सम्मेलन कार्यक्रमों पर दोबारा विचार करने का नया इंतज़ाम
आज, शैतान का संसार बुराई की दलदल में धँसता जा रहा है। ऐसे में यहोवा हमें मज़बूत करता है ताकि “हम अभक्ति और सांसारिक अभिलाषाओं से मन फेरकर इस युग में संयम और धर्म और भक्ति से जीवन बिताएं।” (तीतु. 2:12) इसके लिए वह “विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास” के ज़रिए कई इंतज़ाम करता है, जैसे कि सालाना सर्किट सम्मेलन और खास सम्मेलन दिन। (मत्ती 24:45) इन आध्यात्मिक सभाओं से हम वाकई कितने मज़बूत होते हैं!
सम्मेलनों में दी जानेवाली हिदायतों को याद रखने और उन पर अमल करने के लिए, सन् 2005 के सेवा साल के दौरान इन कार्यक्रमों पर दोबारा विचार करने का एक नया इंतज़ाम शुरू किया जाएगा। इस इंसर्ट के पेज 5-6 पर ऐसे लेख दिए गए हैं जिनमें हरेक सम्मेलन कार्यक्रम की एक झलक के साथ-साथ दोबारा विचार करने के लिए सवाल भी हैं। कलीसियाएँ, अपने-अपने सम्मेलन में हाज़िर होने के कुछ समय पहले और बाद में, सेवा सभा के दौरान इस इंसर्ट की जानकारी पर चर्चा करेंगी। यह कैसे किया जाएगा?
सर्किट सम्मेलन में हाज़िर होने से एक-दो हफ्ते पहले, सेवा सभा में “नया सर्किट सम्मेलन कार्यक्रम” लेख से 10 मिनट का भाषण दिया जाएगा। इस तरह आनेवाले कार्यक्रम में भाई-बहनों की दिलचस्पी जगायी जाएगी। भाषण देनेवाला भाई उन सवालों पर भी ध्यान दिलाएगा जिनकी चर्चा सम्मेलन के कुछ हफ्ते बाद होगी और इसकी तैयारी में वह हाज़िर सभी लोगों को नोट्स् लेने के लिए उकसाएगा।
सम्मेलन के कुछ ही हफ्ते बाद, सेवा सभा में सम्मेलन के पहले दिन के कार्यक्रम पर 15 मिनट के लिए चर्चा होगी। अगले हफ्ते, दूसरे दिन के कार्यक्रम पर 15 मिनट चर्चा होगी। इस इंसर्ट में दिए सवालों की मदद से ये चर्चाएँ होंगी। इन चर्चाओं का खास मकसद यह जानना है कि हम सीखी हुई बातों को कैसे अपनी ज़िंदगी में लागू कर सकते हैं। इन चर्चाओं के लिए प्राचीन चाहे तो सेवा सभा के दूसरे भागों का समय कम कर सकते हैं, उन्हें रद्द कर सकते हैं या किसी और हफ्ते उन्हें रख सकते हैं।
खास सम्मेलन दिन के कार्यक्रम के लिए भी यही इंतज़ाम किया जाएगा, मगर फर्क सिर्फ इतना होगा कि पूरे कार्यक्रम की चर्चा एक ही सेवा सभा के 15 मिनट के भाग में की जाएगी। हममें से हरेक इस इंसर्ट को सँभालकर रखना चाहेगा और यहोवा से मिलनेवाली बढ़िया हिदायतों का पूरा-पूरा फायदा उठाने के लिए इसका इस्तेमाल करना चाहेगा।—यशा. 48:17, 18.