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आध्यात्मिक ताज़गी के तीन दिन

1. हम इस साल के ज़िला अधिवेशन से क्या पाने की उम्मीद कर सकते हैं?

आध्यात्मिक तौर पर झुलसे हुए इस शैतानी संसार में यहोवा अपने सेवकों को ताज़गी देता रहता है। (यशा. 58:11) हमें तरो-ताज़ा करने का उसका एक तरीका है, सालाना ज़िला अधिवेशन। जैसे-जैसे इस साल का अधिवेशन नज़दीक आ रहा है, हम कैसे आध्यात्मिक तौर पर ताज़गी लेने और देने के लिए तैयार हो सकते हैं?—नीति. 21:5.

2. हमें क्या तैयारियाँ करने की ज़रूरत है?

2 अगर अभी तक आपने तैयारी शुरू नहीं की है, तो समय आ गया है कि आप अपने निजी और नौकरी के शेड्‌यूल में कुछ फेरबदल करें ताकि आप अधिवेशन के तीनों दिन हाज़िर हो सकें। यही नहीं, क्या आपने पता लगाया है कि वहाँ पहुँचने में कितना वक्‍त लगेगा ताकि कार्यक्रम शुरू होने से काफी समय पहले आप वहाँ पहुँचकर अपनी सीट ढूँढ़ सकें? हम यहोवा के ज़रिए तैयार किए गए हर आध्यात्मिक भोजन का लुत्फ उठाना चाहेंगे! (यशा. 65:13, 14) क्या आपने अधिवेशन में आने-जाने और ठहरने का इंतज़ाम कर लिया है?

3. कार्यक्रम से पूरा फायदा उठाने के लिए कौन-से सुझाव हमारे और हमारे परिवार के लिए मददगार हो सकते हैं?

3 कार्यक्रम के दौरान आपका ध्यान इधर-उधर न भटके इसके लिए आप क्या कर सकते हैं? मुमकिन हो तो अधिवेशन के दौरान रात को अच्छी नींद लीजिए। भाषण के दौरान अपनी आँखें वक्‍ता पर टिकाए रखिए। पढ़ी जानेवाली हर आयत को अपनी बाइबल में देखिए। छोटे-छोटे नोट्‌स लिखिए। अच्छा होगा अगर परिवार एक-साथ बैठें, ताकि माता-पिता अपने बच्चों को ध्यान लगाए रखने में मदद दे सकें। (नीति. 29:15) आप हर शाम को परिवार के साथ अधिवेशन की खास बातों पर चर्चा कर सकते हैं। अधिवेशन के बाद भी आपका परिवार उससे फायदा पाता रहे, इसके लिए आप पारिवारिक उपासना की शाम को भी कुछ समय अधिवेशन के ऐसे मुद्दों पर चर्चा कर सकते हैं, जिन्हें आप खासकर अपने परिवार पर लागू करना चाहेंगे।

4. आध्यात्मिक ताज़गी पाने में हम मंडली के दूसरे भाई-बहनों की मदद कैसे कर सकते हैं?

4 दूसरों को ताज़गी पाने में मदद देना: हम चाहते हैं कि दूसरे भी आध्यात्मिक तौर पर ताज़गी पाएँ। क्या आपकी मंडली में बुज़ुर्ग प्रचारक या ऐसे जन हैं, जिन्हें अधिवेशन में हाज़िर होने के लिए मदद की ज़रूरत है? क्या आप उनकी मदद कर सकते हैं? (1 यूह. 3:17, 18) प्राचीन, खासकर समूह निगरान को ध्यान रखना चाहिए कि ऐसे हर प्रचारक को अधिवेशन में जाने के लिए ज़रूरी मदद मिले।

5. हम अधिवेशन के लिए न्यौते के परचे कैसे बाँटेंगे? (पेज 5 पर दिया बक्स भी देखिए।)

5 पिछले सालों की तरह, इस बार भी अधिवेशन के तीन हफ्ते पहले हम न्यौता बाँटने के अभियान में हिस्सा लेंगे। मंडलियों को जितने परचे दिए जाएँगे, उन सभी को अपने पूरे इलाके में बाँटने का लक्ष्य रखिए। जिन इलाकों में हमारे काम का विरोध हो सकता है, वहाँ परचा देने से पहले यह भाँप लेना ज़रूरी है कि घर-मालिक को दिलचस्पी है या नहीं। आपके परिवार में अभियान के बाद जो परचे बच जाते हैं, उन्हें अधिवेशन में लाइए ताकि आप इनके ज़रिए वहाँ के इलाके में मौके ढूँढ़कर गवाही दे सकें। इस बारे में ज़्यादा जानकारी शुक्रवार के कार्यक्रम में दी जाएगी। अगर आपके परिवार को लगता है कि आप बचे हुए सभी परचे नहीं दे पाएँगे, तो आप उन्हें अधिवेशन के पहले दिन अटेंडंट को दे सकते हैं। कृपया न्यौते का एक परचा अपने पास रखिए, क्योंकि इस पर रविवार के आखिरी भाषण में चर्चा की जाएगी।

6. अधिवेशन के दौरान हम किन तरीकों से अच्छा व्यवहार दिखा सकते हैं?

6 अच्छे व्यवहार से ताज़गी मिलती है: आज के ज़माने में जहाँ बहुत-से लोग “सिर्फ खुद से प्यार” करते हैं और दूसरों की भावनाओं की कदर नहीं करते हैं, ऐसे में जब हमारे भाई-बहन सबके साथ अच्छा व्यवहार करने की कोशिश करते हैं, तो इससे कितनी ताज़गी मिलती है! (2 तीमु. 3:2) जैसे हम अधिवेशन की जगह पर सुबह 8 बजे दरवाज़ा खुलने पर बिना धक्का-मुक्की किए शांति से अंदर जाते हैं। और सिर्फ उनके लिए सीट रखते हैं, जो हमारे साथ रहते या हमारी गाड़ी में सफर करते हैं या फिर जो हमारे साथ बाइबल अध्ययन कर रहे हैं। इसके अलावा, हर सेशन की शुरूआत में जब चेयरमैन, संगीत का मज़ा लेने के लिए हमसे अपनी-अपनी सीट पर बैठने की गुज़ारिश करता है, तब भी हम उस हिदायत पर अमल करते हैं। जब हम अपने मोबाइल फोन या पेजर को सायलैंट मोड पर रखते हैं या बंद कर देते हैं, ताकि दूसरों को परेशानी न हो, तब भी हम अच्छा व्यवहार ज़ाहिर कर रहे होते हैं। साथ ही हम कार्यक्रम के दौरान किसी से बात नहीं करते, मोबाइल पर मैसेज नहीं भेजते, ना ही खाते-पीते या यूँ ही गलियारे में घूमते हैं। इस तरह भी हम अच्छा व्यवहार दिखाते हैं।

7. अपने भाइयों के साथ संगति करते वक्‍त हम कैसे ताज़गी पा सकते हैं और दे सकते हैं?

7 ताज़गी देनेवाली संगति: अधिवेशन में हमें ताज़गी देनेवाली एकता और भाईचारे का आनंद उठाने का शानदार मौका मिलता है। (भज. 133:1-3) क्यों न आप पहल करके दूसरी मंडलियों से आए भाई-बहनों से मिलने के लिए “अपने दिलों को बड़ा” करें? (2 कुरिं. 6:13) आप हर दिन कम-से-कम एक नए व्यक्‍ति या परिवार को जानने का लक्ष्य रख सकते हैं। कार्यक्रम के बीच में मिलनेवाला अंतराल ऐसा करने का बढ़िया मौका देता है। इसलिए हलका-फुलका खाना साथ लाइए और भाई-बहनों के साथ खाने और संगति करने का मज़ा लीजिए, बजाय इसके कि आप खाना खरीदने या खाने किसी रेस्तराँ में जाएँ। इस संगति से आपको नए और अच्छे दोस्त बनाने की बढ़िया आशीष मिलेगी।

8. हमें क्यों अधिवेशन में स्वयंसेवक के तौर पर काम करना चाहिए, और हम ऐसा कैसे कर सकते हैं?

8 भाइयों के साथ मिलकर परमेश्‍वर की सेवा करने से क्या ही ताज़गी मिलती है! क्या आप अधिवेशन के किसी विभाग में मदद करने या आपकी मंडली को मिले साफ-सफाई के काम में हाथ बँटाने की सोच सकते हैं? (भज. 110:3) अगर आपको किसी विभाग में काम नहीं मिला है, तो क्यों न आप अधिवेशन के स्वयंसेवक विभाग से संपर्क करें? बहुत सारे लोगों के हाथ बँटाने से काम खुशी-खुशी और आसानी से निपट जाता है।

9. अधिवेशन के दौरान हमें क्यों खासकर अपने चालचलन और बनाव-श्रृंगार पर ध्यान देना चाहिए?

9 हमारा अच्छा चालचलन, देखनेवालों को ताज़गी देता है: हम सिर्फ कार्यक्रम के दौरान ही नहीं, बल्कि अधिवेशन के तीनों दिन अपना चालचलन अच्छा रखते हैं। अधिवेशन के शहर में जो लोग हमें देखते हैं, उन्हें हमारे और दुनिया के लोगों के बीच फर्क दिखना चाहिए और हमारे चालचलन को देखकर उन्हें ताज़गी मिलनी चाहिए। (1 पत. 2:12) अधिवेशन की जगह पर, जहाँ हम ठहरे हैं वहाँ, साथ ही रेस्तराँ में हमारे पहनावे और बनाव-श्रृंगार से यहोवा की महिमा होनी चाहिए। (1 तीमु. 2:9, 10) अगर हम अपने बैज कार्ड पहनेंगे, तो देखनेवाले हमें यहोवा के साक्षियों के तौर पर पहचान सकेंगे। इससे हमें दूसरों को अधिवेशन के बारे में बताकर अच्छी गवाही देने का मौका मिलेगा।

10. होटल और रेस्तराँवालों पर हमारे अधिवेशन का अच्छा असर पड़े, इसके लिए हम क्या कर सकते हैं?

10 हम होटल और रेस्तराँ के कर्मचारियों को कैसे सहयोग दे सकते हैं? हमें जितने कमरे चाहिए, उससे ज़्यादा की बुकिंग नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इससे अधिवेशन में आनेवाले बाकी लोगों को कमरे नहीं मिलेंगे और होटलवाले भी हमारे भरोसे दूसरों को कमरा नहीं देंगे जिससे उन्हें घाटा होगा। होटल में ठहरने के लिए आते वक्‍त या उसे छोड़ते वक्‍त, अगर कर्मचारियों के व्यस्त होने की वजह से काफी समय लगता है, तो हमें धीरज और प्यार दिखाना चाहिए। (कुलु. 4:6) रेस्तराँ में हमें जो कर्मचारी सुविधा मुहैया कराते, हमारा सामान उठाते और कमरे की सफाई वगैरह करते हैं, उन्हें दस्तूर के मुताबिक बख्शिश देनी चाहिए।

11. किन अनुभवों से पता चलता है कि हमारे मसीही चालचलन से लोगों को अच्छी गवाही मिलती है?

11 अधिवेशन के दौरान हमारे अच्छे चालचलन का दूसरों पर क्या असर पड़ता है? एक अखबार में छपे लेख के मुताबिक, अधिवेशन की जगह के एक मैनेजर ने कहा: “ये लोग बहुत नम्र हैं। हमें हर साल इन्हें जगह देने में बड़ी खुशी होती है।” पिछले साल एक होटल में एक गैर-साक्षी आदमी का बटुआ खो गया। उस पूरे होटल में यहोवा के साक्षी ठहरे थे। जब होटल के मैनेजर को बटुआ सही-सलामत लौटाया गया, तब मैनेजर ने बटुए के मालिक से कहा: “अच्छा हुआ कि यहोवा के साक्षी यहाँ ज़िला अधिवेशन के लिए आए हैं और पूरे होटल में वे ही ठहरे हैं। नहीं तो आपका बटुआ आपको कभी वापस नहीं मिलता।”

12. जैसे-जैसे अधिवेशन नज़दीक आ रहा है, हमारा क्या लक्ष्य होना चाहिए, और क्यों?

12 इस साल का अधिवेशन नज़दीक है। कार्यक्रम और अधिवेशन के माहौल को ताज़गी-भरा बनाने के लिए बहुत समय और मेहनत लगी है। तीनों दिन हाज़िर होने का लक्ष्य रखिए और यहोवा और उसके संगठन ने आपके लिए जो इंतज़ाम किए हैं, उनका आनंद उठाने के लिए तैयार रहिए। अपने अच्छे व्यवहार, मेलजोल और चालचलन से दूसरों को ताज़गी देने की ठान लीजिए। तब आप और दूसरे भी ऐसा ही महसूस करेंगे, जैसा पिछले साल अधिवेशन में हाज़िर होनेवाले एक शख्स ने लिखा: “इससे बढ़िया अनुभव मेरी जिंदगी में कभी नहीं हुआ!”

[पेज 4 पर बड़े अक्षरों में लेख की खास बात]

पिछले सालों की तरह, इस बार भी अधिवेशन के तीन हफ्ते पहले हम न्यौता बाँटने के अभियान में हिस्सा लेंगे।

[पेज 6 पर बड़े अक्षरों में लेख की खास बात]

अधिवेशन की जगह पर, जहाँ हम ठहरे हैं वहाँ, साथ ही रेस्तराँ में हमारे पहनावे और बनाव-श्रृंगार से यहोवा की महिमा होनी चाहिए

[पेज 7 पर बड़े अक्षरों में लेख की खास बात]

अपने अच्छे व्यवहार, मेलजोल और चालचलन से दूसरों को ताज़गी देने की ठान लीजिए

[पेज 4 पर बक्स]

2011 के ज़िला अधिवेशन के लिए याद रखनेवाली बातें

▪ कार्यक्रम का समय: तीनों दिन, कार्यक्रम सुबह 9:20 पर शुरू होगा। हॉल के दरवाज़े सुबह 8 बजे खोले जाएँगे। जब शुरूआती संगीत बजना शुरू होता है तब हम सभी को अपनी-अपनी सीट पर बैठ जाना चाहिए, ताकि कार्यक्रम अच्छी तरह शुरू हो सके और उससे यहोवा की महिमा हो। शुक्रवार और शनिवार को कार्यक्रम शाम 4:55 पर और रविवार को 3:40 पर खत्म होगा।

▪ पार्किंग: जिन अधिवेशनों की जगह पर पार्किंग करने की ज़िम्मेदारी हमें सौंपी जाती है, वहाँ पार्किंग मुफ्त होगी। वहाँ जैसे-जैसे गाड़ियाँ आती जाएँगी, पार्किंग के लिए उसके मुताबिक उन्हें जगह दी जाएगी। अकसर पार्किंग के लिए जगह सीमित होती है, इसलिए जहाँ तक हो सके कोशिश कीजिए कि कई लोग मिलकर एक गाड़ी में सफर करें।

▪ सीटें रखना: आप सिर्फ अपने घर में रहनेवालों या कार में आपके साथ सफर करनेवालों के लिए सीट रख सकते हैं। साथ ही उनके लिए भी जिनके साथ आप बाइबल अध्ययन कर रहें हैं।—1कुरिं. 13:5.

▪ दोपहर का खाना: दोपहर के खाने के लिए अधिवेशन की जगह छोड़कर कहीं और जाने के बजाय, कृपया अपने साथ सादा खाना लाएँ। आप खाना एक छोटे डिब्बे में ला सकते हैं जिसे आसानी से आपकी सीट के नीचे रखा जा सके। अधिवेशन में खाने के बड़े-बड़े डिब्बे और काँच के बर्तन लाना मना है। अधिवेशन की जगह पर संस्था द्वारा खाने-पीने का कोई इंतज़ाम नहीं किया जाएगा।

▪ दान: ज़िला अधिवेशन का इंतज़ाम करने में काफी खर्च होता है। ऐसे इंतज़ाम की कदरदानी ज़ाहिर करने के लिए हम अपने राज-घर में या अधिवेशन की जगह पर, पूरी दुनिया में हो रहे काम के लिए अपनी इच्छा से दान कर सकते हैं। अगर आप अधिवेशन में चेक के ज़रिए दान देते हैं, तो चेक “The Watch Tower Bible and Tract Society of India” के नाम पर होना चाहिए।

▪ दुर्घटनाएँ और एमरजंसी: अगर अधिवेशन की जगह पर कोई दुर्घटना या अचानक किसी की तबियत खराब हो जाती है, तो पास ही मौजूद किसी अटेंडंट को इत्तला कीजिए। वह भाई फौरन फर्स्ट एड विभाग को खबर देगा ताकि वहाँ मौजूद काबिल लोग जायज़ा ले सकें कि मामला कितना गंभीर है और ज़रूरी मदद दे सकें। ज़रूरत पड़ने पर हमारा फर्स्ट एड विभाग एंबुलेंस बुलाएगा ताकि बाकी के भाई-बहन एंबुलेंस के लिए फोन न करें।

▪ दवाइयाँ: अगर आप डॉक्टर द्वारा बतायी कोई दवाई ले रहे हैं तो उसे काफी मात्रा में लाना मत भूलिए क्योंकि यह दवाई आपको अधिवेशन में नहीं मिलेगी।

▪ जूते-सैंडिल: हर साल जूते-सैंडिल से जुड़े कई हादसे होते हैं। अधिवेशन में आरामदायक और ठीक-ठाक दिखनेवाले जूते या सैंडिल पहनकर आइए, ताकि सीढ़ियों और दूसरी जगहों पर चलने में आपको कोई दिक्कत न हो।

▪ इत्र: कुछ अधिवेशन ऐसे हॉल में रखे जाते हैं जहाँ ए.सी. की वजह से सारे खिड़की-दरवाज़ों को बंद रखना पड़ता है। इसलिए आपसे गुज़ारिश है कि आप इत्र, परफ्यूम, कलोन वगैरह कम इस्तेमाल करें ताकि ऐसे लोगों को तकलीफ न हो, जिन्हें साँस की बीमारी या कोई और परेशानी है।—1 कुरिं. 10:24.

▪ प्लीज़ फॉलो अप (S-43) फॉर्म्स: अधिवेशन के शहर में जब हम किसी को गवाही देते हैं और वह दिलचस्पी दिखाता है, तो उसका नाम-पता, प्लीज़ फॉलो अप (S-43) फॉर्म में भरना चाहिए। अधिवेशन में आते वक्‍त, प्रचारकों को अपने साथ एक-दो फार्म लाने चाहिए। आप इस फॉर्म को सही-सही भरकर साहित्य विभाग को या फिर अधिवेशन से लौटने पर अपनी मंडली के सचिव को दे सकते हैं।—नवंबर 2009 की हमारी राज-सेवा का पेज 3 देखिए।

▪ रेस्तराँ: रेस्तराँ और होटल में अपने अच्छे चालचलन के ज़रिए यहोवा के नाम की महिमा कीजिए। कई रेस्तराँ में, सेवा के मुताबिक बख्शिश देने का दस्तूर होता है।

▪ होटल:

(1) ज़रूरत-से-ज़्यादा कमरों की बुकिंग मत कीजिए और एक कमरे में जितने लोगों को रहने की इजाज़त है, उससे ज़्यादा लोगों को मत ठहराइए।

(2) अगर एमरजंसी में आपको अपनी बुकिंग रद्द करनी है, तो फौरन होटलवालों को इत्तला कर दीजिए।

(3) सामान ढोने के लिए होटल की ट्रॉली तभी लीजिए जब आप उसे तुरंत इस्तेमाल करनेवाले हों। इस्तेमाल के बाद उसे फौरन लौटा दीजिए, ताकि दूसरे भी इस्तेमाल कर सकें।

(4) अगर कमरे में खाना पकाना मना है, तो ऐसा मत कीजिए।

(5) जब होटल के कर्मचारी आपका सामान उठाते हैं तो उन्हें बख्शिश दीजिए और कमरे की साफ-सफाई करनेवाले कर्मचारियों को हर दिन बख्शिश दीजिए।

(6) अगर आप किसी ऐसे होटल में ठहरे हैं, जहाँ मुफ्त नाश्‍ते, कॉफी, बरफ या ठंडे पानी का इंतज़ाम किया जाता है, तो उन इंतज़ामों का नाजायज़ फायदा मत उठाइए।

(7) होटल में काम करनेवालों के साथ पेश आते वक्‍त हमेशा पवित्र शक्‍ति का फल दिखाइए। उन्हें होटल में ठहरे कई लोगों की देखभाल करनी होती है। जब हम उनके साथ दया, सब्र और समझ से पेश आते हैं, तो वे इसकी कदर करते हैं।

(8) होटलों के नाम और उनके किराए की सूची में एक दिन का पूरा किराया बताया गया है, मगर इसमें कर शामिल नहीं है। अगर होटलवाले आपसे किसी सुविधा के लिए ज़्यादा पैसा माँगते हैं, जिसकी आपने न तो गुज़ारिश की थी और ना ही इस्तेमाल किया था, तो उसके लिए उन्हें पैसा मत दीजिए। इस बारे में जल्द-से-जल्द अधिवेशन के रूमिंग डिपार्टमेंट को इत्तला कीजिए।

(9) अगर आपको होटल के कमरे के बारे में कोई शिकायत हो, तो अधिवेशन के रूमिंग डिपार्टमेंट को ज़रूर बताइए ताकि वे आपकी मदद कर सकें।

(10) कृपया ध्यान रखिए कि अगर आप होटल में ठहरने के लिए डेबिट या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं, तो अकसर आपके खाते में जमा कुछ रकम पर रोक लगा दी जाती है, ताकि उससे आपके ठहरने से जुड़े सारे खर्चे जिसमें आपके ज़रिए हुए कुछ नुकसान की भरपायी भी शामिल हो सकती है। और जब तक होटल को उनका पैसा नहीं मिल जाता, तब तक आप उस रकम का इस्तेमाल नहीं कर पाएँगे। और इसमें कुछ दिन लग सकते हैं।

▪ स्वयंसेवा: अधिवेशन के ज़रूरी कामों में हाथ बँटाने से वहाँ हाज़िर होने की हमारी खुशी और भी बढ़ेगी। (प्रेषि. 20:35) जो भी ऐसा करना चाहता है वह अधिवेशन में स्वयंसेवा विभाग को इत्तला कर सकता है। सोलह साल से कम उम्र के बच्चे भी माता-पिता के निर्देशन में या उनकी रज़ामंदी से दूसरे भाई-बहनों के साथ काम कर सकते हैं।

[पेज 5 पर बक्स]

हम न्यौता कैसे देंगे?

हमें न्यौता अपने पूरे इलाके में देना है, इसलिए हम थोड़े शब्दों में अपनी बात कहेंगे। हम कुछ ऐसा कह सकते हैं: “नमस्ते। हम पूरी दुनिया में हमारे अधिवेशन के लिए न्यौता बाँट रहे हैं। यह आपके लिए है। इस परचे में ज़्यादा जानकारी दी गयी है।” इस न्यौते का पहला पेज बड़ा दिलचस्प है, इसलिए इसे घर-मालिक के हाथ में इस तरह दीजिए ताकि वह इसे देख सके। जोश के साथ इसे पेश कीजिए। शनिवार-रविवार को इसे पेश करते समय मुनासिब हो तो आप पत्रिकाएँ भी दे सकते हैं।

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