हम हर वक्त एक साक्षी हैं
1. कुएँ पर एक स्त्री को गवाही देने के ब्यौरे से हम यीशु के बारे में क्या सीख सकते हैं?
यीशु कई घंटों से पैदल चलकर आ रहा था। वह थककर चूर हो चुका था और उसे बड़ी प्यास लगी थी। इसलिए वह आराम करने के लिए सामरिया के किसी शहर के बाहर एक कुएँ के पास बैठ गया। इस बीच उसके चेले खाना खरीदने चले गए। यीशु दरअसल गलील में अपनी प्रचार सेवा जारी रखने के लिए सामरिया से बस गुज़र रहा था। वह वहाँ प्रचार करने के लिए नहीं आया था। फिर भी, जब एक स्त्री वहाँ पानी भरने आयी तो यीशु ने मौके का फायदा उठाकर उसे गवाही दी। (यूह. 4:5-14) क्यों? यीशु ने कभी भी यहोवा का “विश्वासयोग्य और सच्चा गवाह” बने रहना नहीं छोड़ा। (प्रका. 3:14) उसी तरह यीशु की मिसाल पर चलते हुए हम भी हर वक्त यहोवा के साक्षी बने रहते हैं।—1 पत. 2:21.
2. हर मौके पर गवाही देने के लिए हम कैसे तैयार रह सकते हैं?
2 तैयार रहिए: अगर हम हमेशा अपने साथ पत्रिकाएँ रखें तो हम हर मौके पर गवाही देने के लिए तैयार रह सकते हैं। बहुत-से प्रचारक ट्रैक्ट या हाल की कोई पत्रिका अपने साथ रखते हैं और दिन भर में जब भी उन्हें मौका मिलता है, वे इन्हें दुकानों में या किसी और जगह देने से नहीं चूकते। (सभो. 11:6) लेकिन अगर आपको लगता है कि लोग परेशानी खड़ी कर सकते हैं, तो आप सावधानी बरतिए और साहित्य सिर्फ उन्हें दीजिए जिन्हें सचमुच में दिलचस्पी है।
3. हम बातचीत कैसे शुरू कर सकते हैं?
3 बातचीत शुरू कीजिए: जब हम मौका देखकर किसी को गवाही देते हैं, तो ज़रूरी नहीं कि हम सीधे बाइबल से चर्चा शुरू करें। यीशु ने खुद को मसीह बताकर उस सामरी स्त्री से बातचीत शुरू नहीं की। उसने तो बस पानी माँगकर उसकी जिज्ञासा बढ़ायी। (यूह. 4:7-9) एक बहन ने यही तरीका अपनाया है। जब उससे पूछा जाता है कि क्या उसे त्योहार मनाना पसंद है, तब वह उसी विषय से अपनी बातचीत शुरू करती है। यूँ कहने के बजाय कि वह एक यहोवा की साक्षी होने के नाते त्योहार नहीं मनाती, वह कहती है, “मैंने त्योहार न मनाने का फैसला खुद किया है।” ऐसा जवाब सुनकर सवाल पूछनेवाला व्यक्ति अकसर इसका कारण पूछता है। और इस तरह यह बहन अच्छी गवाही दे पाती है।
4. मत्ती 28:18-20 आपको प्रचार करने के लिए क्यों उकसाता है?
4 यीशु ने इस धरती पर बड़े उत्साह के साथ अपनी सेवा खत्म की। लेकिन आज भी वह इस बात में बहुत दिलचस्पी रखता है कि क्या प्रचार काम वैसे ही किया जा रहा है, जैसे उसने किया था। (मत्ती 28:18-20) और यही वजह है कि हम भी अपने आदर्श यीशु की तरह ऐसे साक्षी हैं, जो अपने विश्वास का ऐलान करने के लिए हर वक्त तैयार रहते हैं।—इब्रा 10:23.