सजग होइए! का खास अंक अक्टूबर में पेश किया जाएगा
ऐसा कौन है जो पक्षियों का मधुर गीत सुनना और डूबते सूरज को देखना पसंद नहीं करता? लेकिन बहुत-से लोग यह कबूल करना नहीं चाहते कि इन सबका एक सिरजनहार है जो स्वर्ग में रहता है। वह कोई और नहीं बल्कि हमारा प्यारा पिता, यहोवा है। हमें जल्द ही एक अनोखा मौका मिलनेवाला है कि हम सजग होइए! के एक खास अंक को बाँटकर यह गवाही दें कि यहोवा ही हर चीज़ का बनानेवाला है। (यशा. 40:28; 43:10) अक्टूबर-दिसंबर का पूरा अंक इसी विषय पर चर्चा करता है, “क्या एक सिरजनहार है?”
2 प्रचार के इलाके में: अगर मुमकिन हो, तो कलीसिया के साथ हर शनिवार, घर-घर के प्रचार में हिस्सा लेकर इस अंक को बाँटने की योजना बनाइए। बेशक, आप हफ्ते के बाकी दिन भी यह अंक लोगों को पेश कर सकते हैं। इस अंक में खासकर टीचरों को और ऐसे लोगों को दिलचस्पी होगी जो शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े हैं। इसलिए, हो सके तो अपने प्रचार के इलाके में ऐसे लोगों से मिलने का खास इंतज़ाम कीजिए।
3 अगर कोई दिलचस्पी दिखाता है, तो बातचीत के आखिर में उससे एक सवाल पूछिए और अगली मुलाकात में जवाब देने का वादा कीजिए। उदाहरण के लिए, आप पूछ सकते हैं कि अगर सिरजनहार इंसानों से प्यार करता है, तो उसने इतनी दुःख-तकलीफें क्यों रहने दी है? फिर, वापसी भेंट में आप, बाइबल सिखाती है किताब के अध्याय 1 या अध्याय 11 से चर्चा कर सकते हैं। या, आप यह सवाल कर सकते हैं कि पृथ्वी के लिए सिरजनहार का मकसद क्या है? और वापसी भेंट में अध्याय 3 से चर्चा कर सकते हैं।
4 स्कूल में: अगर आप स्कूल में पढ़ते हैं, तो क्यों न अपने टीचरों और क्लास के साथियों को, तोहफे के तौर पर सजग होइए! का यह खास अंक दें? अपनी डेस्क पर सजग होइए! की एक कॉपी रखने से शायद दूसरे आपसे सवाल करने लगें और आपको अपने विश्वास के बारे में बताने का मौका मिले। निबंध लिखने या क्लास में हो रही चर्चा के दौरान अपने विश्वास की पैरवी करने के लिए, आप इस अंक में दी जानकारी का इस्तेमाल कर सकते हैं। आपकी मदद करने के लिए, इस अंक में “युवा लोग पूछते हैं” लेख के तहत एक विषय दिया गया है: “मैं सृष्टि पर अपने विश्वास की पैरवी कैसे कर सकता हूँ?”
5 यहोवा ने जो कुछ सिरजा है, उसके लिए वह आदर और महिमा पाने का हकदार है। (प्रका. 4:11) अक्टूबर-दिसंबर की सजग होइए! के खास अंक को पूरे जोशो-खरोश के साथ पेश करने से हम अपने सिरजनहार को आदर दे सकते हैं। और दूसरों को भी ऐसा करने में मदद दे सकते हैं।