“पवित्र शक्ति के तेज से भरे रहो”
1. हमारे प्रचार काम की क्या खासियत होनी चाहिए?
हमें मसीही सेवा के किसी भी पहलू में अपना जोश कभी कम नहीं करना चाहिए। तभी तो हमें बढ़ावा दिया गया है कि ‘परमेश्वर की पवित्र शक्ति के तेज से भरे रहो’ और “यहोवा के दास” बनो। (रोमि. 12:11) मगर ऐसी कई बातें हैं, जो सेवा करने के हमारे जोश को कम कर सकती है। हम किस तरह राज सेवा के लिए अपना जोश और उत्साह “ज्वाला की तरह जलाए रख” सकते हैं?—2 तीमु. 1:6, 7.
2. निजी बाइबल अध्ययन करने और जोश के साथ सेवा करने के बीच क्या ताल्लुक है?
2 निजी बाइबल अध्ययन: एक असरदार प्रचारक वह होता है जो यहोवा की व्यवस्था से प्रीति रखता है और जिसके दिल को बाइबल की सच्चाइयाँ छू जाती हैं। (भज. 119:97) निजी बाइबल अध्ययन करते वक्त हमें सच्चाई के अनमोल रत्न मिलते हैं, जो हमारे दिल को उभारते हैं और सेवा के लिए हमारे जोश को कई गुना बढ़ाते हैं। जिसने हमें ये अनमोल सच्चाइयाँ दी है, उसके लिए हमारा प्यार, साथ ही खुशखबरी सुनाने की हमारी इच्छा, हमें उकसाएगी कि हम परमेश्वर की स्तुति करें और उसके नाम का ऐलान करें। (इब्रा. 13:15) हम खुशखबरी को कितनी अहमियत देते हैं, वह इससे ज़ाहिर होगा कि हम इसे फैलाने के लिए कितनी मेहनत करते हैं।
3. परमेश्वर की पवित्र शक्ति कैसे हमारी सेवा पर असर करती है?
3 पवित्र शक्ति के लिए प्रार्थना कीजिए: असरदार सेवा हमारी ताकत के बलबूते कभी पूरी नहीं हो सकती। सच्चा जोश परमेश्वर की पवित्र शक्ति से ही मिलता है। (1 पत. 4:11) अगर हम अपने “सामर्थी” परमेश्वर के करीब रहेंगे, तो परमेश्वर हमें इतनी ताकत देगा कि हम निडर होकर प्रचार कर सकेंगे। (यशा. 40:26, 29-31) प्रेषित पौलुस भी “उस मदद की वजह से जो [उसे] परमेश्वर से मिली” थी, अपनी सेवा के दौरान तकलीफों का सामना कर पाया। (प्रेषि. 26:21, 22) यहोवा की पवित्र शक्ति हममें सेवा के लिए जोश और उमंग भर सकती है, इसलिए हमें पवित्र शक्ति के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।—लूका 11:9-13.
4. हमारा जोश दिखाना कैसे असरदार हो सकता है? लेकिन हमें किस बात का ध्यान रखना चाहिए?
4 अगर हमारे अंदर राज के कामों के लिए गज़ब का जोश हो, तो यह हमारे मसीही भाइयों में भी राज के कामों के लिए जोश भर देता है। (2 कुरिं. 9:2) यही नहीं, जब हम राज संदेश पूरे जोश और पक्के विश्वास के साथ सुनाते हैं, तो लोग अकसर हमारी सुनने के लिए तैयार होते हैं। मगर ध्यान रहे कि हमारी बातचीत में व्यवहार-कुशलता और नम्रता भी हो, साथ ही हम दूसरों को लिहाज़ दिखाएँ। (तीतु. 3:2) हमें घर-मालिक के साथ हमेशा इज़्ज़त से पेश आना चाहिए और चुनाव करने की उसकी आज़ादी के लिए आदर दिखाना चाहिए।
5. परमेश्वर के वचन में लिखी कौन-सी बात हमें लागू करने की कोशिश करनी चाहिए?
5 राज प्रचारक की हैसियत से हमें हमेशा “पवित्र शक्ति के तेज से भरे” रहना चाहिए। तो आइए अपने अंदर जोश पैदा करने के लिए निजी बाइबल अध्ययन और यहोवा से प्रार्थना करें, जो अपनी ज़बरदस्त पवित्र शक्ति दे सकता है। तब हम ‘पवित्र शक्ति और पक्के यकीन’ के साथ जोशीले होकर खुशखबरी का ऐलान कर सकेंगे।—1 थिस्स. 1:5.