अपने हर काम में पवित्र चालचलन बनाए रखिए
1. अपने हर काम में पवित्र चालचलन बनाए रखना क्यों ज़रूरी है?
यहोवा पवित्र परमेश्वर है, इसलिए उसके सेवक होने के नाते हम भी अपने हर काम में पवित्र चालचलन बनाए रखते हैं। (1 पत. 1:15, 16) ऐसा करने के लिए ज़रूरी है कि हम अपने जीवन के हर पहलू में यहोवा के स्तरों पर चलने की हमेशा कोशिश करें। इस साल के ज़िला अधिवेशन में हमें पवित्र चाल चलने का खास मौका मिलेगा।
2. होटलों में हम बढ़िया चालचलन कैसे दिखा सकते हैं?
2 होटलों में: पिछले साल, अधिवेशन के लिए एक होटल में ठहरे भाई-बहनों के बारे में वहाँ के मैनेजर ने कहा: “यहोवा के साक्षी कितने अच्छे लोग हैं। . . . हमें आप जैसे मेहमान ही चाहिए।” नीचे दी गयी चितौनियों को मानने से हम अपनी नेकनामी बनाए रख सकेंगे: (1) ज़रूरत से ज़्यादा कमरों की बुकिंग मत कीजिए और एक कमरे में जितने लोगों के रहने की इजाज़त है उससे ज़्यादा लोगों को मत ठहराइए। (2) अगर आपको अपनी बुकिंग रद्द करनी है, तो फौरन होटलवालों को इत्तला कर दीजिए। (3) अगर कमरे में खाना पकाना मना है, तो मत पकाइए। (4) कमरे की साफ-सफाई करनेवाले कर्मचारी और बैरे को बख्शीश दीजिए। (5) अगर होटल में रहते वक्त मेहमानों के लिए मुफ्त नाश्ता, कॉफी और बरफ या ठंडे पानी का इंतज़ाम है, तो उसका नाजायज़ फायदा मत उठाइए। (6) होटल में काम करनेवालों के साथ पेश आते वक्त आत्मा के फल दिखाइए, खासकर कमरा लेते और छोड़ते वक्त जब काउंटर पर भीड़ होती है।—गल. 5:22, 23.
3. साक्षी बच्चों के बर्ताव का दूसरों पर कैसा अच्छा असर पड़ सकता है?
3 अगर हम दूसरों के साथ अदब से पेश आएँ तो इससे उन्हें बढ़िया गवाही मिल सकती है। पिछले साल, एक साक्षी बच्चे ने होटल डेस्क की एक क्लर्क से कागज़-कलम देने की गुज़ारिश की और फिर उस स्त्री को शुक्रिया कहा। यह बात उस स्त्री को इतनी अच्छी लगी कि उसने कहा: “आजकल ऐसे बच्चे बहुत कम देखने को मिलते हैं जिनमें तहज़ीब हो।” मगर कभी-कभी बच्चों को स्विमिंग पूल में तैरते, लिफ्ट पर खेलते, ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाते और गलियारे में यहाँ-वहाँ दौड़ते देखा गया क्योंकि बड़े लोग उनके साथ नहीं थे। माता-पिताओं को चाहिए कि वे अपने बच्चों को खुली छूट न दें, बल्कि उन पर हमेशा नज़र रखें ताकि उनका बर्ताव अच्छा हो और इससे यहोवा की महिमा हो।—नीति. 29:15.
4. रेस्तराँ में हम दूसरों के लिए कैसे लिहाज़ दिखा सकते हैं?
4 रेस्तराँ में: एक अधिवेशन के पासवाले रेस्तराँ के एक बैरे ने कहा: “साक्षी, बाकी लोगों से बिलकुल अलग हैं। वे दूसरों की इज़्ज़त करते हैं।” अच्छे चालचलन में यह भी शामिल है कि हम रेस्तराँ में ज़ोर-ज़ोर से हँसने और बात करने से दूर रहें क्योंकि इससे खाना खा रहे दूसरे लोगों को परेशानी हो सकती है। हमें यह भी याद रखना चाहिए कि कई रेस्तराँ में, दी जानेवाली सेवा के मुताबिक 15 से 20 प्रतिशत बख्शीश देने का दस्तूर होता है। जी हाँ, खाने-पीने के वक्त भी हमारी यह कोशिश होनी चाहिए कि हम सबकुछ परमेश्वर की महिमा के लिए करें।—1 कुरि. 10:31.
5. अधिवेशन की जगह पर अच्छा चालचलन रखने में क्या-क्या शामिल है?
5 अधिवेशन की जगह: खासकर अधिवेशन की जगह पर हमें बढ़िया चालचलन बनाए रखना चाहिए। कृपया गाड़ियाँ खड़ी करने की जगह पर और हॉल में अटेंडंट की हिदायतें मानकर उनका काम आसान बनाइए। (इब्रा. 13:17) पिछले साल केरल के एक अधिवेशन में, दिलचस्पी दिखानेवाले एक आदमी ने कहा: “यहाँ सब लोग कितने खुश हैं। मुझे ऐसे लोगों के बीच रहना पसंद है।” एक और व्यक्ति ने कहा: “मैंने पहले कभी ऐसी सभा नहीं देखी जिसमें इतना बढ़िया इंतज़ाम किया गया हो।” परिवार के सभी सदस्यों को एक-साथ बैठना चाहिए और बच्चों को, यहाँ तक कि नौजवानों को अपने हमउम्रों के साथ अलग से नहीं बैठने देना चाहिए। किसी भी तरह के रिकॉर्डर को अधिवेशन के इलेक्ट्रिकल या साउंड सिस्टम के साथ नहीं जोड़ना चाहिए। और उनका इस्तेमाल सिर्फ इस तरह करना चाहिए जिससे दूसरों को परेशानी न हो। अगर आप सेशन के वक्त तसवीरें खींचना चाहते हैं, तो फ्लैश का इस्तेमाल मत कीजिए। पेजर और सॆल फोन को इस तरह सॆट करना चाहिए जिससे उनकी आवाज़ें दूसरों को परेशान न करें। अगर हॉल में आपके सामने कोई दुर्घटना होती है, तो किसी अटेंडंट को या फर्स्ट एड विभाग को खबर कीजिए। अधिवेशन की जगह पर ऐसे काबिल लोग ज़रूर मौजूद होंगे जो इस मामले में मदद दे सकेंगे।
6. अधिवेशन की जगह हमारे चालचलन से कैसे परमेश्वर की महिमा होती है?
6 हमारे चालचलन की वजह से हम दूसरों से बिलकुल अलग दिखते हैं और इससे हमारे परमेश्वर की महिमा होती है। (1 पत. 2:12) अधिवेशन की जगह, दुनियावाले हम यहोवा के साक्षियों का चालचलन देखेंगे। इसलिए यह अटल फैसला कीजिए कि आप अपने हर काम में पवित्र चालचलन बनाए रखेंगे।
[पेज 5 पर बक्स]
पवित्र चालचलन दिखाइए
▪ होटल के सभी कायदे-कानून मानिए
▪ बच्चों पर हमेशा नज़र रखिए
▪ दूसरों का लिहाज़ कीजिए