-७ देखिए।
१७ अधिवेशन के ख़र्चों को पूरा करना: अधिवेशन में उपस्थित होने से जुड़े हुए ख़र्च हम सभी को उठाने पड़ेंगे। एक और ख़र्च है जिस पर हमें विचार करना चाहिए। अधिवेशनों के लिए इस्तेमाल की गयी सुविधाएँ महंगी होती हैं। ऐसे भी अन्य ख़र्चें होते हैं जिन्हें पूरा किया जाना ज़रूरी होता है। अधिवेशनों में दिए गए हमारे उदार स्वैच्छिक अशंदानों की काफ़ी क़दर की जाती है।—प्रेरि. २०:३५; २ कुरि. ९:७, ११, १३.
१८ बैठने की व्यवस्था: जो निर्देशन कई सालों से दिए जाते रहे हैं, वे अब भी लागू होंगे, अर्थात्, सीटें आपके निकटतम परिवार के सदस्यों और जो आपके निकटतम समूह में आपके साथ शायद सफ़र कर रहे हैं, केवल उनके लिए आरक्षित की जा सकती हैं। यह देखना बहुत अच्छा लगा कि हालिए वर्षों में ज़्यादा लोग इन निर्देशनों का पालन करते हैं, और इससे अधिवेशनों में प्रदर्शित प्रेममय माहौल और बढ़ा है। अधिकांश स्थलों में कुछ सीटों तक पहुँचना दूसरी सीटों से ज़्यादा आसान है। कृपया लिहाज़ दिखाइए, और ज़्यादा सुविधाजनक सीटों को ऐसों के लिए छोड़ दीजिए जिनके हालात इसकी माँग करते हैं।
१९ कैमरे, वीडियो कैमरे, व टेप रिकॉर्डर: अधिवेशन में कैमरे व रिकॉर्ड करने का उपकरण इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन, जब हम इसका प्रयोग करते हैं, तो उपस्थित दूसरे लोगों को इससे विकर्षण नहीं होना चाहिए। सत्रों के दौरान हमें तसवीरें खींचते हुए यहाँ-वहाँ चहल-पहल नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह दूसरों को परेशान करेगा जो कार्यक्रम पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। किसी भी क़िस्म के रिकॉर्ड करनेवाले यंत्र विद्युत या ध्वनि व्यवस्था के साथ नहीं जोड़े जाने चाहिए, ना ही उपकरण को गलियारे, चलने के रास्ते, या दूसरों की दृष्टि में बाधा होना चाहिए।
२० प्राथमिक उपचार: प्राथमिक उपचार विभाग केवल आपात-स्थितियों के लिए है। यह जीर्ण रूप से बीमार लोगों की देखरेख करने में समर्थ नहीं है। इसी वज़ह से आपको अपनी व अपने परिवार की स्वास्थ्य ज़रूरतों पर पहले से विचार कर लेना चाहिए। कृपया अपना ऐस्प्रिन, पाचन सहायक दवाइयाँ, पट्टियाँ, सेफटि-पिन, व इन्हीं प्रकार की वस्तुएँ ले आइए, क्योंकि ऐसी चीज़ें अधिवेशन में उपलब्ध नहीं होंगी। जिन व्यक्तियों को दौरे, इन्सुलिन शॉक, हृदय-रोग इत्यादि का ख़तरा है, उन्हें अपनी ज़रूरतों के बारे में यथासंभव हद तक अनुमान लगा लेना चाहिए। उनके पास ज़रूरी दवाइयाँ होनी चाहिए, और उनकी स्थिति को समझनेवाले परिवार या कलीसिया के एक सदस्य को, आवश्यक मदद देने के लिए उनके साथ हमेशा होना चाहिए। अधिवेशनों में समस्याएँ खड़ी हुई हैं जब जीर्ण स्वास्थ्य समस्यावाले व्यक्तियों को अकेला छोड़ा गया है और वे बीमार पड़ गए। यदि विशेष स्वास्थ्य ज़रूरतवाले कुछ लोगों के परिवार का कोई सदस्य नहीं है जो उनकी मदद कर सकता है, तो उनकी कलीसिया के प्राचीनों को इस स्थिति की जानकारी देने की ज़रूरत होगी और उन्हें मदद के लिए आवश्यक बंदोबस्त करना होगा।
२१ अधिवेशन में भोजन का प्रबंध: अधिवेशनों में केवल हल्के अल्पाहार होने और कोई भोजन सेवा न होने के परिणामस्वरूप अनेक जन अब सभी सत्रों के दौरान आध्यात्मिक भोजन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मुक्त हो गए हैं। जब से यह सरलीकरण शुरू हुआ है, तब से इस प्रबंध की क़दरदानी में अनेक अभिव्यक्तियाँ मिली हैं। जिन व्यक्तियों को इसकी ज़रूरत महसूस हो, उन्हें दोपहर के भोजन के लिए अपनी व्यावहारिक, पोषक खाद्य साम्रगी लाने की योजना बनानी चाहिए। ऐसी कुछ खाद्य साम्रगी का सुझाव जुलाई १९९५ की हमारी राज्य सेवकाई के अंतःपत्र में दिया गया है। काँच के बर्तन व मदिरा को अधिवेशन सुविधा के अंदर नहीं लाना है। टिफ़्फन व पानी के पात्रों को उतना बड़ा ही होना चाहिए जिससे कि वे आपकी सीट के नीचे अट जाएँ। श्रोतागण में कुछ लोगों को कार्यक्रम के दौरान खाते-पीते देखा गया है। ऐसा करना अनादरवाली बात है। जिन अधिवेशन सुविधाओं के अंदर या बाहर विक्रेता होते हैं, उनमें देखा गया है कि कुछ भाई कार्यक्रम के दौरान उनसे ख़रीदते हैं। ऐसी आदत उचित नहीं है। हम वाक़ई अपने आध्यात्मिक दावत व दोपहर के अपने संक्षिप्त अवकाश के दौरान साहचर्य के शांतिमय माहौल की क़दर करते हैं। इस व्यवस्था के उद्देश्य के अनुकूल होते हुए, अपने भाई-बहनों के साहचर्य का लुत्फ़ उठाने के लिए समय का उपयोग कीजिए।
२२ हम कितने ख़ुश हैं कि “परमेश्वर के वचन में विश्वास” ज़िला अधिवेशन जल्द ही आरंभ होंगे! हम सभी निश्चित होना चाहते हैं कि पूरे कार्यक्रम में उपस्थित होने के लिए हमारी तैयारियाँ पूरी हो गयी हैं, ताकि हम यहोवा द्वारा अपने संगठन के ज़रिए हमारे लिए तैयार की गयी उत्तम आध्यात्मिक दावत का पूरा-पूरा लुत्फ़ उठा सकें। इस तरह से हम आनेवाले दिनों में “हर एक भले काम के लिये तत्पर [“संपूर्णतया सज्जित,” NW]” हो जाएँगे।—२ तीमु. ३:१७.
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ज़िला अधिवेशन अनुस्मारक
बपतिस्मा: बपतिस्मा उम्मीदवारों को शनिवार सुबह कार्यक्रम के शुरू होने से पहले ही नियुक्त भाग में अपनी सीटों पर बैठ जाना चाहिए। बपतिस्मा लेने की योजना बनानेवाले हरेक व्यक्ति को एक शालीन स्नान-वस्त्र व तौलिया लाना चाहिए। बपतिस्मा उम्मीदवारों के साथ अपनी सेवकाई (अंग्रेज़ी) पुस्तक के सवालों पर पुनर्विचार करनेवाले प्राचीनों को निश्चित करना चाहिए कि हर एक उम्मीदवार इन मुद्दों को समझता है। वक्ता द्वारा दिए गए बपतिस्मा भाषण व प्रार्थना के बाद, सत्र सभापति गीत की घोषणा करेगा। आख़री छंद के बाद, परिचारक उम्मीदवारों को निमज्जन स्थान की ओर निर्दिष्ट करेंगे। बपतिस्मा एक व्यक्ति के समर्पण के प्रतीक में उस व्यक्ति और यहोवा के बीच एक अंतरंग व निजी मामला है। अतः, उम्मीदवारों को गले लगकर या हाथ पकड़ कर बपतिस्मा लेना उचित नहीं है।
बैज कार्ड: कृपया अधिवेशन शहर में और वहाँ जाते-आते वक़्त १९९७ का बैज कार्ड पहने रहिए। इससे हमें अकसर एक उत्तम साक्षी देने का अवसर मिलता है। बैज कार्ड व होल्डर अपनी कलीसिया के ज़रिए प्राप्त किए जाने चाहिए, क्योंकि ये अधिवेशन में उपलब्ध नहीं होंगे। अपने व अपने परिवार के लिए कार्ड माँगने के वास्ते अधिवेशन से कुछ दिन पहले तक इंतज़ार मत कीजिए। अपने वर्तमान अग्रिम चिकित्सा निदेश-पत्र/निर्मुक्ति कार्ड को साथ रखना याद रखिए।
आवास का प्रबंध: यदि आप इस संबंध में किसी समस्या का अनुभव करते हैं, तो कृपया जब आप अधिवेशन में ही हैं, तब आवास विभाग को इसकी सूचना देने से मत हिचकिचाइए ताकि वे मामले को फ़ौरन सुलटने में आपकी मदद कर सकें। कलीसिया सचिवों को निश्चित करना चाहिए कि कमरा निवेदन फ़ॉर्म तुरंत उपयुक्त अधिवेशन पते पर भेज दिए जाते हैं। यदि आपको कोई आवास-स्थान रद्द करना है, तो आपको तुरंत अधिवेशन आवास विभाग को सूचित करना चाहिए ताकि कमरा दूसरों को दिया जा सके।
स्वयंसेवक सेवा: क्या आप अधिवेशन में किसी एक विभाग में मदद करने के लिए कुछ समय अलग रख सकते हैं? अपने भाइयों की सेवा करना, चंद घंटों के लिए ही सही, काफ़ी सहायक हो सकती है व काफ़ी संतुष्टि ला सकती है। यदि आप मदद कर सकते हैं, तो कृपया अधिवेशन में स्वयंसेवक सेवा विभाग को रिपोर्ट कीजिए। एक जनक या दूसरे ज़िम्मेदार वयस्क के निर्देशन के अधीन काम करने के द्वारा १६ वर्ष से कम आयु के बच्चे भी एक बढ़िया योगदान दे सकते हैं।
चौकसी के दो शब्द: अनावश्यक मुश्किलातों से बचने के लिए संभावित समस्याओं के प्रति सतर्क रहिए। अकसर चोर व अन्य बेईमान व्यक्ति उन लोगों का शिकार करते हैं जो अपने घर के वातावरण से दूर हैं। चोर व जेब-कतरे बड़ी सभाओं में अपनी निगाह गाड़े रहते हैं। अपनी सीट पर किसी भी मूल्यवान चीज़ को छोड़ना बुद्धिमत्ता की बात नहीं होगी। आप निश्चित नहीं हो सकते हैं कि आपके आस-पास का हरेक व्यक्ति एक मसीही है। कोई प्रलोभन पेश क्यों करें? कुछ अजनबियों द्वारा बच्चों को फुसलाकर ले जाने के प्रयासों के बारे में भी रिपोर्टें प्राप्त हुई हैं। अपने बच्चों को हमेशा अपनी नज़रों के सामने रखिए।
कुछ होटलों में उपलब्ध टेलिविज़न व वीडियो सेवाएँ गन्दे, अश्लील कार्यक्रम पेश करती हैं। इस फंदे के प्रति सतर्क रहिए, और बच्चों को बिना निरीक्षण के कमरे में टेलिविज़न चलाने की छूट मत दीजिए।
कृपया किसी अधिवेशन विषय के बारे में जानकारी प्राप्त करने की मंशा से अधिवेशन सभाभवन के प्रबंधक को न फ़ोन करें, ना ही उन्हें लिखें। यदि जानकारी प्राचीनों से उपलब्ध नहीं होती है, तो आप जुलाई १९९७ की हमारी राज्य सेवकाई में दिए गए किसी विशिष्ट अधिवेशन के पते पर लिख सकते हैं।